
Ambikapur : काबुल से श्रीलंका तक सभी मानवों का डीएनए 40 हजार वर्ष से एक सम्मान- भागवत………
संघ को समझना है तो शाखा में आना होगा- मोहन भागवत.............
काबुल से श्रीलंका तक सभी मानवों का डीएनए 40 हजार वर्ष से एक सम्मान- भागवत………
पी0एस0यादव/ब्यूरो चीफ/सरगुजा// संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के आगमन पर आयोजित भव्य पथ संचलन से समूचा शहर स्वागत, पुष वर्षा के लिये उमड़ पड़ा। शहर के चारों दिशाओं के मार्ग में भारत माता जी जय के जयकारे के साथ विभिन्न संगठनों, समाज सेवी लोगों के साथ आम नागरिकों के द्वारा भी पुष्प वर्षा कर स्वयं सेवकों का स्वागत किया गया।
हजारों की संख्या से भी अधिक स्वयं सेवकों की लंबी पथ संचलन में संघ का अनुशासन भी शहरवासियों ने देखा। न तो कहीं भगदड़ की स्थिति निर्मित हुए और न ही कहीं कतार टूटा। संघ के अनुशासन के चलते सुरक्षा के लिये बड़ी संख्या में तैनात पुलिस कर्मियों को भी व्यवस्था बनाने में कोई दिक्कत नहीं हुई और पुलिस अधिकारी के साथ कर्मचारी भी सहज दिखे। मार्ग में जगह-जगह लोगों ने भारत के जयकारे के साथ स्वयं सेवकों पर फूल बरसाये। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि विविधता में एकता ही हमारी पहचान है।
हमारी भाषा, वेशभूषा, रहन-सहन अलग-अलग हो सकता है लेकिन संकट के समय हम साथ खड़े होते हैं। संघ कुछ नहीं चाहता। संघ की मंशा उच्च विचारों के साथ बेहत्तर व्यक्तित्व और राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण करना है। भारत को अपनी मां, मातृभूमि मानने वाला हर कोई हिंदू है। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि हिंदू एक जीवन पद्धति व परंपरा है। इस कार्यक्रम केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व मंत्री रामसेवक पैकरा, भैयालाल राजवाड़े आदि मौजूद थे। विभिन्न समाज के प्रमुखों व साधु संतो को भी मंच पर आसन दी गई थी। इसके साथ ही नगर के वरिष्ठजन व गणमान्य नागरिक समेत संघ के स्वयं सेवक बड़ी संख्या में मौजूद थे।