
साथी को अगवा कर नक्सली देने वाले थे मौत की सजा, रात में चकमा देकर थाने पहुंचा आत्मसमर्पित नक्सली
सुकमा। नक्सलियों को चकमा देकर आत्मसमर्पित नक्सली रामकृष्ण मरकाम आख़िरकार वापस लौट आया, बीते 6 जून को नक्सलियों द्वारा बीजापुर ज़िले के बासागुड़ा इलाक़े से नक्सलियों ने आत्मसमर्पित अपने ही साथी रामकृष्ण मरकाम का अपहरण कर लिया था। जिसके बाद रामकृष्ण को नक्सली अपने जंगली ठिकाने तक लेकर पहुँचे और पूछताछ कर रहे थे।
आत्मसमर्पित रामकृष्ण मरकाम अगवा होने के बाद से ही नक्सलियों को चकमा देने की रणनीति बना कर रखा था और बीते 9 जून की रात नक्सलियों के संत्रियों को चकमा देकर रामकृष्ण उनके ठिकाने से भाग निकला और पूरी रात जंगली रास्तों से चलते हुए जगरगुंडा पहुँचा। मिली जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने अपहरण के बाद रामकृष्ण को मंडीमरका गाँव में रखा था, जहां रामकृष्ण को मौत की सजा देने की बात नक्सलियों द्वारा कही जा रही थी।
*बस्तर से मोहन सिंग चौरसिया की रिपोर्ट……