
जशपुर में मॉडल सोलर विलेज चयन प्रक्रिया शुरू, 10 बड़े गांव प्रतिस्पर्धा में शामिल
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत जशपुर जिले में मॉडल सोलर विलेज चयन प्रक्रिया शुरू। 10 बड़े गांवों के बीच छह माह की प्रतिस्पर्धा, चयनित ग्राम के विकास के लिए 2 करोड़ की DPR तैयार होगी।
जशपुर में शुरू हुई मॉडल सोलर विलेज चयन प्रक्रिया, 10 बड़े ग्राम प्रतिस्पर्धा में शामिल
रायपुर, 05 दिसंबर 2025। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत जशपुर जिले में एक ग्राम को मॉडल सोलर विलेज के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिला स्तरीय चयन समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर रोहित व्यास के मार्गदर्शन में पूरे जिले में चयन से जुड़े कार्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
10 बड़े गांव प्रतिस्पर्धा में शामिल
भारत सरकार के नवीन दिशा-निर्देशों के अनुसार मॉडल सोलर विलेज के लिए ऐसे राजस्व ग्रामों का चयन अनिवार्य है जिनकी आबादी 5,000 से अधिक हो। जशपुर जिले में ऐसे ग्रामों की संख्या 10 से कम होने के कारण, जिला स्तरीय समिति ने 10 सर्वाधिक आबादी वाले गांवों को प्रतिस्पर्धा में शामिल किया है। इनमें शामिल हैं—
बटईकेला, सन्ना, कांसाबेल, पण्ड्रापाठ, लुडेग, कामारिमा, घोघर, तपकरा, दुलदुला और फरसाबहार।
छह माह चलेगा मूल्यांकन, बढ़ानी होगी सौर क्षमता
चयन प्रक्रिया के तहत इन गांवों को अगले छह माह की अवधि में सरकारी और गैर-सरकारी दोनों माध्यमों से अधिकतम सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित करनी होगी।
इस अवधि में प्रत्येक ग्राम का सौर ऊर्जा उत्पादन, स्थापना की गति, उपभोक्ता सहभागिता, उपयोगिता और तकनीकी दक्षता के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा।
चयनित गांव के लिए बनेगी 2 करोड़ की विकास योजना
प्रतिस्पर्धा पूरी होने के बाद चयनित ग्राम के लिए 2 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (DPR) तैयार की जाएगी। यह DPR 15 मार्च 2026 तक ऊर्जा विभाग, छत्तीसगढ़ शासन को भेजी जाएगी।
इसमें सोलर स्ट्रीट लाइट, रूफटॉप सोलर, पावर बैकअप, माइक्रो ग्रिड, ऊर्जा साक्षरता कार्यक्रम, हरित बुनियादी ढांचा जैसे विकास कार्य शामिल होंगे।
अंतिम निर्णय प्रतिस्पर्धा के आधार पर
जिला स्तरीय समिति ने स्पष्ट किया है कि अंतिम चयन पूरी तरह प्रतिस्पर्धात्मक प्रदर्शन पर आधारित होगा। जो ग्राम सबसे अधिक सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित करेगा, वही जशपुर जिले का मॉडल सोलर विलेज घोषित किया जाएगा।











