
कलेक्ट्रेट कार्यालय में औचक निरीक्षण, अधिकारियों-कर्मचारियों को समयपालन के कड़े निर्देश
कलेक्ट्रेट कार्यालय में औचक निरीक्षण, अधिकारियों-कर्मचारियों को समयपालन के कड़े निर्देश
अंबिकापुर, 04 मार्च 2025: प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने और कार्य संस्कृति में सुधार लाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज कलेक्ट्रेट स्थित कंपोजिट बिल्डिंग में विभिन्न विभागों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति, कार्य निष्पादन और प्रशासनिक अनुशासन की गहन समीक्षा की गई।
निरीक्षण का नेतृत्व जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) विनय कुमार अग्रवाल और अपर कलेक्टर अमृतलाल ध्रुव ने किया। उन्होंने सभी विभागों के कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वे प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे तक कार्यालय में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें, ताकि प्रशासनिक कार्यों में किसी प्रकार की बाधा न आए और आम जनता को त्वरित सेवाएं मिल सकें।
समयपालन को लेकर सख्त रुख
निरीक्षण के दौरान आदिवासी विकास विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति देखकर संतोष व्यक्त किया गया और विभाग की अनुशासित कार्यप्रणाली की सराहना की गई। वहीं, अन्य विभागों में कर्मचारियों की उपस्थिति पंजी की जांच की गई और यह सुनिश्चित करने के लिए सख्त निर्देश दिए गए कि कोई भी अनावश्यक रूप से अनुपस्थित न रहे।
अधिकारियों ने श्रम विभाग, निर्वाचन शाखा, खनिज शाखा, आबकारी विभाग, साक्षरता मिशन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई), राजीव गांधी शिक्षा मिशन, सहकारिता विभाग, जिला योजना एवं सांख्यिकी विभाग, सहायक पंजीयक फर्म एवं संस्थाएं, छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण, श्रमिक कल्याण विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अधिकारियों का ध्यान गया। कर्मचारियों को आगाह किया गया कि कार्यालयीन कार्यप्रणाली में अनुशासनहीनता स्वीकार्य नहीं होगी। जिन विभागों में उपस्थिति में कमी पाई गई, उन्हें स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए कि भविष्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अधिकारियों ने कहा कि समय पर कार्यालय पहुंचना और निर्धारित समय तक कार्य करना प्रत्येक कर्मचारी की जिम्मेदारी है। यदि कोई बिना अनुमति लगातार अनुपस्थित रहता है, तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि प्रशासनिक कार्यप्रणाली में पारदर्शिता बनी रहे और आम जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। सभी कर्मचारियों को निर्देश दिए गए कि वे कार्यालय में समय पर उपस्थित हों और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ करें।
निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य कार्यालयीन कार्यों की दक्षता बढ़ाना और कर्मचारियों में उत्तरदायित्व की भावना को और अधिक सशक्त बनाना था। वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी कर्मचारियों से अपील की कि वे प्रशासनिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाएं और समय का सही तरीके से प्रबंधन करें, ताकि जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।