
*शासन की योजना अच्छी किंतु ग्राम पंचायतों में उसे भुना पाना कठिन* धर्मेन्द्र साहू
*शासन की योजना अच्छी किंतु ग्राम पंचायतों में उसे भुना पाना कठिन* धर्मेन्द्र साहु
डोंगरगांव सरपंच संघ के अध्यक्ष धर्मेन्द्र साहू ने बताया है कि ग्राम पंचायतों में विभिन्न योजना संचालित है, जिसमें केंद्र व राज्य शासन अलग-अलग योजनाएं क्रियान्वित की है। जिसे अंतिम व्यक्ती तक पहुंचाया जा सके, किंतु शासन की योजनाओं को निभाना सरपंचों के लिए दांतो तले उंगली चबाने के समान है बहर हाल कोरोना संक्रमण जो कि आज विभिन्न ग्रामों में दस्तक दी जिस के बचाव के लिए समस्त सरपंच साथी अपने-अपने पंचायतों में बहुत ही अच्छी भूमिका निभाई है,जिसके लिए वह सम्मान के योग्य है,किंतु जनपद पंचायत छुरीया के अंतर्गत 118 ग्राम पंचायतों में लगभग 60 व्यक्ति की मृत्यु कोरोनावायरस संक्रमण काल में हुआ है ग्राम पंचायतों में श्रद्धांजलि योजना जोकि परिवार के मुख्य कार्य करने वाले व्यक्ती जिसके माध्यम से परिवार का पालन पोषण होता हो व सर्वे सूची में जिन परिवार का नाम अंकित हो उन्हें श्रद्धांजलि योजना अंतर्गत 2000 की राशि प्रदान किया जाता है आज ग्राम पंचायतों में कोरोनावायरस से मृत्यु के अलावा अनेकों सामान्य मृत्यु होती है जिन्हें इस योजना का लाभ देना ग्राम पंचायत की व्यवस्था है किंतु उक्त राशि को सरपंच सर्वप्रथम अपने स्वयं के घर से वहन करता है उसके 4 से 5 माह या एक वर्ष के पश्चात संबंधित सरपंच को वह राशि प्राप्त होता है यह बहुत बड़ी विडंबना है अब इसे कर्मचारियों अधिकारियों की सुस्ती कहा जाए या कुछ और समझ से परे है बहर हाल प्रत्येक सरपंच इस योजना का लाभ अपने अपने ग्राम पंचायतों में पीड़ित परिवारों को प्रदान करती है इसी प्रकार से आज 15 वे वित्त की राशि का पंचायत के विभिन्न कार्यों के लिए वहन करना बहुत मुश्किल हो रहा है इसके लिए पहले ग्राम पंचायत कार्य करवाती है फिर संबंधित फर्म से बिल प्राप्त करती है फिर उस बिल को जनपद में जमा करती है फिर जनपद के ऑपरेटरों के माध्यम से उस राशि का पेमेंट किया जाता है उसमें भी कभी सरवर की परेशानी तो कभी साइड बिजी या कुछ और परेशानियों का सामना कर जैसे तैसे पेमेंट किया जाता है किन्तु कोई फर्म या व्यवसायि उधार में काम करने या सामाग्री प्रदान करने के लिए मना करे, ऐसी स्थिति में ग्राम पंचायतों के सरपंचों का स्थिति बहुत ही दयनीय हो जाता है वर्तमान समय में गांव में पेयजल की बहुत ही समस्या आन पड़ी है लेकिन विभिन्न ग्राम पंचायतों के कई हैंडपंप बंद पड़ा हुआ है कहीं जलस्तर के नीचे जाने से पाइप की कमी तो कहीं हैंडपंप बिगड़ा हुआ ऐसी स्थितियों में संबंधित विभाग के कर्मचारी संबंधित ग्राम पंचायतों के हैंडपंप को दुरुस्त करें व हैंडपंपों के लिए पाइप व्यवस्था कर हैंडपंप सुधार का कार्य तत्काल करें आज ग्राम पंचायतों में विकास कार्य पूरी तरह शिथिल हो चुका है किंतु ग्राम पंचायतों के मुखिया अपने अपने ग्राम पंचायतों में बहुत ही बेहतर ढंग से कार्य रोजगार मूलक कार्य संचालित कर रही है शासन प्रशासन से अपील करते हैं कि, ग्राम पंचायत के किसी भी मद की राशि कार्यपूर्ण होने के बाद ग्राम पंचायत के आधार पर शीघ्र भुगतान की व्यवस्था हो,
श्रधांजली योजना व अन्य सभी योजनाओं की राशि जनपद पंचायतों को जारी हो ताकि पंचायत से इस योजना का प्रकरण प्राप्त होते ही राशि संबंधित ग्राम पंचायत के खाते में हस्तांतरण हो सके, आज सरपंच को कार्य पूर्ण कराकर पेमेंट के लिये जिला कार्यालय तक भटकना पढ़ता है I ऑनलाईन जन्म मृत्युओ का आदेश सचिवों को दिये है यहॉ 98प्रतिशत पंचायतो में कम्प्यूटर प्रिटर नेट की व्यवस्था नहीं है हितग्राहियों के साथ साथ सचिवों को भी प्रमाण पत्र बनाने भटकना पड़ रहा है,मनरेगा का मस्टर रोल जनपद से सॉफ्ट कापी में जारी किया जा रहा है जिसे कैफे से निकलवाना पड़ रहा है,यह विडंबना है शासन प्रशासन का सहयोग ग्राम पंचायतों को मिले तो निश्चित ही समस्त ग्राम पंचायत इस कोरोनावायरस जैसे महामारी को भूलकर विकास की गति को पुनः आगे बढ़ाने मे प्रयास सील रहेंगे
- राजनांदगांव से मानसिंग की रिपोर्ट=====