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इटली में बुरका-निकाब पर प्रतिबंध का प्रस्ताव, मेलोनी सरकार के कदम से बढ़ी सियासी गर्मी

इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की सरकार ने बुरका और निकाब पर सार्वजनिक स्थानों में प्रतिबंध लगाने का विधेयक पेश किया है। सरकार का दावा – यह कदम इस्लामी अलगाववाद और कट्टरवाद के खिलाफ है।

इटली में बुरका-निकाब पर पूर्ण प्रतिबंध का प्रस्ताव, मेलोनी सरकार के कदम से छिड़ी बहस

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रोम, 9 अक्टूबर 2025। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni) की अगुवाई वाली दक्षिणपंथी पार्टी ‘ब्रदर्स ऑफ इटली’ (Brothers of Italy) ने संसद में एक विवादास्पद विधेयक पेश किया है, जिसके तहत देशभर के स्कूलों, विश्वविद्यालयों, कार्यालयों, दुकानों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर बुरका और निकाब जैसे चेहरे ढकने वाले परिधानों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का प्रावधान है।

यह प्रस्ताव पार्टी के तीन सांसदों द्वारा पेश किया गया, जिसका उद्देश्य “धार्मिक कट्टरवाद और धर्म-प्रेरित घृणा” का मुकाबला करना बताया गया है। सरकार का दावा है कि यह कदम ‘इस्लामी अलगाववाद’ और ‘सांस्कृतिक विभाजन’ को समाप्त करने की दिशा में एक निर्णायक प्रयास है।

राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया

विधेयक की घोषणा के बाद राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी बहस छिड़ गई है।

  • दक्षिणपंथी समर्थक इसे ‘राष्ट्रीय गौरव की रक्षा’ बता रहे हैं।

  • जबकि विपक्षी दलों और मुस्लिम संगठनों ने इसे ‘इस्लाम-विरोधी कदम’ करार दिया है।

इटली के प्रमुख मुस्लिम संगठन ने प्रतिक्रिया में कहा,

“यह महिलाओं की स्वतंत्रता पर हमला है और धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करता है।”

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सरकार का पक्ष

प्रधानमंत्री मेलोनी, जो अपनी दक्षिणपंथी विचारधारा के लिए जानी जाती हैं, ने इस विधेयक को ‘इस्लामी अलगाववाद के खिलाफ एक मजबूत हथियार’ बताया।
उन्होंने कहा कि ऐसे परिधान न केवल सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि समाज में अलगाव को बढ़ावा देते हैं।

सरकार ने यह भी कहा कि विधेयक में धार्मिक संगठनों पर वित्तीय पारदर्शिता के नए नियम भी लागू होंगे — विशेष रूप से उन संस्थाओं पर जो राज्य के साथ औपचारिक समझौते नहीं रखते। इससे मस्जिदों और अन्य इस्लामी संस्थानों की विदेशी फंडिंग पर निगरानी बढ़ाई जाएगी ताकि कट्टरवाद पर अंकुश लगाया जा सके।

दंड का प्रावधान

विधेयक के अनुसार, इस नियम का उल्लंघन करने वालों पर
300 से 3,000 यूरो (लगभग 26,000 से 2.6 लाख रुपये) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।

पारित होने की संभावना

मेलोनी की गठबंधन सरकार वर्तमान में संसद में बहुमत रखती है,
इसलिए इस विधेयक के पारित होने की संभावना मजबूत मानी जा रही है। हालांकि, औपचारिक बहस की तारीख अभी तय नहीं हुई है।

इटली में पहले से ही 1975 का एक कानून मौजूद है जो सार्वजनिक स्थानों पर चेहरा ढकने पर रोक लगाता है,
लेकिन उसमें बुरका या निकाब का स्पष्ट उल्लेख नहीं है।
मेलोनी सरकार अब इस प्रावधान को देशव्यापी रूप से सख्त करना चाहती है।

वर्तमान में इटली में करीब 5 लाख मुस्लिम आबादी है और
हाल के वर्षों में प्रवास, सांस्कृतिक एकीकरण और धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे राजनीतिक बहस का केंद्र बने हुए हैं

Ashish Sinha

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