
Rahul Gandhi: राहुल गांधी के लोकसभा में दिए भाषण के कई हिस्से रिकॉर्ड से हटाए गए, हिंदुओं पर की थी टिप्पणी
Rahul Gandhi: राहुल गांधी के लोकसभा में दिए भाषण के कई हिस्से रिकॉर्ड से हटाए गए, हिंदुओं पर की थी टिप्पणी
राहुल गांधी ने भाजपा को लक्षित करते हुए कहा कि ‘जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं, वह 24 घंटे हिंसा, नफरत और झूठ बोलते रहते हैं.’ ये हिन्दू नहीं हैं। हिंदू धर्म में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सत्य के साथ खड़े रहना चाहिए और सत्य से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए।’
सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दिए गए संबोधन में से कई टिप्पणियों को रिकॉर्ड से बाहर कर दिया गया है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने अपने भाषण में हिंदुओं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर टिप्पणी की थी। अपने भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं, वे 24 घंटे हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने भी राहुल गांधी के इस बयान पर आपत्ति जताई और कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर है।
राहुल गांधी की टिप्पणी पर हुआ विवाद
सोमवार को राहुल गांधी ने अपना पहला भाषण बतौर विपक्ष दिया, जिसमें उनकी टिप्पणी पर बहस हुई। राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं, वह 24 घंटे हिंसा, नफरत और झूठ बोलते रहते हैं.’ ये सिर्फ हिंदू नहीं हैं। हिंदू धर्म में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सत्य के साथ खड़ा रहना चाहिए और सत्य से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए। शांति फैलानी चाहिए।पीएम मोदी ने राहुल की बात पर आपत्ति जताई तो राहुल ने कहा कि मैंने भाजपा को हिंसक कहा है और नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं हैं। भाजपा हिंदू समाज का पूरा हिस्सा नहीं है। आरएसएस हिंदू समाज का पूरा हिस्सा नहीं है।
प्रधानमंत्री को लेकर भी बोले राहुल गांधी
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को लेकर भी कुछ कहा: “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या से चुनाव लड़ने का विचार किया था, लेकिन सर्वेक्षण में उन्हें बताया गया कि अयोध्या की जनता उन्हें हरा देगी, इसलिए पीएम मोदी वाराणसी गए और वहां से बच निकले।”उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या के लोगों को छोड़कर भाजपा को डराते हैं। इस पर ओम बिरला ने कहा कि नीतियों पर बोलना सही नहीं है, किसी व्यक्ति पर व्यक्तिगत आक्षेप लगाना सही नहीं है।
मीडिया के अनुसार, राहुल गांधी ने अपने भाषण में भाजपा पर लगाए गए आरोपों, जिसमें उन्होंने कहा कि भाजपा अल्पसंख्यकों के साथ पक्षपातपूर्ण व्यवहार कर रही है, उनमें से कुछ टिप्पणियों को संसदीय कार्यवाही से बाहर कर दिया गया है। साथ ही, अदाणी और अंबानी पर टिप्पणी और नीट परीक्षा को लेकर लगाए गए आरोपों को कार्यवाही से बाहर कर दिया गया है। साथ ही, राहुल गांधी ने अग्निवीर योजना को पीएमओ की योजना नहीं बल्कि भारतीय सेना की योजना बताया, जो कार्यवाही के रिकॉर्ड से हटा दिया गया है।
सोमवार को विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने भी राज्यसभा में संबोधन दिया, जिसमें उन्होंने सरकार पर तीखा हमला किया। खरगे ने भी सत्यनाश, घमंड और मुजरा जैसे शब्दों को बाहर कर दिया है। साथ ही, खरगे को संसदीय कार्यवाही से बाहर कर दिया गया क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर समाज को बांटने और झूठ बोलने का आरोप लगाया था।
राहुल गांधी ने दी प्रतिक्रिया
राहुल गांधी ने लोकसभा की कार्यवाही से अपने भाषण का हिस्सा हटाने पर प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने कहा, ‘मोदी जी की दुनिया में सच्चाई को मिटाया जा सकता है लेकिन हकीकत में सच्चाई को मिटाया नहीं जा सकता। मैंने सही कहा; अब उन्हें मिटाना है।’