
आदेश वापस लेने बेरला एसडीएम से मिले आक्रोशित ग्रामीण
भ्रष्ट समूहों को पुनः राशन दुकान संचालन के एसडीएम के आदेश से तीनों गांव के ग्रामीणों में भारी आक्रोश
आदेश वापस नहीं लेने पर एसडीएम कार्यालय घेराव व उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
बेमेतरा – जिलें के बेरला ब्लाक के ग्राम परपोड़ा, कुम्हिगुड़ा व बुढ़ेरा के ग्रामीणों के द्वारा एसडीएम के समक्ष आकर अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए चेतावनी दी गई। उन्होंने भ्रष्ट स्व सहायता समूहों को बेरला एसडीएम द्वारा पुनः राशन दुकानों के संचालन करने के लिए किए गए जारी आदेश के खिलाफ भारी आक्रोश जताया।
10 अगस्त को तीनों ग्राम के ग्रामीणों ने एसडीएम से मिलकर उक्त आदेश को वापस लेने व नहीं लेने पर ग्रामीणों द्वारा एसडीएम कार्यलय घेराव व उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि राज राजेश्वरी महिला स्व सहायता समूह परपोड़ा, सत्य कबीर महिला स्व सहायता समूह कुम्हिगुड़ा, जय बूढा देव महिला स्व सहायता समूह बुढ़ेरा को वापस राशन दुकान संचालन करने के आदेश बेरला एसडीएम द्वारा निकाला गया हैं, इस आदेश से तीनों ग्राम के ग्रामीणों में बहुत आक्रोश हैं। एसडीएम से मिलने वालों में मन्तराम निषाद, गोवर्धन साहू, सुनील राजपूत, नीरज राजपूत, महेश निषाद, जीवन राजपूत, बसन्त नेताम, हरख राम यादव, कंस राम निषाद, त्रिभुवन राजपूत, रवि ठाकुर, कृपा राम निषाद, होरीलाल नेताम, हेमन्त निषाद उपस्थित थे।
भ्रष्ट समूहों को बढ़ावा व सह देते हुए निकाला गया आदेश – उक्त समूहों के द्वारा कोरोना काल के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत मिलने वाले प्रति व्यक्ति 5 किलो अतिरिक्त चावलों को तीनों दुकान वाले लाखों रुपये के खाद्यान सामग्री चावल को गबन कर गए थे, जिसकी ग्रामीणों द्वारा शिकायत की गई थी, जिसके जांच में सही पाये जाने के बाद उक्त समूह को तत्कलीन एसडीएम संदीप ठाकुर द्वारा तीनों समूहों को निलबिंत किया था, साथ ही इन समूह के द्वारा भौतिक सत्यापन में भी लाखों रुपये की गबन पाई गई थी, ऐसे समूहों का निलबंन वर्तमान एसडीएम द्वारा बहाल करते हुए पुनः संचालन करने का आदेश जारी किया गया हैैं। जबकि तीनों ग्राम के ग्रामीणों द्वारा इन समूहों पर पूर्व में ही एफआईआर दर्ज करने की मांग किया गया था, पर यहाँ कांग्रेस कार्यकाल में उन्हें इनाम मिल रहा, जो सोचने वाली बात हैं। यह कैसा खेल, जो बेरला के इतिहास में नही हुआ। उक्त भ्रष्ट समूहों को राशन दुकान संचालन के लिए आदेश करने से भ्रष्टाचारियों का हौसला सातवे आसमान में हैं, वही ग्रामीणों में राजस्व बेरला व कांग्रेस सरकार के खिलाफ़ काफी आक्रोश देखने को मिल रहा हैं।
जनदर्शन में ग्रामीण जिलाधीश से मुलाकात कर करेंगे शिकायत – ग्रामीण कहते है कि यह पहला मामला हम देख रहे है जिसमें भ्रष्ट समूहों को इनाम मिलता देख रहे हैं, इसमें अधिकारी और भ्रष्ट समूहों का मिलीभगत सरकार देखने को मिला, हम इसकी शिकायत जनदर्शन में जिलाधीश से करेंगे व इस कार्य में लिप्त अधिकारी, कर्मचारी की बर्खास्तगी की मांग करेंगे।