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कांग्रेस का हमला: मोदी की गारंटी जुमला साबित, कर्मचारियों से किए वादों को भाजपा सरकार ने तोड़ा
कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार ने कर्मचारियों, शिक्षकों और संविदा कर्मियों से किए गए वादों को पूरा नहीं किया। कहा—"वादाखिलाफी ही भाजपा की पहचान है।"
“मोदी की गारंटी निकली जुमला”: कांग्रेस का भाजपा सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप
रायपुर, 9 जुलाई 2025 – छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राज्य की भाजपा सरकार पर विधानसभा चुनाव 2023 में किए गए वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि “मोदी की गारंटी” के तहत कर्मचारियों से किए गए एक भी वादे को पूरा नहीं किया गया, बल्कि इसके उलट कर्मचारियों, शिक्षकों और संविदा कर्मियों को नौकरी से निकालने और प्रताड़ित करने का काम किया गया है।
कर्मचारियों से वादाखिलाफी के आरोप
वर्मा ने भाजपा सरकार पर निम्नलिखित आरोप लगाए:
- अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण: 100 दिन में अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का वादा “चुनावी झांसा” निकला। विद्या मितान, अतिथि शिक्षक और संविदा कर्मियों को नियमित करने के बजाय नौकरी से निकाल दिया गया।
- नई नियुक्तियों पर प्रतिबंध: सरकार ने नई नियुक्तियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
- स्कूलों का विलय और पदों का विलोपन: 10,463 स्कूलों को मर्ज कर दिया गया है। मध्यान्ह भोजन रसोइयों, सफाई कर्मचारियों और चौकीदारों को हटाया गया है। शिक्षकों के 45,000 पद विलोपित कर दिए गए हैं और विधानसभा में घोषित 33,000 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया रोक दी गई है।
- लंबित भत्ते और नियमितीकरण: भाजपा ने कर्मचारियों को केंद्र के समान डीए/डीआर देने, लंबित डीए एरियर का जीपीएफ में समायोजन करने, अनियमित एवं संविदा कर्मियों का नियमितीकरण करने, और 1 लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन ये वादे पूरे नहीं हुए।
- मानदेय में वृद्धि: मितानिन, रसोईया और सफाईकर्मी के मानदेय में 50% बढ़ोतरी का वादा भी अधूरा रहा।
किसानों, युवाओं और महिलाओं को भी ठगने का आरोप
सुरेंद्र वर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने केवल कर्मचारियों को ही नहीं, बल्कि किसानों, युवाओं और महिलाओं को भी ठगा है:
- किसानों के मुद्दे: कोदो, कुटकी, रागी की खरीदी बंद कर दी गई है। न्याय योजना बंद कर दी गई और तेंदूपत्ता बीमा योजना रद्द कर दी गई, साथ ही तेंदूपत्ता संग्रहण में भी कटौती की गई है।
- संसाधनों की लूट और संकट: खनिज और वन संसाधनों की लूट हो रही है, और राज्य में खाद-बीज का संकट है।
- रोजगार और महंगाई: रोजगार का अभाव है और महिलाएं महंगाई व अपराध से त्रस्त हैं।
- कर्मचारियों का आंदोलन: वर्मा ने कहा कि कर्मचारी अब आंदोलन की तैयारी में हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने अंत में कहा कि भाजपा का राजनीतिक चरित्र “वादाखिलाफी और संवेदनहीनता” का प्रतीक बन चुका है और जनता अब उनके “झूठे नारों” से भ्रमित नहीं होगी।