
आत्म कल्याण के बिना विश्व कल्याण नहीं : ब्रह्माकुमार
रायपुर। माउण्ट आबू से पधारे वरिष्ठ राजयोगी ब्रह्माकुमार राजू भाई ने कहा कि हमें आत्म निरीक्षण कर अपना कल्याण करना है क्योंकि आत्म कल्याण के बिना विश्व कल्याण नहीं हो सकता। जिस प्रकार लाईट हाउस जहाज को रास्ता बतलाने का कार्य करता है। वैसे ही हमें भी लोगों को सही राह बतलाना है। जीवन में जो भी समस्याएं आ रही हैं, उनका समाधान अच्छे संकल्पों से किया जा सकता है।
ब्रह्माकुमार राजू भाई प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के ग्रामीण सेवा प्रभाग के उपाध्यक्ष हैं तथा विगत 51 वर्षों से माउण्ट आबू में समर्पित होकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि सुबह का संकल्प पूरे दिन की दिनचर्या के लिए ‘बीज’ की तरह काम करता है। हम अपने जीवन रूपी वृक्ष को जैसा बनाना चाहते हैं, वैसे संकल्पों का बीज सवेरे -सवेरे तैयार करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि समाज में दिन प्रतिदिन तनाव और अवसाद बढ़ता जा रहा है। कुछ लोग बहुत ज्यादा सोचने लगे हैं। भगवान ने इन्सान के रूप में हमें समय और संकल्प शक्ति रूपी दो प्रमुख शक्तियॉं दी हैं, जिन्हें सही ढंग से उपयोग करके जीवन को महान बनाया जा सकता है। समय का मूल्य समझकर उसका सदुपयोग करने वाले व्यक्ति का जीवन मूल्यवान बन जाता है। इसलिए समय को छोटी-छोटी बातों में व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए। कुछ लोगों की यह आदत ही बन जाती है कि व्यर्थ बातों की टोकरी अपने सिर पर उठाकर चलते हैं। ऐसे लोग कभी हल्के नहीं रह सकते।
उन्होंने कहा कि समय के अलावा हमें अपने एक-एक संकल्प को भी महत्व देना होगा। व्यर्थ बातों से हमारी आन्तरिक शक्तियॉं नष्ट होती हैं। हमारे आज के सुन्दर विचार कल के अच्छे भविष्य का निर्माण करेंगे। तनाव से बचने के लिए हमारे पास अच्छे संकल्पों का भण्डार होना चाहिए।
इससे पहले वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी किरण दीदी ने पगड़ी और साफा पहनाकर राजू भाई का सम्मान किया। ब्रह्माकुमारी भावना दीदी ने राजू भाई का परिचय दिया।