
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की न्याय यात्रा: दुर्ग से रायपुर तक बच्ची को न्याय दिलाने की मांग | 18-21 अप्रैल 2025
छत्तीसगढ़ कांग्रेस 18 से 21 अप्रैल तक दुर्ग से रायपुर तक ‘न्याय यात्रा’ निकालेगी। यह यात्रा दुर्ग की अबोध बच्ची को न्याय दिलाने और राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को लेकर निकाली जा रही है। जानें पूरा शेड्यूल और उद्देश्य।
दुर्ग से रायपुर तक निकलेगी ‘न्याय यात्रा’, बच्चियों के न्याय और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस का बड़ा अभियान
रायपुर, 13 अप्रैल 2025|छत्तीसगढ़ में महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों के खिलाफ कांग्रेस ने अब सड़कों पर उतरने का फैसला लिया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा “न्याय यात्रा” का आयोजन किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत 18 अप्रैल 2025 को दुर्ग से होगी और 21 अप्रैल को रायपुर में मुख्यमंत्री निवास का घेराव कर इसका समापन होगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में आयोजित हो रही यह यात्रा दुर्ग की अबोध बच्ची — जिसे प्रदेश की ‘निर्भया’ कहा जा रहा है — को न्याय दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। चार दिनों तक चलने वाली इस पदयात्रा के जरिए कांग्रेस न सिर्फ महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाएगी, बल्कि भाजपा सरकार के शासनकाल में कथित रूप से बढ़ती अराजकता और कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को भी जनता के समक्ष लाएगी।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी पत्र के अनुसार, यह यात्रा 18 अप्रैल को दोपहर 3 बजे दुर्ग से शुरू होगी और प्रतिदिन शाम 4 बजे से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए राजधानी रायपुर पहुंचेगी। 21 अप्रैल को मुख्यमंत्री निवास घेराव के साथ यह आंदोलन अपने निर्णायक चरण में प्रवेश करेगा।
यात्रा के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि, मोर्चा संगठन, प्रकोष्ठों के पदाधिकारी और आमजन बड़ी संख्या में शामिल होंगे। कांग्रेस का कहना है कि राज्य में भाजपा के शासन में महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं और न्याय की प्रक्रिया अत्यंत धीमी हो गई है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री श्री मलकीत सिंह गैदू ने सभी जिला, शहर, ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों, मोर्चा संगठनों व प्रकोष्ठ विभागों से इस यात्रा में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की है।
मुख्य बिंदु:
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यात्रा 18 से 21 अप्रैल तक, दुर्ग से रायपुर तक होगी
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दुर्ग की अबोध बच्ची को न्याय दिलाने की मांग
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भाजपा सरकार पर भय और अराजकता फैलाने का आरोप
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महिला सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल