
मुख्य सचिव ने वीसी से ली सड़क पर आवारा पशुओं के घूमने आदि पर की गयी कार्रवाई की समीक्षा
मुख्य सचिव ने 28 अगस्त से 3 सितम्बर तक चिह्नांकित की गयी जगहों पर विशेष अभियान चलाने के दिए निर्देश
कलेक्टर एल्मा ने अब तक की गयी कार्रवाई से कराया अवगत
बेमेतरा – छत्तीसगढ़ में आवारा मवेशियों के सड़कों पर घूमने और दुर्घटनाएं को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने उच्च न्यायालय बिलासपुर के पारित आदेश के परिपालन में लावारिस पशुओं की पहचान एवं विस्थापन के संबंध में बीते जुलाई माह को ज़िला कलेक्टरों की वीडियो कन्फ़ेंसिंग लेकर निर्देश दिए थे।
आज मंगलवार को मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने ज़िला कलेक्टरों की वीडियो कन्फ़ेंसिंग लेकर प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 28 अगस्त से आगामी 3 सितम्बर तक चिह्नांकित की गयी सड़कों पर घूमने वाले पशुओं पर विशेष अभियान चला कर कार्रवाई की जाये। उन्होंने ज़िला कलेक्टरों से सुझाव के साथ सवाल किए और उसका निदान के बारे में पूछा। मुख्य सचिव ने बारी-बारी से ज़िला कलेक्टरों से जानकारी ली। ज़िला बेमेतरा की बारी पर कलेक्टर पीएस एल्मा ने जानकारी देते हुए मुख्य सचिव को बताया कि जिलें में पशु के कारण होने वाले दुर्घटनाजन्य सड़कों को चिन्हांकन किया गया हैं, जिसमें नगर पंचायत बेरला क्षेत्रांतर्गत मिनीमाता चौक, साजा बाई पास रोड, तीन बत्ती चौक एवं मुख्यमंत्री स्वावलंबन दुकान के सामने वाली जगह शामिल हैं। इसके अलावा नगर पंचायत बेरला क्षेत्रांतर्गत पांच कैचमेंट एरिया का चिंन्हाकन किया गया हैं। गौ पालकों जिनके मवेशी सड़कों पर घूम रहें हैैं, उन पर जुर्माना की कार्रवाई के साथ समझाइस भी दी जा रही। कलेक्टर ने पालतू मवेशियों एवं आवारा पशु की संख्या की जानकारी से अवगत कराया। चिह्नांकित जगह पर या मुख्य मार्ग में घूमते मवेशियों को गौशाला, कांजीहाउस और गौठानों में रखा गया हैं। उनके चारा पानी आदि की व्यवस्था हैं, ऐसी गौठानों की मैपिंग की जा रही हैं। जिलें में पशुओं को हटाने के लिए ज़िले के नगरीय निकाय द्वारा व्यवस्था कर ली गई हैं और घुमन्तु पशुओं को सड़क से हटाने के लिए समिति का व सदस्यों दल गठन किया गया हैं।
कलेक्टर ने बताया कि समाचार पत्र तथा मूनादी के माध्यम पशु मालिकों को पशुओं के उचित रख रखाव की व्यवस्था किये जाने हेतु समझाईस तथा पशुओं को आवारा छोडे जाने पर जुर्माना की चेतावनी दी गई हैं। आम जनता एवं मीडिया द्वारा चिन्हाकित सड़कों पर पशुओं के आने संबंधित शिकायत मिलने पर शिकायत रजिस्टर बनाया गया हैं व निदान 1100 के माध्यम से प्राप्त शिकायतों का निराकरण किया जाता हैं। पशु अतिचार पर निगरानी के लिए शासकीय कर्मचारियों की ड्युटी तथा पशु मालिकों के उपर अर्थदण्ड आरापित करने की कार्यवाही की जाती हैं। वर्तमान त्रैमास में पशुओं के कारण सड़क दुर्घटना की जानकारी निरंक हैं। गौठान में रखे हुए पशुओं की देख रेख हेतु मानव बल एवं खान पान हेतु शासन स्तर से अनुदान राशि की व्यवस्था किये जाने पर प्रभावित ढंग से कार्यवाही की जा सकती हैं। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती लीना कमलेश मंडावी, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवा सहित ज़िले के सभी नगर पालिका अधिकारी, सीईओ जनपद पंचायत मौजूद थे।