
प्रियंका गांधी ने वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया, कहा- राजनीति में 35 साल का अनुभव
प्रियंका गांधी ने वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया, कहा- राजनीति में 35 साल का अनुभव
वायनाड (केरल): कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को आगामी वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल कर चुनावी मैदान में पदार्पण किया और कहा कि उन्हें राजनीति में 35 साल का अनुभव है। यह अनुभव 17 साल की उम्र से शुरू हुआ है जब उन्होंने 1989 में अपने दिवंगत पिता राजीव गांधी के लिए प्रचार किया था।
13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले कलपेट्टा में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तब से लेकर अब तक 35 वर्षों में उन्होंने अपनी मां सोनिया गांधी, अपने भाई राहुल गांधी और अन्य पार्टी सहयोगियों के लिए प्रचार किया है।
उनका यह बयान भाजपा की वायनाड लोकसभा उपचुनाव उम्मीदवार नव्या हरिदास के उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि लोगों का प्रतिनिधित्व करने में प्रियंका से अधिक अनुभव उन्हें है।
प्रियंका के भाषण के दौरान मंच पर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
अपने सार्वजनिक संबोधन के दौरान प्रियंका ने यह भी कहा कि वायनाड के लोगों का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुने जाने को वह सम्मान की बात मानती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जिले में भूस्खलन के समय वायनाड के लोगों द्वारा दिखाए गए साहस ने उन्हें बहुत प्रभावित किया है।
राहुल गांधी ने भी इस कार्यक्रम में बात की, जहां उन्होंने कहा कि एक बार उनकी बहन जीत जाती हैं, तो वायनाड के लोगों के पास संसद में उनका प्रतिनिधित्व करने के लिए उनके सहित दो सांसद होंगे।
2019 से 2024 तक वायनाड लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले राहुल ने कहा, “मैं वायनाड के लोगों का अनौपचारिक सांसद बनूंगा।”
वायनाड लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव इसलिए जरूरी हो गया था, क्योंकि राहुल गांधी, जिन्होंने इस साल वहां और रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीता था, ने वायनाड सीट छोड़ने का फैसला किया था।
उन्होंने वायनाड के लोगों से अपनी बहन प्रियंका का ख्याल रखने और उन्हें संसद के लिए वोट देने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में बोलते हुए खड़गे ने कहा कि प्रियंका वायनाड में सिर्फ अपना नामांकन दाखिल करने के लिए नहीं आई हैं, बल्कि पहाड़ी जिले के लोगों की अथक हिमायती के तौर पर आई हैं। उन्होंने कहा, “उन्हें आशीर्वाद दीजिए, और वे नतीजे देंगी।”
अपने सार्वजनिक संबोधन के बाद प्रियंका कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुईं, जहां उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, खड़गे और एआईसीसी महासचिव के सी वेणुगोपाल की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
प्रियंका एलडीएफ के सत्यन मोकेरी और भाजपा की नव्या हरिदास के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी।
वायनाड में 13 नवंबर को मतदान होगा।