
राम मंदिर ध्वजारोहण: 11×22 फीट का सनातन ध्वज शिखर पर फहराया, पीएम मोदी ने की घोषणा
राम मंदिर में 11×22 फीट का सिल्क ध्वज 42 फीट के ध्वजदंड पर फहराया गया। पीएम मोदी ने कार्य पूर्ण होने की घोषणा की। काशी और दक्षिण भारत के विद्वान शामिल।
राम मंदिर ध्वजारोहण: 11 फीट ऊंचा, 22 फीट लंबा सनातन ध्वज शिखर पर लहराया, पीएम मोदी ने दी कार्य पूर्ण होने की घोषणा
अयोध्या, 25 नवंबर 2025
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है और आज 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर के मुख्य शिखर पर ध्वजारोहण कर इसकी विधिवत घोषणा कर दी।
इस ऐतिहासिक अनुष्ठान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अनेक संत, वरिष्ठ नेता और देश-विदेश के अतिथि उपस्थित रहे।
काशी और दक्षिण भारत के विद्वानों की उपस्थिति
ध्वजारोहण अनुष्ठान के लिए काशी से 19 नवंबर को विद्वानों का पहला दल अयोध्या पहुंचा था।
इसके बाद 20 नवंबर को वाराणसी और दक्षिण भारत से शेष विद्वान भी मंदिर परिसर में पहुंचे।
मंदिर परिसर में कुल 7 पताकाएं फहराई गईं
धार्मिक परंपरा और वैदिक व्यवस्था के अनुसार आज मंदिर परिसर में कुल 7 पताकाएं फहराई गईं—
- 1 पताका शेषावतार मंदिर में
- 6 पताकाएं परकोटा के पंचायतन के छह मंदिरों में
ये पताकाएं एक विशेष व्यवस्था और वैदिक विधि के अंतर्गत स्थापित की गईं।
11 फीट × 22 फीट का विशेष सिल्क ध्वज
आज फहराया गया राम मंदिर का मुख्य ध्वज परंपरागत रूप से तैयार किया गया है—
- ऊंचाई: 11 फीट
- लंबाई: 22 फीट
- वजन: लगभग 4 किलो
- कपड़ा: शुद्ध सिल्क
ध्वज पर सूर्य, ॐ और कोविदार वृक्ष के शुभ चिन्ह अंकित हैं।
इसे मंदिर के 42 फीट ऊंचे और 5100 किलो वजनी ध्वजदंड पर फहराया गया।
ध्वजारोहण का विशेष मुहूर्त
ध्वजारोहण के लिए 30 मिनट का शुभ मुहूर्त पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने निकाला था।
ये वही आचार्य हैं, जिन्होंने जनवरी 2024 में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त भी निर्धारित किया था।
कार्य पूर्ण होने की प्रतीक घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ध्वजारोहण के बाद इसे राम मंदिर के निर्माण पूर्ण होने की औपचारिक घोषणा बताया।
मंदिर परिसर में उपस्थित भक्तों ने जय श्रीराम के उद्घोष के साथ इस ऐतिहासिक पल का स्वागत किया।
अयोध्या नगरी में इस अवसर पर उत्सव जैसा माहौल दिखाई दिया।










