
छुरा में मेगा हेल्थ कैम्प: 200 से अधिक कुपोषित बच्चों की जांच, जिला प्रशासन की पहल
गरियाबंद ज़िले के छुरा में कुपोषण मुक्त अभियान के तहत आयोजित मेगा हेल्थ कैंप में 200 से अधिक बच्चों की जांच की गई। कलेक्टर उइके की पहल पर चल रही यह स्वास्थ्य सेवा 3 अगस्त को मैनपुर में भी होगी।
जिले को कुपोषण मुक्त करने जिला प्रशासन सजग – छुरा में 200 से अधिक बच्चों की हुई जांच
गरियाबंद, 28 जुलाई 2025। कलेक्टर बी.एस. उइके के निर्देश और पहल पर जिले को कुपोषण मुक्त करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में छुरा के सांस्कृतिक भवन में कुपोषित बच्चों के लिए मेगा हेल्थ कैम्प का आयोजन किया गया, जिसमें 200 से अधिक बच्चों की स्वास्थ्य जांच कर उन्हें निःशुल्क दवाइयां प्रदान की गईं।
राजधानी रायपुर के प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक भट्टर और उनकी टीम द्वारा इस शिविर में बच्चों की गंभीरता से जांच की गई। बच्चों के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक विकास से लेकर हृदय रोग, चर्म रोग जैसी समस्याओं का निदान किया गया और आवश्यक दवाइयां दी गईं।
कलेक्टर उइके ने शिविर का निरीक्षण करते हुए अति गंभीर कुपोषित बच्चों की स्थिति को देखकर उन्हें तत्काल एनआरसी (पोषण पुनर्वास केंद्र) भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि छुरा विकासखंड के 126 अति गंभीर कुपोषित बच्चों को सामाजिक संगठनों व गणमान्य नागरिकों द्वारा गोद लिया गया है, जिससे बच्चों को अतिरिक्त पोषण आहार और उचित इलाज मिल सके।
डॉ. अशोक भट्टर ने कहा कि यह मेगा हेल्थ कैंप गरियाबंद जिला प्रशासन की विशेष पहल है, और उनकी टीम सेवा के इस कार्य में सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि कुपोषण बच्चों के लिए एक अभिशाप बन जाता है, जिससे समय पर उपचार और पोषण आवश्यक है।
डीपीओ अशोक पाण्डेय ने जानकारी दी कि जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और मीडिया की भागीदारी से गंभीर कुपोषित बच्चों को गोद लेकर छह माह तक पौष्टिक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।