
वृद्धजनो के सामूदायिक रूप से पुनर्वास के लियेसंरक्षण प्रदान करना लक्ष्य- विजयराज अग्रवाल
वृद्धजनो के सामूदायिक रूप से पुनर्वास के लियेसंरक्षण प्रदान करना लक्ष्य- विजयराज अग्रवाल
गोपाल सिंह विद्रोही बिश्रामपुर-अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसरपरवरिष्ठजनोंकासामूदायिक स्तर पर पुनर्वास’ विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन संस्था सरगुजा ज्ञानोदय एसोसिएशन की एक इकाई वीणा कन्या
महाविद्यालय परिसर में किया गया इस अवसर पर अशोक सिंह -जिला मंत्रीसूरजपुर,संस्था के संचालक विजयराज अग्रवाल, संस्था सरगुजा ज्ञानोदय एसोसिएशन के कर्मचारीगण एवं वीणा कन्या महाविद्यालय के स्टाफ एवं प्रतिभागी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम मे वक्ताओं द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण कर कार्यक्रम
को आरंभ किया गया। संस्था के संचालक विजयराज अग्रवाल ने कार्यशाला में भाग लेने आये
प्रतिभागियों को वरिष्ठजनो के सामूदायिक पुनर्वास कार्यक्रम के संचालन की जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि आने वाले एक माह में आप सभी को इस कार्यक्रम का हिस्सा बनना है और ग्रुप ग्रुप
बंटकर चिन्हाकिंत क्षेत्र में जाकर वृद्धजनों का सर्वेक्षण करना है। आप लोग उस क्षेत्र में निवासरत
वृद्धजनों की जानकारी संकलित करेगें और वृद्धजनों के की आवश्यकतानुसार उसे यथासंभव सहयोग
प्रदान करेगें | अगर वृद्धजनों को कोरोना का टीका नही लगा है, उन्हे स्वास्थ्यकर्मियों की सहायता से
टीके लगवाना है। वृद्धजनों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उसके शुगर एवं ब्लडप्रेशर की जांच करना
है, उनका उपचार करवाना है। न सुन पाने वाले वृद्धजनों के लिये कान की मशीन, कम दृष्टि वालों या
मोतियाबिंद का आपरेशन इस तरह के सभी कार्य आपको वृद्धों के पुनर्वास के लिये करना है। वास्तव
में कोई वृद्ध निराश्रित है और उसकी देख-रेख करने वाला कोई नही है तो उसको वृद्धाश्रम में प्रवेश
दिलाने के लिये भी प्रयास करना होगा। इन सभी कार्यो के लिये आपको समुदाय की सहभागिता
आवश्यक होगी। समुदाय के सहयोग से आपको वृद्धजनों के पुनर्वास कार्यों को पूर्ण करने की जिम्मेदारी होगी। कार्यशाला को संबोधित करते हुए श्री अशोक सिंह -जिला मंत्री भाजपा जिला
सूरजपुर ने कहा कि सेवा मानव समुदाय का धर्म है, और आप सभी को वृद्धजनों के पुनर्वास कार्य को
एक सेवाकार्य के रूप में स्वीकार कर कार्य करना होगा। उन्होने संस्था के संचालक विजयराज
अग्रवाल के कार्यो एवं प्रयासों की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होने वरिष्ठजनों का
सामूदायिक स्तर पर पुनर्वास कार्य को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर प्रारंभ किया है वो
वास्तव में बहुत प्रशंसनीय है। वृद्धजन हम सबके लिये पुज्यनीय और सम्मानीय होने चाहिये और
जीवनपर्यन्त उनकी सेवा सुश्रुषा में कोई कमी नही होनी चाहिये। कार्यक्रम को सफल बनाने में
संस्थागत कर्मचारी दीपा प्रजापति,अनवर हुसैन, सिद्धार्थ तिवारी, कान्ता, निसात, राहुल सिंह, निशांत
परवीन, मुकुल, ओसामा, खुशबू, जयंता इत्यादि ने सक्रिय योगदान दिया।