
परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण का किया गया आयोजन
परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण का किया गया आयोजन
सूरजपुर/ कलेक्टर एस जयवर्धन के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा समुदाय आधारित पोषण प्रबंधन एवं पोषण प्रबंधन अंतर्गत मध्यम एवं गंभीर श्रेणी के कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में की जाने वाली आवश्यक कार्यवाही के संबंध में जिला पंचायत सभा कक्ष में परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
उक्त प्रशिक्षण में बच्चों का वृद्धि निगरानी माह में एक बार वीएचएसएनडी के पूर्व 5 से 7 दिवस के अवधि में पूर्ण किया जाना वृद्धि निगरानी के पश्चात् आवश्यकतानुसार सैम बच्चो का भुख परीक्षण किया जाना, सैम और मैम बच्चों का चिकित्सीय परीक्षण वीएचएसएनडी में एएनएम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग द्वारा प्रदाय किया जाना, चिकित्सा परिचर्या की आवश्यकता वाले एनआरसी/ बच्चो का चिकित्सा अधिकारी या और जरूरत के अनुसार दवाइयां भी दी जायेगी, चिकित्सा जटिलता वाले बच्चो को एनआरसी/अस्पताल में संदर्भ किया जाएगा एवं एनआरसी/अस्पताल आधारीत सेवाएं प्रदाय किया जाना, बिना किसी जंटिलता चाले बच्चो को समुदाय आधारित प्रोटोकॉल अनुसार रथानीय आहार तथा आईसीडीएस द्वारा उपलब्ध पुरक पोषण का वितरण कर 16 सप्ताह तक और उसके पश्चात् अगले 6 माह तक फॉलोअप किया जाना, 6 माह से कम के चिन्हित सभी कुपोषित बच्चे को (सैम/एसयूडब्लू) को नज़दीकी एनआरसी तुरंत संदर्भ करना 6 माह के बच्चे का प्रबंधन सी-मैम प्रोटकॉल के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से किया जाएगा। पोषण स्तर की जाँच कर स्वास्थ्य विभाग के सहयोग द्वारा 0 से 6 माह गंभीर कुपोषण के संकेत वाले बच्चे को एसएनसीयू/एनआरसी/अस्पताल संदर्भ किया जाएगा, 0 से 6 माह के माध्यम कुपोषण के संकेत वाले बच्चे को एचबीएनसी/एचबीवाईसी/गृह भेंट के द्वारा प्रबंधन किया जाएगा एवं 0 से 6 माह के सामान्य पोषण वाले बच्चे को एचबीएनसी/एचबीवाईसी गृह भेंट के द्वारा उचित परामर्श द्वारा प्रबंधन किये जाने के संबंध में प्रशिक्षण प्रदान किया गया।प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, बाल विकास परियोजना अधिकारी, एवं पर्यवेक्षक उपस्थित रहे।