
मछली मुर्गा का व्यर्थ अवशेष को मुख्य मार्ग पर फेक रहे है व्यवसायी दो निकायो सहित एसईसीएल प्रबधन चुप
इस मार्ग पर स्वक्षता मिशन अभियान की उड़ रही है धज्जियां
गोपाल सिंह विद्रोही प्रदेश ख़बर प्रमुख छत्तीसगढ़ विश्रामपुर -नगर का ब्यस्थतम वीआइपी मार्ग की गन्दगी की सफाई से दो निकायो एवम एसईसीएल प्रबंधन मुंह मोड़ लिया है तो वही साप्ताहिक बाजार के मुर्गा ब्यवसायी सफाई के बजाय मुर्गा के अवशेषों को जला दिया है जिससे दूर दूर तक दुर्गंध फैल रही है।
स्थानीय निवासी गंदगी फैलाने वाले मछली मीट मुर्गा ब्यवसायियों को अन्यत्र हटाने को मांग प्रशासन से लंबे समय से कर रहे परंतु प्रशासन भी इस ओर से मुंह मोड़ लिया है।
जानकारी के अनुसार नगर के सबसे ब्यस्थतम एवम वीआईपी मार्ग जिस पर स्वक्षता मिशन एवम स्वक्षता सर्वेक्षण का कई असर नहीं दिख रहा है। यह मार्ग नगर का एक ऐसा वीआईपी ब्यस्थतम मार्ग है जिसपर स्वक्षता मिशन व स्वक्षता सर्वेक्षण का दूर दूर तक को असर नहीं दिख रहा है। सड़क के दोनो तरफ गंदगी की अंबार लगी हुई है आलम यह है कि आने जाने वाले लोग नाक मुंह पर कपड़ा ढंक कर ही गुजरते है।
यह मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग बिश्रामपुर अंबेडकर चौक से स्टेट बैंक होते हुए कालोनी की ओर जाती है।इस मार्ग में अंबेडकर चौक से ले कर एसईसीएल प्रोजेक्ट ऑफिस तक सड़क के दोनो तरफ़ गंदगी पसरा हुआ है।यही नहीं गंदगी से उठने वाला दुर्गंध आने जाने वालों के लिए दुस्कर भरा काम काम है परंतु इस ओर सबंधित विभाग का ध्यान नहीं जा रहा है जिससे नगर का सबसे प्रदूषित सड़क मार्ग यह बन गई है ।
नाक मुंह बंद कर इस मार्ग से गुजरते है लोग
इस वीआईपी सड़क मार्ग से महाप्रबंधक सहित सभी अधिकारी कम से कम चार बार गुजरते है।
नगर का यह वीआईपी मार्ग इस लिए कहा जाता है कि इस मार्ग से एसईसीएल बिश्रामपुर के महाप्रबंधक सहित सभी अधिकारी कर्मचारी प्रति दिन चार चक्कर लगाते है। आम नागरिक भी स्टेट बैंक अपने आवश्यक कार्य के लिए आता जाता है परंतु इसकी साफ सफाई की किसी की चिंता नहीं है। अधिकारी या अन्य चार चक्के वाहन मालिक इस मार्ग में प्रवेश करते ही ही वाहन का शीशा बंद कर निकल लेते है जबकि दो पहिए वाहन चालकों व पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
दो निकाय एवम एसईसीएल कंपनी होने के बाद भी सफाई नहीं
यूं तो यह सड़क मार्ग एसईसीएल की भूमि ग्रामपंचायत शिवनंदनपुर एवम बिश्रामपुर के दायरे में आती दो निकायो एवम एसईसीएल का सिविल विभाग नगर की सफाई का लंबी लंबी बाते करता है इनकी पूरे सफाई के दावे का पोल खोल कर रख देता है।इस मार्ग पर स्वक्षता मिशन व स्वक्षता सर्वेक्षण पूरी तरह फेल है।
मुर्गा मछली विक्रेताओं द्वार फेकी जा रही है अवशेष
ग्रामपंचायत के अंतर्गत आने वाली साप्ताहिक बाजार में नियमित मुर्गा मछली का व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों द्वारा मुर्गा मछली के बचे अवशेषों को इस मार्ग के दोनो तरफ फेक दिया जाता है जो सड़कर दुर्गंध फैल रही है।दुकानदारी को लाख समझाइस के बाद भी दुकानदार नहीं समझ पा रहे है।
मंदिर तक पहुंचती है मुर्गा,मछली मीट के अवशेष धार्मिक भावनाएं आहत
सड़क से 50 मीटर की दूरी पर हनुमान मंदिर स्थित है मुर्गा मछलियों का दुकानदारों द्वारा फेका गया अवशेष उड़कर मंदिर तक पहुंचता यही नहीं जानवरो व कौवा द्वारा मंदिर तक ले कर पहुंचते है जिससे लोगो की भावनाएं आहत हो रही।यही नहीं कचरे का ढेर लगने पर सफाई के बजाय दुकानदार यही जला देते है ।स्थानीय लोगो ने सुरजपुर कलेक्टर से मछली मुर्गा की दुकानें बाजार से हटाने की मांग एक लम्बे समय से कर रहे है ।