
मुख्यमंत्री साय के निर्देश पर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज को मिली 472.58 करोड़ की पुनरीक्षित स्वीकृति
मुख्यमंत्री साय के निर्देश पर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज को मिली 472.58 करोड़ की पुनरीक्षित स्वीकृति
स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और गुणवत्ता सुधार में ऐतिहासिक कदम
रायपुर, 20 मार्च 2025: अंबिकापुर में चिकित्सा सुविधाओं को आधुनिक और उच्च स्तरीय बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के विशेष निर्देश और स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव पर वित्त विभाग ने अंबिकापुर के शासकीय मेडिकल कॉलेज एवं संबद्ध चिकित्सालय भवन के निर्माण कार्य हेतु पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी है। इससे पहले इस परियोजना के लिए 374.08 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई थी, लेकिन निर्माण कार्यों के दायरे में विस्तार और लागत वृद्धि के कारण अब इस परियोजना की कुल लागत 472.58 करोड़ रुपये कर दी गई है।
इस प्रकार, परियोजना लागत में 98 करोड़ रुपये से अधिक की वृद्धि को मंजूरी मिली है, जिससे निर्माण कार्यों को और अधिक तेजी से पूरा करने का रास्ता साफ हो गया है। सरकार का लक्ष्य मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को जल्द से जल्द पूरी तरह कार्यशील बनाना है, जिससे नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
मेडिकल कॉलेज परिसर में निर्माण कार्य तेज, कई भवन उपयोग में
मेडिकल कॉलेज परिसर में निर्माण कार्य तीव्र गति से जारी हैं। अब तक कई प्रमुख निर्माण कार्य पूरे किए जा चुके हैं, जिनमें स्टाफ क्वार्टर, छात्रावास भवन, महाविद्यालय भवन, बाउंड्री वॉल, आंतरिक और बाहरी सड़कें, अंडरग्राउंड वाटर टैंक, एनिमल हाउस, ड्रेनेज सिस्टम, रिटेनिंग वॉल और टो वॉल शामिल हैं। ये भवन चिकित्सा विभाग द्वारा उपयोग में लाए जा रहे हैं, जिससे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा शिक्षा को मजबूती मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से अस्पताल भवन, ऑडिटोरियम, गेस्ट हाउस, बाहरी जल आपूर्ति और सीवर लाइन जैसे शेष निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि सरकार की प्राथमिकता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को जल्द से जल्द पूरी तरह कार्यशील बनाना है, ताकि आम नागरिकों को आधुनिक और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।
मेडिकल कॉलेज में मिलेंगी उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में व्यापक सुधारों के लिए प्रतिबद्ध है। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज को नवीनतम चिकित्सा उपकरणों और आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित किया जाएगा। इससे चिकित्सकों, मेडिकल छात्रों और मरीजों को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी तथा चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में व्यापक सुधार आएगा।
यह मेडिकल कॉलेज न केवल अंबिकापुर बल्कि आसपास के जिलों के नागरिकों के लिए भी चिकित्सा सुविधाओं का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। सरकार का उद्देश्य इस कॉलेज को प्रदेश के अन्य प्रमुख मेडिकल कॉलेजों के समकक्ष बनाना है, ताकि यहां से प्रशिक्षित डॉक्टर उच्च गुणवत्ता की सेवाएं दे सकें।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार, सुधार और उन्नयन के लिए लगातार प्रयासरत है। मेडिकल कॉलेज और चिकित्सालय भवन निर्माण को गति देने के लिए राज्य सरकार हर जरूरी संसाधन उपलब्ध करा रही है। इस परियोजना के पूर्ण होने पर अंबिकापुर और आसपास के जिलों के नागरिकों को आधुनिक और उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी।
मुख्यमंत्री का मानना है कि स्वस्थ समाज ही खुशहाल समाज की नींव होता है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में लगातार सुधार और निवेश कर रही है। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज की पुनरीक्षित स्वीकृति इस दिशा में एक ठोस और महत्वपूर्ण कदम है, जिससे नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलने का मार्ग प्रशस्त होगा।
आधुनिक चिकित्सा सेवाओं का केंद्र बनेगा अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज को आधुनिक चिकित्सा सेवाओं का केंद्र बनाने के लिए सरकार ने विस्तृत योजना तैयार की है। इस योजना के तहत न केवल भौतिक संरचना का विकास किया जा रहा है, बल्कि चिकित्सा उपकरणों, अनुसंधान सुविधाओं और विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सरकार का लक्ष्य इस मेडिकल कॉलेज को प्रदेश के सबसे बेहतरीन चिकित्सा संस्थानों में शामिल करना है, जहां अत्याधुनिक मशीनें, ऑपरेशन थिएटर, आपातकालीन सेवाएं, सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं और डिजिटल चिकित्सा रिकॉर्ड जैसी सुविधाएं उपलब्ध हों।
स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु
बढ़ी हुई बजट राशि: 98 करोड़ रुपये की अतिरिक्त मंजूरी के बाद कुल लागत 472.58 करोड़ रुपये हो गई है।
निर्माण कार्यों की स्थिति: कई प्रमुख भवन पहले ही बनकर तैयार हो चुके हैं और उपयोग में लिए जा रहे हैं।
शेष कार्यों पर विशेष ध्यान: अस्पताल भवन, ऑडिटोरियम, गेस्ट हाउस, बाहरी जल आपूर्ति और सीवर लाइन के कार्यों को जल्द पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है।
आधुनिक सुविधाओं का विस्तार: मेडिकल कॉलेज को नवीनतम तकनीकों और चिकित्सा उपकरणों से लैस किया जाएगा।
नागरिकों को लाभ: अंबिकापुर और आसपास के जिलों के लोगों को उन्नत चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
नवीनतम स्वास्थ्य नीतियों के अनुरूप होगा मेडिकल कॉलेज का विकास
राज्य सरकार इस परियोजना को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। अस्पताल में टेलीमेडिसिन सुविधाएं, डिजिटल रिकॉर्ड प्रबंधन और अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर जैसी व्यवस्थाएं की जाएंगी। साथ ही, मेडिकल छात्रों के लिए एक विश्वस्तरीय शिक्षण और अनुसंधान वातावरण तैयार किया जाएगा, जिससे वे चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों को सीख सकें और उनका उपयोग कर सकें।
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज को मिली पुनरीक्षित स्वीकृति को लेकर स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों में खुशी की लहर है। स्थानीय विधायक और जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री और सरकार को धन्यवाद दिया है। उनका कहना है कि इस मेडिकल कॉलेज के पूर्ण रूप से कार्यशील होने से क्षेत्र के लोगों को बड़े शहरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और उन्हें अपने ही जिले में विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी।
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज का पुनरीक्षित बजट प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है। सरकार की इस पहल से न केवल चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि आम नागरिकों को भी उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ होंगी। मुख्यमंत्री का यह निर्णय स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है, जो आने वाले वर्षों में प्रदेश के चिकित्सा परिदृश्य को पूरी तरह बदल सकता है।










