
सरकार ने महासमुंद में किया टेलीमानस ऐप का सफल शुभारंभ, मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को मिलेगा बढ़ावा!
सरकार ने महासमुंद में किया टेलीमानस ऐप का सफल शुभारंभ, मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को मिलेगा बढ़ावा!
महासमुंद, 3 मार्च 2025 – मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा विकसित टेलीमानस मोबाइल ऐप को महासमुंद जिले में सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। यह ऐप नागरिकों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का निदान एवं परामर्श देने के लिए प्रशिक्षित विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया गया है।
टेलीमानस ऐप मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक आसान पहुंच प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसके माध्यम से उपयोगकर्ता मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों से संपर्क कर सकते हैं और उचित मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। ऐप को देशभर में बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है ताकि लोग आसानी से डिजिटल माध्यम से विशेषज्ञों की सलाह ले सकें।
महासमुंद जिले में टेलीमानस ऐप के प्रचार-प्रसार के लिए व्यापक अभियान चलाया गया है। इसके तहत:
स्वास्थ्य संस्थानों, स्कूलों, कॉलेजों, छात्रावासों, प्रमुख शासकीय कार्यालयों, जेलों, आश्रमों और अनाथालयों में पोस्टर और इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले लगाए गए हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप) के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया गया है।
टेलीमानस ऐप का क्यूआर कोड और हेल्पलाइन नंबर 14416 का प्रचार किया गया है ताकि लोग आसानी से ऐप डाउनलोड कर इसका लाभ उठा सकें।
जनता से अपील
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी. कुदेशिया ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे इस ऐप को अधिक से अधिक डाउनलोड करें और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े लाभ उठाएं। उन्होंने कहा, “टेलीमानस ऐप मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने की जरूरत है।”
टेलीमानस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यह ऐप उपयोगकर्ताओं को प्रशिक्षित विशेषज्ञों से कनेक्ट करने और आवश्यक मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है।
महासमुंद जिले में टेलीमानस ऐप का सफल शुभारंभ मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह ऐप न केवल मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करेगा बल्कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता भी बढ़ाएगा।