कोरोना के दूसरी लहर का भय कोरिया जिला आम नागरिक घरों में कैद
कोरोना के दूसरी लहर के शुरुआती दौर में ही कोरोना संक्रमित व्यक्तियों में बेतहाशा वृद्धि को देख कोरिया जिले के आम नागरिक अपने आप को घरों में कैद कर लिए हैं पूर्व के लॉक डाउन की अपेक्षा इस बार जिला प्रशासन को जिले के आम नागरिकों से लॉकडाउन में व्यापक सहयोग देखने को मिल रहा है कोरिया जिले में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़ सभी विभागीय कर्मचारी कार्यालय पूरी तरह बंद है कोरिया जिले मैं गांव से लेकर शहर तक सभी जगहों पर चौक चौराहों मुख्य मार्गों में सन्नाटा पसरा हुआ है गली मोहल्लों में रहने वाले आम नागरिक अपने आपको अपने घरों में कैद हो गए हैं कोरिया जिले में पूरी तरह लॉक डाउन होने से पुलिस प्रशासन को ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ रही है क्योंकि पूर्व के लॉक डाउन में बेवजह घूमने वाले किसी न किसी बहाने से पुलिस प्रशासन को चकमा दे जाते थे अब वैसी स्थिति नजर नहीं आ रही है केवल बाजारों में मेडिकल की दुकानें खुली हुई है एवं अति आवश्यक सेवाओं को एक नियत समय तक की छूट दी गई है जिसके कारण बेवजह घूमने वाले भी अपने आप को घरों मैं कैद से हो गए हैं जिले के शहरी इलाकों में सभी चौक चौराहों में पुलिस प्रशासन के कर्मचारी मुस्तैद नजर आ रहे हैं तथा सभी आने जाने वालों पर नजर बनाए हुए हैं जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम लॉक डाउन के दौरान कोरोना टेस्टिंग बढ़ा दी गई है सोमवार दिवस कुल 1277 लोगों की कोरोना टेस्ट की गई जिनमें 179 संक्रमित मिले सबसे ज्यादा संक्रमित चिरमिरी मैं 76 संक्रमित पाए गए कोरोना के दूसरी लहर के समय भी बहुतायत शहरी इलाकों से ही संक्रमित मिल रहे हैं अभी तक कोरिया जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से सीमित लोगों में संक्रमण देखने को मिल रहा है यह कोरिया जिला वासियों के लिए एक सुकून की खबर है बाकी जिलों के ग्रामीण इलाकों के अपेक्षा कोरिया जिले के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमित लोगों की कम संख्या मिलना इसकी मुख्य वजह कोरिया जिले के ग्रामीण अंचल के लोग अपने जिले में ही रोजगार का उपलब्धता होना बताया जा सकता है।
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