
अंबिकापुर में स्कूटी चोर पर पुलिस का हंटर! गांधीनगर पुलिस की दबंग कार्रवाई से आरोपी गिरफ्तार
अंबिकापुर में वाहन चोरी का पर्दाफाश: सरगुजा पुलिस ने चोर को दबोचा, 40 हजार की स्कूटी बरामद

गांधीनगर पुलिस की तत्परता से चोर सलाखों के पीछे, इलाके में पुलिस की कार्रवाई की सराहना
अंबिकापुर। शहर में बढ़ती वाहन चोरी की घटनाओं के बीच सरगुजा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। थाना गांधीनगर पुलिस टीम ने वाहन चोरी के एक मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के कब्जे से चोरी की गई मेस्ट्रो स्कूटी (क्रमांक: CG/15/DF/0859) बरामद की गई है, जिसकी कुल कीमत 40,000 रुपये आंकी गई है। पुलिस की इस कार्रवाई से वाहन चोर गिरोहों में हड़कंप मच गया है और स्थानीय नागरिकों ने इसे एक अहम उपलब्धि बताया है।
घटना का विवरण: बाजार से सामान लेने गया, लौटने पर स्कूटी गायब
मामला 28 अगस्त 2024 का है, जब भिट्टी खुर्द निवासी बिजेंद्र प्रसाद पैकरा अपनी मेस्ट्रो स्कूटी लेकर पटपरिया रोड गए थे। उन्होंने सड़क किनारे वाहन खड़ा किया और सामान खरीदने चले गए। लेकिन जब कुछ देर बाद लौटे, तो देखा कि स्कूटी वहां से गायब थी। उन्होंने आसपास खोजबीन की, लेकिन स्कूटी का कोई सुराग नहीं मिला।
काफी प्रयासों के बाद भी जब स्कूटी नहीं मिली, तो 5 मार्च 2025 को उन्होंने थाना गांधीनगर पहुंचकर अज्ञात आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उनकी रिपोर्ट के आधार पर थाना गांधीनगर में अपराध क्रमांक 162/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 303(2)B में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
पुलिस की खोजबीन और चोर तक पहुंचने की रणनीति
शिकायत दर्ज होते ही गांधीनगर थाना प्रभारी निरीक्षक मोरध्वज देशमुख के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। पुलिस टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और संभावित संदिग्धों पर नजर रखना शुरू किया।
तलाश के दौरान पुलिस को लालमाटी निवासी दिनेश केरकेट्टा (उम्र 30 वर्ष, पिता बहाल केरकेट्टा) के संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली। जब पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने स्कूटी चोरी करने की बात स्वीकार कर ली।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर चोरी की गई स्कूटी बरामद कर ली। चोरी किए गए वाहन को जब्त करने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
चोरी की वारदात का खुलासा करने में पुलिस टीम की भूमिका
गांधीनगर पुलिस की इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, उप निरीक्षक नवल किशोर दुबे, आरक्षक अजय मिश्रा, घनश्याम देवांगन, ऋषभ सिंह और सैनिक अनिल साहू ने अहम भूमिका निभाई। पुलिस की मुस्तैदी और सतर्कता से ही आरोपी तक पहुंचा जा सका और वाहन बरामद किया गया।
वाहन चोरी के मामलों में बढ़ती सक्रियता, पुलिस ने नागरिकों को किया सतर्क
सरगुजा जिले में बीते कुछ महीनों में वाहन चोरी के मामलों में वृद्धि हुई है। इसको लेकर पुलिस लगातार सक्रिय बनी हुई है और संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रख रही है।
थाना गांधीनगर पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि अपने वाहन सुरक्षित स्थान पर खड़े करें, हमेशा लॉक करें और सीसीटीवी कैमरों से लैस पार्किंग स्थलों का उपयोग करें। इसके अलावा, किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया: “पुलिस की तत्परता से अपराधियों में खौफ”
गांधीनगर पुलिस की इस कार्रवाई से आम जनता में संतोष और विश्वास का माहौल बना है। स्थानीय निवासी रमेश गुप्ता ने कहा, “पुलिस ने जिस तेजी से स्कूटी चोर को पकड़ा, वह काबिले तारीफ है। इस तरह की सतर्कता बनी रहे, तो वाहन चोरों के हौसले पस्त हो जाएंगे।”
वहीं, पीड़ित बिजेंद्र प्रसाद पैकरा ने पुलिस की सराहना करते हुए कहा, “मुझे उम्मीद नहीं थी कि मेरी स्कूटी वापस मिल जाएगी, लेकिन पुलिस ने बेहतरीन काम किया है।”
अपराधियों को चेतावनी: “सरगुजा पुलिस के रडार से बचना मुश्किल”
सरगुजा पुलिस अधीक्षक ने इस सफल अभियान के लिए गांधीनगर थाना टीम को बधाई दी और कहा कि “अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। हर अपराधी पुलिस के रडार पर है और जनता के सहयोग से सभी मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
गांधीनगर पुलिस की इस कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अपराधी चाहे जितनी भी चालाकी कर लें, वे कानून की गिरफ्त से बच नहीं सकते। इस घटना से आम जनता को सतर्क रहने और किसी भी आपराधिक गतिविधि की तुरंत सूचना देने की सीख मिली है। उम्मीद है कि पुलिस की यह सक्रियता भविष्य में भी बनी रहेगी, जिससे अपराधों पर लगाम लग सकेगी।












