
महिलाओं के साथ बढ़ती अत्याचार व गैंगरेप की घटनाएं को लेकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव
महिलाओं के साथ बढ़ती अत्याचार व गैंगरेप की घटनाएं को लेकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव
महिला कांग्रेस मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेगी 10 सितंबर को
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकार वार्ता में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के साथ अत्याचार व गैंगरेप की घटनाएं हर दिन बढ़ रही हैं और सरकार मूकदर्शक है। महिलाएं इस कमजोर कानून व्यवस्था से असुरक्षित महसूस कर रही हैं। महिलाएं डरती हैं और सहमी हैं। भाजपा की सरकार के 9 महीने में 600 से अधिक बलात्कार के मामले सामने आए हैं। 3,000 से अधिक महिलाओं के खिलाफ आपराधिक घटना हुई हैं। सत्ता में बैठे लोग अपराधियों को बचाते हैं, इसलिए उनका हौसला बढ़ा है।
आज दुष्कर्म हो रहा है, चाहे वह 4 साल की छोटी भिलाई की बच्ची हो या 50 साल की रायपुर नए बस स्टैंड की महिला हो। आज इस क्षेत्र में किसी भी उम्र की बेटी या महिला सुरक्षित नहीं लगती।
3 सितंबर को सीतापुर में एक नाबालिग लड़की को बाजार से घर लौटते समय बलात्कार किया गया।
रायपुर के नए बस स्टैंड पर एक 50 वर्षीय महिला से सामूहिक दुष्कर्म किया जाता है। दूसरे दिन रिपोर्ट लिखी गई और सामूहिक दुष्कर्म को खारिज कर दिया गया। बलात्कार की रिपोर्ट लिखी गई है और पुलिस यहां अपराधियों को सजा देने के बजाय बचाने में लगी है।
महिलाएं बस्तर, जशपुर, रायगढ़, बिलासपुर, अंबिकापुर और राजधानी रायपुर में दुष्कर्म की घटनाओं से डरती हैं। महिलाएं घर से बाहर निकलने पर असुरक्षित महसूस करती हैं।
5 जुलाई को भिलाई में डीपीएस स्कूल में चार साल की एक छोटी बच्ची के साथ सबसे चौकाने वाली घटना हुई। पास्को एक्ट कहता है कि ऐसी कोई भी घटना होने पर पहले एफआईआर लिखना चाहिए, फिर जांच की जाती है, लेकिन एसपी ने बिना एफआईआर के घटना को नकार दिया। दो डॉक्टरों ने भिलाई की बच्ची के साथ दुर्व्यवहार के मामले में अपनी रिपोर्ट में कहा कि बच्ची के निजी अंगो में चोट आई है। डॉक्टरों ने बड़ी दुर्घटना की आशंका जताई। उसके बाद भी SP मामले को खारिज करते रहे। एफआईआर 5 जुलाई को दर्ज की जाती है, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने विरोध करने के बाद भाजपा सरकार दबाव में आ गई और 4 सितम्बर को लगभग दो महीने बाद एफआईआर दर्ज की गई।
अब राज्य की महिलाओं को न्याय दिलाने की हर मांग पर ही सरकार जांच या कार्रवाई करेगी?
रायगढ़ के पुसौर में एक आदिवासी महिला से 14 लोगों ने दुराचार किया। मीडिया के लगातार दबाव के कारण पुलिस रिपोर्ट लिखी गई।
जशपुर में एक नाबालिग बच्ची को सामूहिक दुराचार का शिकार किया गया था।
कोण्डागांव में एक नाबालिक से बलात्कार, नारायणपुर में एक सरकारी स्कूल में छात्राओं का यौन शोषण, राजिम में दो साल की बच्ची से बलात्कार, भिलाई में एक नाबालिक और पांच साल की बच्ची से बलात्कार, रायगढ़ में एक मुक-बधिर महिला से बलात्कार बलात्कार की घटनाएं जशपुर, केशकाल, पखांजूर दुर्ग, राजधानी रायपुर और रायगढ़, सक्ती, अंबिकापुर में लगातार हो रही हैं।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का झूठा नारा देने वाले अपराधियों को बचाया जा रहा है।
पीड़ित महिलाएं थाना एफआईआर दर्ज करवाने जाती हैं, लेकिन रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय उन्हें जेल में डाल दिया जाता है। जिससे पीड़ित महिलाएं खुद को मार डालती हैं।
बलात्कार की घटनाओं में प्रदेश की वृद्धि चिंता का विषय बन गई है। आज खेत में काम करने वाली महिलाएं, बस में सफर करने वाली महिलाएं, घर में रहने वाली महिलाएं, अस्पताल में भर्ती होने वाली महिलाएं, स्कूल-कॉलेज जाने वाली महिलाएं और हर जगह सुरक्षित नहीं हैं।
पीड़ित महिला को न्याय के लिए बार-बार भटकना पड़ता है क्योंकि पुलिस और प्रशासन आरोपी को बचाने में लगे रहते हैं।
बंगाल में हुई घटना पर प्रतिक्रिया देने वाले भाजपाई छत्तीसगढ़ में चार वर्षीय छोटी बच्ची के साथ यौन हिंसा पर मौन हैं. यह बहुत शर्मनाक है।
कांग्रेस ने इस मामले में फैसला किया है कि हम अपनी बहन और बेटियों की रक्षा और न्याय के लिए संघर्ष करेंगे।
महिला कांग्रेस 10 सितंबर को मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेगी और महिलाओं के अधिकार और सुरक्षा के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी।
आज प्रदेश भर में लगातार हो रहे बलात्कार की घटना बहुत दुखद है। मैं पीड़ित परिवारों का सम्मान करती हूँ। पीड़ित परिवारों के साथ कांग्रेस पार्टी है और न्याय के लिये हमेशा अवाज उठाती रहेगी।