
‘एक बार यहां खालिस्तान बना लेंगे, फिर हम लाहौर चले जाएंगे’, खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह का दावा
खालिस्तानी नेता और वारिस पंजाब डी के प्रमुख अमृतपाल सिंह के सहयोगी लवप्रीत सिंह ‘तूफान’ शुक्रवार को जेल से बाहर निकले। लवप्रीत सिंह को अगवानी करने के लिए अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में वाहनों का लंबा काफिला अजनाला पुलिस स्टेशन पहुंचा था। काफिला फिर अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के लिए रवाना हुआ। इसी दौरान इंडिया टुडे के साथ एक विशेष साक्षात्कार में खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह ने कहा, “एक बार जब हम यहां खालिस्तान बना लेंगे, तो हम लाहौर जाएंगे।”खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह ने पहले पुलिस को अपने सहयोगी लवप्रीत सिंह के खिलाफ मामला बंद करने या परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। अमृतपाल सिंह और उनके पांच सहयोगियों पर उनके पूर्व सहयोगी वरिंदर सिंह द्वारा दायर शिकायत के आधार पर अपहरण, चोरी, दंगा और अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया था। वरिंदर सिंह ने कहा कि अमृतपाल सिंह और उसके भारी हथियारों से लैस लोगों ने उसका अपहरण कर लिया और पीटा था।अमृतपाल सिंह ने यह भी दोहराया कि खालिस्तान की भावना बनी रहेगी और इसे दबाया नहीं जा सकता है। अमृतपाल सिंह ने कहा, “ये कोई पुनरुद्धार नहीं बल्कि पहले से अस्तित्व में है। खालिस्तान पर कोई प्रतिबंध नहीं है। इस पीड़ा को खत्म करने की मांग की जा रही है। मैं खुद को उपदेशक भी नहीं कहूंगा।”अमृतपाल सिंह ने कहा, “राष्ट्रवाद पवित्र नहीं है। लोकतंत्र के अलग विचार होने चाहिए। यह अमृतपाल के बारे में नहीं है और खालिस्तान की भावना बनी रहेगी। आप इसे दबा नहीं सकते।” अमृतपाल सिंह ने तूफान (लवप्रीत सिंह) की रिलीज को “पंथ (सिख धर्म) की जीत कहा है।