
IndiGo Flight Cancellation Crisis: विक्रम सिंह मेहता ने माफी मांगी, DGCA ने 4 इंस्पेक्टरों को हटाया
IndiGo ने दिसंबर 3-5 को हुई फ्लाइट कैंसिलेशन के लिए यात्रियों से माफी मांगी। चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता ने वीडियो संदेश में खेद जताया। DGCA ने 4 ऑपरेशन इंस्पेक्टरों को हटाया। एयरलाइन ने प्रभावित यात्रियों को मुआवजा और ट्रैवल वाउचर भी दिया।
इंडिगो फ्लाइट कैंसिलेशन: चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता ने माफी मांगी, DGCA ने 4 ऑपरेशन इंस्पेक्टरों को हटाया

नई दिल्ली/देशभर। देश की प्रमुख एयरलाइन इंडिगो (IndiGo Airlines) ने दिसंबर की शुरुआत में बड़े पैमाने पर उड़ान रद्द होने के मामले में यात्रियों से सार्वजनिक माफी मांगी है। इंडिगो के चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता ने आठ मिनट के वीडियो संदेश में कहा कि तीन दिसंबर से हुई उड़ान रद्दीकरण की वजह से यात्रियों को भारी असुविधा हुई और इसके लिए एयरलाइन क्षमा प्रार्थी है।
इंडिगो की प्रतिक्रिया और मुआवजा
इंडिगो ने यह भी स्पष्ट किया कि एयरलाइन ने जानबूझकर नया नियम दरकिनार कर कोई संकट पैदा नहीं किया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सभी उड़ानें अपेक्षित समय से पहले सामान्य हो गई हैं।
- प्रभावित यात्रियों को 5,000 से 10,000 रुपये तक का मुआवजा दिया जाएगा।
- इसके अलावा यात्रियों को 10,000 रुपये का ट्रैवल वाउचर भी प्रदान किया गया।
- रद्द की गई उड़ानों के लिए सभी जरूरी रिफंड प्रक्रियाएँ पूरी कर दी गई हैं, जिन यात्रियों के अकाउंट में अभी रिफंड नहीं आया है, उन्हें जल्द क्रेडिट कर दिया जाएगा।
इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने भी माफी मांगी थी और नागरिक उड्डयन मंत्री के सामने हाथ जोड़कर इस संकट के लिए खेद जताया था।
हाईकोर्ट ने लगाई सख्त टिप्पणियाँ
दिल्ली हाईकोर्ट ने एयरलाइन और DGCA से सवाल पूछा कि अचानक उड़ान रद्द होने की स्थिति क्यों पैदा हुई और यात्रियों को राहत देने के लिए क्या कदम उठाए गए। अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि यह मामला केवल यात्रियों की असुविधा तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें आर्थिक नुकसान और सिस्टम की नाकामी भी शामिल है।
DGCA ने इंडिगो पर कार्रवाई की
महानिदेशालय नागरिक उड्डयन (DGCA) ने इंडिगो के ऑपरेशन पर निगरानी में लापरवाही पाए जाने के बाद 4 फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टरों को नौकरी से हटा दिया। ये सभी कॉन्ट्रैक्ट पर DGCA में काम कर रहे थे और उनकी जिम्मेदारी इंडिगो की उड़ानों की सुरक्षा और संचालन का निरीक्षण करना थी।
सरकारी और एयरलाइन स्तर पर सुधार
इंडिगो ने स्पष्ट किया कि उनकी पहली प्राथमिकता हमेशा ग्राहकों की देखभाल रही है। कंपनी ने ऑपरेशन में बाधा के तुरंत बाद सभी रिफंड और मुआवजा प्रक्रियाएँ शुरू कर दी थीं।
इस संकट के बाद एयरलाइन ने अपने कर्मचारियों और निगरानी व्यवस्था में सुधार के संकेत भी दिए हैं ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति न उत्पन्न हो।







