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गरियाबंद की लखपति दीदियां: पीएम आवास में सेंट्रिंग प्लेट और ईंट सप्लाई से बदली तकदीर

बिहान योजना से जुड़ी गरियाबंद जिले की स्व-सहायता समूह की महिलाएं पीएम आवास योजना के तहत सेंट्रिंग प्लेट और ईंट सप्लाई कर रही हैं। सालाना 3 लाख से अधिक की आय अर्जित कर रहीं ये महिलाएं आत्मनिर्भरता की मिसाल बनी हैं।

पीएम आवास योजना में सेंट्रिंग प्लेट और ईंट सप्लाई कर ‘लखपति’ बनीं बिहन की दीदियां

महिलाओं ने शुरू किया सेंट्रिंग प्लेट और ईंट निर्माण, सालाना कमा रही 3 लाख से ज्यादा

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📍गरियाबंद, 28 जुलाई 2025। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान’ से जुड़ी स्व-सहायता समूह की महिलाएं आज आत्मनिर्भर भारत की सशक्त मिसाल बन चुकी हैं। छुरा और मैनपुर विकासखंड की कई महिलाओं ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत सेंट्रिंग प्लेट और ईंट की सप्लाई कर लाखों रुपये की सालाना आमदनी अर्जित की है।

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ग्राम सरकड़ा की श्रीमती नर्मदा निषाद, ग्राम जिडार की श्रीमती देवली नेताम, खरखरा की सतबाई, रानीपरतेवा की झनेश्वरी साहू और मातरबाहरा की जागेश्वरी नेताम सहित अन्य दीदियों ने समूह से लोन लेकर सेंट्रिंग प्लेट निर्माण, ईंट सप्लाई और भवन निर्माण सामग्री की आपूर्ति का काम शुरू किया।

पहले ये महिलाएं मजदूरी किया करती थीं और परिवार की आमदनी सीमित थी, लेकिन अब प्रति वर्ष 3 लाख रुपये से अधिक की आय अर्जित कर रही हैं। उनके द्वारा बनाई गई ईंटें और सेंट्रिंग प्लेट की मांग प्रधानमंत्री आवास योजना और निजी निर्माण कार्यों के लिए आस-पास के गाँवों तक फैल चुकी है।

जय मां संतोषी समूह, सती स्व-सहायता समूह जैसे समूहों की महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से मज़बूत हुई हैं, बल्कि अन्य महिलाओं को भी इस कार्य से जोड़ रही हैं। उन्होंने यह दिखा दिया कि सही दिशा, सहयोग और योजना से ग्रामीण महिलाएं भी “लखपति दीदी” बन सकती हैं।

Ashish Sinha

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