
CM विष्णुदेव साय ने शहीद वीर नारायण सिंह को दी श्रद्धांजलि, जयस्तंभ चौक में किया बलिदान दिवस का स्मरण
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायपुर के जयस्तंभ चौक में शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। ब्रिटिश अत्याचार के खिलाफ उनके संघर्ष, त्याग और साहस को याद करते हुए सरकार ने उनके आदर्शों पर कार्य करने की प्रतिबद्धता जताई।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जयस्तंभ चौक में किया शहीद वीर नारायण सिंह के त्याग और संघर्ष का स्मरण
रायपुर, 10 दिसंबर 2025। छत्तीसगढ़ के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और जननायक शहीद वीर नारायण सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज रायपुर के जयस्तंभ चौक पहुँचे। उन्होंने वीर नारायण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके बलिदान तथा संघर्ष को स्मरण किया।
“त्याग, साहस और न्याय के प्रतीक थे शहीद वीर नारायण सिंह” — मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह का जीवन त्याग, साहस और न्याय की अनुपम मिसाल है।
उन्होंने ब्रिटिश शासन के अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध जिस अदम्य साहस के साथ संघर्ष किया, वह छत्तीसगढ़ के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है।
उन्होंने कहा—
“मातृभूमि की रक्षा और वंचित वर्गों के प्रति उनकी निष्ठा सदैव प्रेरणास्रोत रही है। उनका जीवन समाज के कमजोर वर्गों की आवाज़ और न्याय की लड़ाई का प्रतीक है।”
अकाल में अनाज वितरण—मानवता, करुणा और विद्रोह का ऐतिहासिक अध्याय
मुख्यमंत्री ने याद किया कि सोनाखान के ज़मींदार परिवार में जन्म लेने के बावजूद वीर नारायण सिंह का हृदय सदैव
आदिवासियों, किसानों और गरीब वर्गों के दुखों से जुड़ा रहा।
1856 के भीषण अकाल की घटना का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब आमजन भूख से तड़प रहे थे, तब वीर नारायण सिंह ने करुणा और मानवता को सर्वोपरि रखते हुए सरकारी गोदामों का अनाज ज़रूरतमंदों में बाँटा।
यह कदम केवल विद्रोह नहीं था, बल्कि—
- सामाजिक अन्याय,
- शोषण,
- और असमानताओं
के विरुद्ध एक ऐतिहासिक उद्घोष था।
“उनका संघर्ष आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा” — मुख्यमंत्री साय
मुख्यमंत्री साय ने कहा—
“शहीद वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ की अस्मिता और स्वाभिमान की जीवंत प्रेरणा हैं। गरीबों और वंचितों के अधिकारों के लिए उनका जीवन-संघर्ष भावी पीढ़ियों को न्याय, मानवता और राष्ट्रभक्ति के मार्ग पर अग्रसर करता रहेगा।”
उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनके आदर्शों और सपनों के अनुरूप छत्तीसगढ़ के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
जनप्रतिनिधियों और मंत्रियों ने भी दी श्रद्धांजलि
इस अवसर पर कई जनप्रतिनिधि और मंत्री उपस्थित थे, जिनमें शामिल हैं—
- आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम
- वन मंत्री केदार कश्यप
- विधायक पुरन्दर मिश्रा
- छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष रूपसिंह मंडावी
- राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा
सभी ने वीर नारायण सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया।








