
फतेहपुर ट्रिपल मर्डर केस: दो आरोपियों का एनकाउंटर, स्कॉर्पियो और हथियार बरामद
फतेहपुर में किसान नेता और परिवार के दो सदस्यों की हत्या मामले में पुलिस ने दो आरोपियों का एनकाउंटर किया। पैर में गोली लगने के बाद दोनों गिरफ्तार, स्कॉर्पियो और हथियार जब्त।
फतेहपुर ट्रिपल मर्डर केस: पुलिस ने दो आरोपियों का किया एनकाउंटर, स्कॉर्पियो और हथियार बरामद, इलाके में फैली दहशत
फतेहपुर, उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में हुए एक दिल दहला देने वाले ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो मुख्य आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना न केवल जिले बल्कि पूरे प्रदेश को हिलाकर रख देने वाली है, जिसमें एक किसान नेता और उनके परिवार के दो अन्य सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, मारे गए लोगों में प्रमुख किसान नेता रामविलास यादव, उनकी पत्नी सुशीला देवी और बेटा आशीष यादव शामिल थे। यह हत्याकांड उस समय सामने आया जब ग्रामीणों ने उनके घर से आ रही बदबू और सन्नाटे को महसूस किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घर के अंदर तीनों के शव खून से लथपथ अवस्था में बरामद किए।
हत्या की साजिश और प्रारंभिक जांच
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि हत्या योजनाबद्ध ढंग से की गई थी। आरोपी मृतक किसान नेता के करीबी बताए जा रहे हैं, जिनके साथ कुछ दिनों से ज़मीन संबंधी विवाद चल रहा था। इसके अलावा, मृतक किसान नेता क्षेत्र में किसान आंदोलन और सामाजिक मुद्दों पर भी मुखर थे, जिससे उनकी कुछ लोगों से रंजिश की बात भी सामने आई है।
पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने मीडिया को बताया, “हमें इस हत्याकांड के पीछे गहरी साजिश की आशंका थी। जांच के दौरान कई संदिग्धों को चिन्हित किया गया, जिसमें से दो मुख्य आरोपियों का पता लगाया गया।”
एनकाउंटर में दबोचे गए आरोपी
पुलिस ने इस मामले में बड़ी सफलता उस समय हासिल की जब गुरुवार की रात एक विशेष टीम ने सूचना के आधार पर छापेमारी की। फतेहपुर शहर के बाहरी इलाके में दो संदिग्धों की मौजूदगी की खबर मिली थी। पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके को घेर लिया। इस दौरान आरोपियों ने भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग भी की।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें दोनों आरोपियों के पैरों में गोली लगी। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक काले रंग की महिंद्रा स्कॉर्पियो गाड़ी, दो पिस्टल, कई कारतूस और अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की हैं।
इलाके में तनाव, परिजनों में आक्रोश
इस हत्याकांड ने इलाके में सनसनी फैला दी है। लोगों में भय और गुस्सा दोनों का माहौल है। मृतक परिवार के रिश्तेदारों और स्थानीय ग्रामीणों ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है।
रामविलास यादव के एक रिश्तेदार ने कहा, “वे किसानों के लिए लड़ते थे, गरीबों की आवाज़ बनते थे। उनकी इस तरह की हत्या बहुत दर्दनाक है। हमें न्याय चाहिए।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया और प्रशासन की सख्ती
घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस नेताओं ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की है।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए फतेहपुर के डीएम और एसपी को तलब किया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि केस की त्वरित जांच कर चार्जशीट जल्द से जल्द कोर्ट में दाखिल की जाए।
पुलिस की सक्रियता और आगे की कार्यवाही
फतेहपुर पुलिस ने इस केस को चुनौती के रूप में लिया और क्राइम ब्रांच की मदद से जल्द ही आरोपियों की पहचान की। एनकाउंटर के दौरान पकड़े गए दोनों आरोपी फिलहाल पुलिस कस्टडी में हैं और पूछताछ की जा रही है। पुलिस अन्य संदिग्धों और सहयोगियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया, “हमारे पास कई अहम सुराग हैं। जल्दी ही पूरे गैंग को बेनकाब कर दिया जाएगा।”
सामाजिक और कानूनी पहलू
इस केस ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर क्यों भूमि विवाद और सामाजिक मुद्दे इतनी हिंसक घटनाओं को जन्म दे रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक न्यायिक प्रक्रियाएं तेज नहीं होंगी और प्रशासन संवेदनशील नहीं बनेगा, तब तक ऐसी घटनाएं रुकना मुश्किल है।
वकील अजय त्रिपाठी कहते हैं, “अगर हत्या की ऐसी घटनाओं में दोषियों को तुरंत और सख्त सजा दी जाए, तो अपराधियों में भय उत्पन्न होगा और ऐसी घटनाएं कम होंगी।”