
गया में दिनकर स्मृति सम्मान से सम्मानित हुए पलामू के युवा कवि मनीष मिश्र ‘नन्दन’
गया में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान मां निर्दोष सेवा केन्द्र द्वारा पलामू के कवि मनीष मिश्र 'नन्दन' को अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कवि मनीष मिश्र ‘नन्दन’ को गया में दिनकर स्मृति सम्मान, राष्ट्रीय संगोष्ठी में काव्यपाठ कर लूटी वाहवाही
गया/पलामू। मां निर्दोष सेवा केन्द्र, केसपा, गया के तत्वावधान में जगजीवन महाविद्यालय, गया में आयोजित राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर स्मृति सह सम्मान समारोह के अवसर पर पलामू के युवा कवि मनीष मिश्र ‘नन्दन’ को सम्मानित किया गया। यह दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी साहित्य को नई पीढ़ी से जोड़ने एवं दिनकर जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
इस भव्य समारोह में मनीष मिश्र ‘नन्दन’ ने राष्ट्रकवि दिनकर को नमन करते हुए अपनी ओजस्वी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच पर उन्हें अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने किया, वहीं मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार उपस्थित रहे। समारोह की अध्यक्षता सेवा निवृत्त अपर पुलिस महानिदेशक राजवर्धन शर्मा ने की।
विद्यालयों और महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के बीच आयोजित काव्य प्रस्तुति प्रतियोगिता में कोमल कुमारी, अदिति कुमारी और नूर आयशा ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किए। सभी विजेताओं को दिनकर रचित ‘कुरुक्षेत्र’ पुस्तक और सम्मान पत्र प्रदान किया गया।
कवि मनीष मिश्र ‘नन्दन’ को बधाई देने वालों में वरिष्ठ कवि हरिवंश प्रभात (राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त), रंगकर्मी रवि शंकर पाण्डेय, मीत जरमसतपुरी, संतोष सागर, परशुराम तिवारी, ओंकार सिंह, सरोज झा झारखंडी, शालिनी श्रीवास्तव, अजीत कुमार पाठक, शीला श्रीवास्तव, विकास शर्मा, प्रेम प्रकाश दुबे समेत कई गणमान्य नागरिक शामिल रहे।
कवि मनीष मिश्र ‘नन्दन’ वर्तमान में रेलवे सेवा में कार्यरत हैं और डालटनगंज (पलामू) में रहते हैं। यह सम्मान पलामू जिले के लिए भी गौरव का विषय बन गया है।