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रायपुर शहर की 18 बड़ी खबरें देखें एक नजर में

रिपोर्टर आशीष सिन्हा छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ प्रदेश के रायपुर जिला की बड़ी खबर

रायपुर : साक्षरता कक्षा में असाक्षरों को पढ़ाएंगे स्वयंसेवी शिक्षक : स्वयंसेवी शिक्षकों का ऑनलाईन उन्मुखीकरण
पढ़ना-लिखना अभियान अंतर्गत प्रदेश के चिन्हांकित स्वयंसेवी शिक्षकों का दो दिवसीय ऑनलाईन उन्मुखीकरण कार्यक्रम आज प्रारंभ हुआ। साक्षरता कक्षा में असाक्षरों को स्वयंसेवी शिक्षक पढ़ाएंगे। उन्मुखीकरण कार्यक्रम में यू-ट्यूब लाइव के माध्यम से अभियान का परिचय देते हुए स्वयंसेवक शिक्षकों की भूमिका और कार्यों पर समझ विकसित की गई। इसके पूर्व भेजी गई लिंक से गूगल पंजीयन प्रपत्र के माध्यम से प्रदेश स्तर पर स्वयंसेवी शिक्षकों ने उन्मुखीकरण हेतु पंजीयन कराया गया। ऑनलाईन उन्मुखीकरण कार्यक्रम में पांच हजार से अधिक स्वयंसेवी शिक्षक शामिल हुए।

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    पढ़ना लिखना अभियान के नोडल अधिकारी प्रशांत कुमार पाण्डेय ने शिक्षित परिवार, शिक्षित समाज, शिक्षित देश बनाने के लिए अमूल्य योगदान देने का आह्वान स्वयंसेवी शिक्षकों से किया। सहायक संचालक दिनेश कुमार टांक ने स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि इस अभियान के साक्षरता यज्ञ में जो चाहें पूर्णाहुति दे सकता है और आगे बढ़कर साक्षरता अभियान में शामिल हो सकता है। उन्मुखीकरण के पहले दिन स्वयंसेवी शिक्षकों को पढ़ना-लिखना अभियान का परिचय, स्वयंसेवी शिक्षकों की भूमिका, कक्षा संचालन विषयों की जानकारी विषय विशेषज्ञों द्वारा दी गई।

    इस अवसर पर जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण रायपुर के रिसोर्स पर्सन चुन्नीलाल शर्मा, प्रो. धारा यादव, परियोजना सलाहकार निधि अग्रवाल, सुनील रॉय एवं नेहा शुक्ला, महेश वर्मा और टेक्नीकल सहयोग के लिए सतीश सोनकर उपस्थित थे।

    ज्ञातव्य है कि दो दिवसीय उन्मुखीकरण के अंतिम दिन साक्षरता में डिजिटल माध्यमों का उपयोग, नवाचारी गतिविधियां, पठन-पाठन की गतिविधियां, पढ़ने-लिखने की गतिविधियां, गणित कौशल, वातावरण निर्माण की जानकारी विषय विशेषज्ञों द्वारा दी जाएगी। गौरतलब है कि उन्मुखीकरण के पश्चात प्रदेश स्तर पर स्वयंसेवी शिक्षकों के लिए 3 दिनों का पूर्णकालिक प्रशिक्षण भी आयोजित की जाएगी।

छत्तीसगढ़ प्रदेश के रायपुर जिला की दूसरी बड़ी खबर

रायपुर : विधानसभा में स्वर्गीय ओम प्रकाश राठिया, स्वर्गीय डॉ. भानुप्रताप गुप्ता, स्वर्गीय श्री लक्ष्मण राम और स्वर्गीय श्री रोशनलाल अग्रवाल को दी गई श्रद्धांजलि
छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व संसदीय सचिव ओम प्रकाश राठिया, अविभाजित मध्यप्रदेश शासन के पूर्व राज्य मंत्री डॉ. भानुप्रताप गुप्ता, अविभाजित मध्यप्रदेश शासन के पूर्व संसदीय सचिव लक्ष्मण राम और छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व सदस्य रोशनलाल अग्रवाल को श्रद्धांजलि दी गई। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने इन दिवंगत विभूतियों का जीवन परिचय देते हुए इनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। सदन में दो मिनट का मौन रखकर इन दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
    मुख्यमंत्री बघेल ने स्वर्गीय रोशनलाल अग्रवाल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि रोशनलाल अग्रवाल को हम सबने बहुत संघर्ष करते और राजनीति में एक-एक सीढ़ी चढ़ते देखा है। वे वर्ष 2013 में रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनकर आए और 2018 तक विधायक रहे। वे काफी मिलनसार और आमजनता के बीच लोकप्रिय थे। स्वर्गीय ओम प्रकाश राठिया को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ओम प्रकाश राठिया धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक चुने गए थे। छत्तीसगढ़ शासन में वे संसदीय सचिव रहे। कम आयु में उनका निधन दुखद है। मुख्यमंत्री बघेल ने अविभाजित मध्यप्रदेश शासन के पूर्व संसदीय सचिव श्री लक्ष्मण राम को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे जशपुर अंचल के कद्दावर नेता और आदिवासी समाज की आवाज थे।  लक्ष्मण राम जी बगीचा विधानसभा क्षेत्र से अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए थे। वे अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए बेहद सजग थे। उन्हें ईब व्यपवर्तन, नारायणपुर ब्रिज, चराईडांग बगीचा रोड, नहर निर्माण, नारायणपुर में बिजली पहुंचाने के लिए याद किया जाता है। वे जीवन के अंतिम क्षण तक जनता की सेवा के लिए समर्पित रहे। उनके निधन से एक युग का अंत हो गया। स्वर्गीय डॉ. भानुप्रताप गुप्ता को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. भानुप्रताप गुप्ता को जनसेवा के अपने अध्यावसाय के सर्वोच्च शिखर तक जाने का अवसर मिला। उन्होंने इसे सार्थक भी किया। एक चिकित्सक और जनप्रतिनिधि के रूप में वे निःस्वार्थ सेवा के माध्यम से लोगों के बीच लोकप्रिय हुए। अविभाजित मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में भी उन्होंने कार्य किया। मुख्यमंत्री ने इन चारों दिवंगतों के शोकाकुल परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, विधायक धर्मजीत सिंह, नारायण चंदेल, पुन्नूलाल मोहले, केशवचंद्रा और शिवरतन शर्मा ने भी सदन में दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

छत्तीसगढ़ प्रदेश के रायपुर जिला की दूसरी बड़ी खबर

रायपुर : अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ आ रहे यात्रियों की होगी कोविड स्क्रीनिंग और कान्टेक्ट ट्रेसिंग ; मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों को जारी किए निर्देश
रायपुर और जगदलपुर (बस्तर) एयरपोर्ट पर मुबंई एवं दिल्ली से आने वाले यात्रियों सहित सभी यात्रियों की होगी कोविड स्क्रीनिंग एवं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग

विशेषकर महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश एवं दिल्ली से सड़क एवं रेल मार्ग से
आने वाले यात्रियों की भी होगी जांच

रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन एवं अन्तर्राज्यीय एंट्री पॉइन्ट पर कोविड स्क्रीनिंग
एवं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था करने के जारी किए गए निर्देश

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से की कोरोना संक्रमण से बचाव की
गाइडलाईन का कड़ाई से पालन करने की अपील

छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ऐहतियाती कदम उठाते हुए अन्य राज्यों से विभिन्न माध्यमों से छत्तीसगढ़ आ रहे यात्रियों की कोविड स्क्रीनिंग एवं कान्टेक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था करने के निर्देश सभी कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों को जारी किए गए हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इस संबंध में सभी कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों को जारी निर्देशों में कहा गया है कि देश में कोरोना संक्रमण प्रभावित व्यक्तियों की संभावित वृद्धि को देखते हुए विभिन्न माध्यमों से अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ आ रहे यात्रियों की कोविड स्क्रीनिंग एवं कान्टेक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था की जाए। रायपुर एवं जगदलपुर (बस्तर) एयरपोर्ट पर विशेष रूप से मुबंई एवं दिल्ली से आने वाले यात्रियों सहित सभी यात्रियों की निर्धारित एस.ओ.पी. अनुसार कोविड स्क्रीनिंग एवं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग संबंधी निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। जारी निर्देशों में कहा गया है कि विशेषकर महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश एवं दिल्ली से सड़क एवं रेल मार्ग से आने वाले यात्रियों की भी कोविड स्क्रीनिंग एवं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग हेतु आवश्यक व्यवस्था रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन एवं अन्तर्राज्यीय एंट्री पॉइन्ट पर की जाए। सभी कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों को इन निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करते हुए उससे संबंधित अन्य समस्त कार्यवाईयों के लिए भी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरोना के बढ़ते प्रकरण को देखते हुए प्रदेशवासियों से कोरोना संक्रमण से बचने हेतु पूर्व में जारी गाइडलाइन का पालन करने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जब तक हम कोरोना पर विजय प्राप्त नही कर लेते तब तक इससे बचने के लिए मास्क पहने, सोशल और फिजिकल डिस्टेंस का पालन करें, थोड़ी-थोड़ी देर में हाथों को धोते रहें। इन उपायों का पालन करने से ही हम अपने प्रदेश में कोरोना को रोकने में काफी हद तक सफल हुए हैं और आगे भी इनका कड़ाई से पालन करते हुए कोरोना संक्रमण की रोकथाम कर सकेंगे।

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रायपुर : ‘पढ़ई तुहंर दुआर‘: बच्चों को पढ़ाई के साथ मिल रहा तकनीकी ज्ञान : कक्षा 5वीं का छात्र विमल भी बना नायक

छत्तीसगढ़ में संचालित ‘पढ़ई तुहंर दुआर‘ कार्यक्रम से प्रदेश के सभी बच्चों को लाभ मिल रहा है। इसके साथ ही बच्चें अलग-अलग तरह का तकनीकी ज्ञान भी सीख पा रहे है। पढ़ई तुहंर दुआर कार्यक्रम में शिक्षक-छात्र सहित अधिकारी जो कोविड-19 के दौर में विशेष रूप से शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं, उन्हें स्कूल शिक्षा विभाग के पोर्टल ‘पढ़ई तुंहर दुआर‘ प्लेटफार्म पर मुख्य पृष्ठ में हमारे नायक के रूप में प्रतिदिन बेहतर कार्य करने वाले छात्र और शिक्षक की सफलता के कहानी लिखकर स्थान दिया जाता है।

इसी कड़ी में जिला बिलासपुर विकासखण्ड कोटा के शासकीय प्राथमिक शाला तिलकडीह की पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र विमल सिंह गोंड़ जिसने मोहल्ला क्लास में पढ़ते हुए बहुत सारी कला सीखी है। कहते हैं “मेहनत इतनी खामोशी से करो, कि कामयाबी शोर मचा दे।”

छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने राज्य के छात्र-छात्राओं के पढ़ाई के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए स्कूल शिक्षा विभाग में “पढ़ई तुंहर दुआर” की शुरुआत की। पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने में कारगर साबित हो रहा है। जिसका लाभ प्रदेश के सभी विद्यार्थियों को मिल रहा है। इससे हर बच्चा ऑनलाईन हो या ऑफलाईन शिक्षा का लाभ पा रहा है। ऐसे में कोटा विकासखण्ड के रतनपुर तहसील अंतर्गत आने वाले तिलकडीह प्राथमिक शाला के पांचवी में पढ़ने वाला छात्र विमल ने स्टोरी विवर के वेबसाइट में 50 कहानियों का स्थानीय भाषा छत्तीसगढ़ी भाषा में अनुवादित कर एक नई शुरूआत की है, जिसे छात्र द्वारा स्वयं पब्लिश भी किया जा चुका है। छात्र विमल ने स्टोरिविवर सहित ऑग्मेंटेड रियलिटी वीडियो बनाने सहित मोहल्ला क्लास में खिलौना बनाने का भी काम करता है। विकासखण्ड स्तरीय खिलौना प्रदर्शनी-सह स्टोरी विवर प्रतियोगिता में विमल प्रथम स्थान पाकर तिलकडीह स्कूल का नाम रोशन किया है।

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रायपुर : जल जीवन मिशन अंतर्गत प्रत्येक घर में दिया जायेगा नल कनेक्शन: मंत्री गुरू रूद्रकुमार
रायपुर, 23 फरवरी 2021

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार के निर्देशन पर जल जीवन मिशन के अंतर्गत वर्ष 2024 तक राज्य के प्रत्येक ग्रामीण परिवार को घरेलू नल कनेक्शन प्रदान किया जायेगा। योजना के क्रियान्वयन के लिए राज्य के सभी जिलों में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन तथा ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम जल एवं स्वच्छता मिशन का गठन किया गया है। इसी कड़ी में कांकेर कलेक्टर श्री चन्दन कुमार की अध्यक्षता में आज जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक आयोजित की। बैठक में जानकारी दी गई, इस योजना के तहत् कांकेर जिले के 454 ग्राम पंचायतों के 1069 ग्रामों में 4355 बसाहटों में निवासरत 01 लाख 45 हजार 255 परिवार लाभान्वित होंगे। वर्तमान में 500 से कम जनसंख्या के बसाहटों में सोलर आधारित लघु नलजल योजना और 500 से अधिक जनसंख्या वाले बसाहटों में नवीन सोलर आधारित नलजल योजना के माध्यम से ग्रामों को पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा।

बैठक के दौरान बताया गया कि कांकेर जिले में 165 योजना के अंतर्गत 132 पूर्ण नलजल प्रदाय योजना एवं 33 प्रगतिरत योजना, इस प्रकार कुल 165 योजनाओं के तहत् ऐसे बसाहट जहां पाईप लाईन का विस्तार नहीं हुआ है, उन बसाहटों में भी पाईप लाईन विस्तार एवं आवश्यकता के आधार पर उच्च स्तरीय आर.सी.सी. जलागार का निर्माण वर्तमान जनसंख्या को आधार मानते हुए 30 वर्ष के लिए रूपांकित करते हुए योजना प्रस्तावित की गई है। यह कार्य रेक्ट्रोफिटिंग के अंतर्गत किया जाएगा, जिससे कि ग्राम के प्रत्येक घर में घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जा सके। सिंगल विलेज के अंतर्गत 778 ग्रामों में नलजल योजना का क्रियान्वयन कर 66 हजार 388 नल कनेक्शन प्रदाय किया जावेगा। जिले के जिन क्षेत्रों में सतही जल स्त्रोत, जिसमें पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध है, जैसे नदी में निर्मित डेम इत्यादि को स्त्रोत मानकर जल की उपलब्ध मात्रा के आधार पर विभिन्न ग्रामों की समूह नलजल प्रदाय योजना तैयार की जा रही है, 05 समूह जल प्रदाय योजना अंतर्गत 226 ग्रामों के 23 हजार 861 परिवारों को घरेलू कनेक्शन प्रदाय किया जाना प्रस्तावित है। इन सभी कार्यों की डीएपी एवं स्वीकृत कार्यों को ऑनलाइन निविदा के माध्यम से कराये जाने हेतु समिति द्वारा अनुमोदन किया गया तथा योजनाओं से संबंधित बचे शेष कार्यों का डीपीआर तत्काल प्रशासकीय स्वीकृति हेतु समिति में प्रस्तुत किये जाने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड कांकेर के कार्यपालन अभियंता एस.आर. नेताम को निर्देशित किया गया है। इस अवसर पर जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के सदस्य जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वन मण्डलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।

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रायपुर : प्राकृतिक आपदा में मृत्यु: चार प्रकरणों में 16 लाख रुपए की मदद

राज्य शासन द्वारा प्राकृतिक आपदा में मृत्यु के चार प्रकरणों में राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत कुल 16 लाख रूपए की आर्थिक सहायता अनुदान राशि की स्वीकृत की गई है। जांजगीर-चांपा जिले की तहसील अकलतरा के ग्राम लटिया के श्री शशिभूषण मरकाम की पानी में डूबने से मृत्यु होने पर उनके पत्नी श्रीमती पार्वती मरकाम, तहसील बलौदा के ग्राम डोंगरी के श्री विनोद केंवट की सर्पदंश से मृत्यु होने पर उनके मां फुदाना बाई, तहसील जैजैपुर के ग्राम भातमाहुल निवासी श्रीमती श्यामबाई की सर्पदंश से मृत्यु होने पर उनके पति श्री राजेन्द्र रात्रे और ग्राम गुजियाबोड़ के श्री अजीत कुमार साहू की पानी में डुबने से मृत्यु होने पर उनके पत्नी श्रीमती रामेश्वरी को राजस्व पुस्तक 6-4 के तहत चार-चार लाख रूपये की सहायता राशि की स्वीकृति कलेक्टर श्री यशवंत कुमार द्वारा दी गई है।

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रायपुर : साक्षरता कक्षा में असाक्षरों को पढ़ाएंगे स्वयंसेवी शिक्षक : स्वयंसेवी शिक्षकों का ऑनलाईन उन्मुखीकरण

पढ़ना-लिखना अभियान अंतर्गत प्रदेश के चिन्हांकित स्वयंसेवी शिक्षकों का दो दिवसीय ऑनलाईन उन्मुखीकरण कार्यक्रम आज प्रारंभ हुआ। साक्षरता कक्षा में असाक्षरों को स्वयंसेवी शिक्षक पढ़ाएंगे। उन्मुखीकरण कार्यक्रम में यू-ट्यूब लाइव के माध्यम से अभियान का परिचय देते हुए स्वयंसेवक शिक्षकों की भूमिका और कार्यों पर समझ विकसित की गई। इसके पूर्व भेजी गई लिंक से गूगल पंजीयन प्रपत्र के माध्यम से प्रदेश स्तर पर स्वयंसेवी शिक्षकों ने उन्मुखीकरण हेतु पंजीयन कराया गया। ऑनलाईन उन्मुखीकरण कार्यक्रम में पांच हजार से अधिक स्वयंसेवी शिक्षक शामिल हुए।

पढ़ना लिखना अभियान के नोडल अधिकारी श्री प्रशांत कुमार पाण्डेय ने शिक्षित परिवार, शिक्षित समाज, शिक्षित देश बनाने के लिए अमूल्य योगदान देने का आह्वान स्वयंसेवी शिक्षकों से किया। सहायक संचालक श्री दिनेश कुमार टांक ने स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि इस अभियान के साक्षरता यज्ञ में जो चाहें पूर्णाहुति दे सकता है और आगे बढ़कर साक्षरता अभियान में शामिल हो सकता है। उन्मुखीकरण के पहले दिन स्वयंसेवी शिक्षकों को पढ़ना-लिखना अभियान का परिचय, स्वयंसेवी शिक्षकों की भूमिका, कक्षा संचालन विषयों की जानकारी विषय विशेषज्ञों द्वारा दी गई।

इस अवसर पर जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण रायपुर के रिसोर्स पर्सन श्री चुन्नीलाल शर्मा, प्रो. धारा यादव, परियोजना सलाहकार सुश्री निधि अग्रवाल, श्री सुनील रॉय एवं सुश्री नेहा शुक्ला, श्री महेश वर्मा और टेक्नीकल सहयोग के लिए श्री सतीश सोनकर उपस्थित थे।

ज्ञातव्य है कि दो दिवसीय उन्मुखीकरण के अंतिम दिन साक्षरता में डिजिटल माध्यमों का उपयोग, नवाचारी गतिविधियां, पठन-पाठन की गतिविधियां, पढ़ने-लिखने की गतिविधियां, गणित कौशल, वातावरण निर्माण की जानकारी विषय विशेषज्ञों द्वारा दी जाएगी। गौरतलब है कि उन्मुखीकरण के पश्चात प्रदेश स्तर पर स्वयंसेवी शिक्षकों के लिए 3 दिनों का पूर्णकालिक प्रशिक्षण भी आयोजित की जाएगी।

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रायपुर : छत्तीसगढ़ के पिछड़ा वर्ग समाज प्रमुखों की बैठक 25 फरवरी को न्यू-सर्किट हाउस में

छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा 25 फरवरी 2021 को न्यू-सर्किट हाउस रायपुर में छत्तीसगढ़ के पिछड़ा वर्ग समाज प्रमुखों की बैठक आयोजित की गई है। आयोग के अध्यक्ष श्री थानेश्वर साहू ने बताया कि बैठक में सामाजिक पिछड़ेपन को दूर करने एवं शैक्षणिक विकास के संबंध में समाज प्रमुखों से विचार-विर्मश किया जाएगा।

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रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने की शिकायतों की सुनवाई

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छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा पिछड़ा वर्ग समुदाय के व्यक्तियों द्वारा की गई शिकायत के संबंध में सुनवाई की गई। शिकायत करने वाले व्यक्तियों एवं जिनके विरूद्ध शिकायत की गई थी, उन्हें आयोग कार्यालय में बुलाकर दोनों पक्षों को सुना गया और उनके बयान दर्ज किए गए। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री थानेश्वर साहू ने बताया कि 22 फरवरी को कबीरधाम और गरियाबंद जिले की शिकायतों की सुनवाई की गई। 23 फरवरी को मुंगेली, धमतरी जिले से प्राप्त शिकायतों की सुनवाई की गई। उन्होंने बताया कि पिछड़ा वर्ग समुदाय के व्यक्तियों द्वारा पड़ोसियों द्वारा प्रताड़ित किए जाने, नौकरी लगाने के नाम पर 5.30 लाख रूपए ठगी का मामला, घर की भूमि में गड़ा धन निकालने के लिए 25 लाख रूपए ठगी आदि के मामलों की सुनवाई की गई और दोनों पक्षों बयान दर्ज किया गया है। आयोग द्वारा प्रकरणों के संबंध में कार्रवाई हेतु अनुशंसा की जाएगी।

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रायपुर : रायपुर एवं बिलासपुर खेल अकादमी में निःशुल्क प्रशिक्षण: हॉकी-तीरंदाजी एवं एथलेटिक्स में खिलाड़ी छात्र-छात्राओं ने लिया हिस्सा

रायपुर एवं बिलासपुर खेल अकादमी में हॉकी, तीरंदाजी एवं एथलेटिक्स विधा में निःशुल्क प्रशिक्षण के लिए प्रवेश हेतु जिलों में चयन स्पर्धा का आयोजन किया जा रहा है। बीजापुर के मिनी स्टेडियम में आयोजित स्पर्धा में 116 खिलाड़ी छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। इसमें 76 बालक एवं 40 बालिकाएं शामिल हैं। जिला स्तरीय ट्रायल में चयनित खिलाड़ियों को राज्य स्तरीय ट्रायल स्पर्धा के लिए रायपुर एवं बिलासपुर भेजा जाएगा, जहां वे पुनः ट्रायल स्पर्धा में भाग लेंगे। जिला स्तरीय ट्रायल स्पर्धा में खेल संचालनालय के प्रतिनिधि, दंतेवाड़ा एवं सुकमा के खेल अधिकारी प्रेक्षक के रूप में मौजूद थे। इस दौरान बीजापुर खेल अकादमी के सभी प्रशिक्षक और खेल अधिकारी सह प्रभारी बीजापुर स्पोर्टस अकादमी मौजूद रहकर जिला स्तरीय ट्रायल स्पर्धा को संपन्न कराया।

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रायपुर : महिला समूह के हर्बल गुलाल के सुरक्षित और खुशनुमा रंगों से रंगीन होगी होली
रोजगार मूलक गतिविधियों से जुड़कर महिलाओं ने पकड़ी स्वावलंबन की राह

हर साल की तरह इस बार भी होली के त्यौहार को रंगीन बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। होली के खुशनुमा रंग कई बार केमिकल और मिलावट की वजह से एक बुरा अनुभव छोड़ जाते हैं। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ में महिला समूहों द्वारा हर्बल गुलाल तैयार कर होली को सुरक्षित और खुशहाल बनाने की तैयारी की जा रही है। इससे महिलाओं के स्वावलंबन की राह खुलने के साथ इकोफ्रेंडली होली से लोग रंगों के साइड इफेक्ट से बचेंगे।
हर्बल गुलाल बनाने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर द्वारा आदिवासी उप योजना अंतर्गत ग्राम कुलगांव, गढ़पिछवाड़ी, बेवरती, पटौद लुलेगोंदी एवं अन्य ग्राम के स्व-सहायता समूह की महिलाओं को हर्बल गुलाल बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। होली का त्योहार आने वाला है जिसमें लोग रंग गुलाल का उपयोग करते हैं, जो विभिन्न रसायनिक सामग्रियों का उपयोग करते हुये बनाये जाते हैं, जिससे त्वचा में एलर्जी, आंखों में इंफेक्शन, दमा, अस्थमा, खुजली जैसे कई प्रकार की समस्याएं हो जाती हैं। इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर द्वारा प्राकृतिक पदार्थो जैसे कत्था, चंदन, पालक, लालभाजी, मेंहदी, धवई, पलाश, चुकंदर, हल्दी एवं गुलाबजल आदि का उपयोग करते हुए त्वचा के लिए सुरक्षित हर्बल गुलाल बनाने की विधि समूह की महिलाओं को सिखाई जा रही है। केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ कोमल सिंह केराम के मार्गदर्शन में महिलाओं ने स्वयं हर्बल गुलाल बनाकर प्रायोगिक प्रशिक्षण प्राप्त किया। हर्बल गुलाल की बाजार में बढ़ती हुई मांग को देखते हुए बड़ी मात्रा में इसे तैयार किया जायेगा जिससे समूह की महिलाओं को रोजगार मिलेगा साथ ही गुलाल के रंग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी नहीं होगे।

छत्तीसगढ़ प्रदेश के रायपुर जिला की दूसरी बड़ी खबर

रायपुर : प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के निर्माणाधीन कार्यों के परीक्षण के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षकों का छत्तीसगढ़ दौरा
जशपुर, दंतेवाड़ा, कबीरधाम और सूरजपुर में प्रगतिरत कार्यों का करेंगे परीक्षण, समीक्षकों के मोबाइल नम्बर पर साझा कर सकते हैं शिकायतें

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के निर्माणाधीन कार्यों के गुणवत्ता परीक्षण के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षक छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। वे जशपुर, दंतेवाड़ा, कबीरधाम और सूरजपुर जिले का दौरा कर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़कों का परीक्षण करेंगे। संबंधित जिले के राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षक से उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क कर प्रगतिरत सड़कों की गुणवत्ता के संबंध में शिकायत साझा की जा सकती है।

राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षक श्री हरिबंश सिंह (मोबाइल नम्बर 9415221049) 23 फरवरी से 27 फरवरी तक जशपुर में सड़कों की गुणवत्ता का परीक्षण करेंगे। श्री अशोक कुमार परवान (मोबाइल नम्बर 9941809109) दंतेवाड़ा में 23 फरवरी से 25 फरवरी तक, श्री इलाही मोहम्मद (मोबाइल नम्बर 9412296112 एवं 9794329797) कबीरधाम में 19 फरवरी से 24 फरवरी तक तथा श्री धरम राज (मोबाइल नम्बर 9453847888 एवं 7007803930) सूरजपुर में 20 फरवरी से 25 फरवरी तक सड़कों की गुणवत्ता की समीक्षा करेंगे।

छत्तीसगढ़ प्रदेश के रायपुर जिला की दूसरी बड़ी खबर

रायपुर : प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में स्टेट क्वालिटी मॉनिटर्स के इम्पैनलमेंट के लिए आवेदन आमंत्रित : 28 फरवरी तक भेज सकते हैं आवेदन

राज्य शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की एजेंसी छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत स्टेट क्वालिटी मॉनिटर्स के इम्पैनलमेंट के लिए आवेदन आमंत्रित किया है। इसके लिए कार्यपालन अभियंता (सिविल) या इससे उच्च पद से सेवानिवृत्त अभियंताओं तथा छत्तीसगढ़ व पड़ोसी राज्यों के इंजीनियरिंग या पॉलिटेक्निक कॉलेज के सेवानिवृत्त प्राध्यापकों (सिविल इंजीनियरिंग) से आवेदन मंगाया गया है। आवेदकों को इन व्यावसायिक योग्यताओं के साथ ही सड़क या पुल या दोनों के निर्माण एवं रखरखाव का अनुभव होना आवश्यक है। आवेदन 28 फरवरी 2021 तक जमा किए जा सकते हैं।

इम्पैनलमेंट के लिए पात्रता की शर्तें, स्टेट क्वालिटी मॉनिटर्स के कर्तव्य (Duty) और आवेदन पत्र का प्रारूप वेबसाइट www.pmgsy.nic.in पर ‘डीओ एंड एसक्यूएम सलेक्शन एंड परफॉर्मेंस इवेल्यूएशन (DO and SQM selection and performance evaluation)’ शीर्षक के तहत देखी जा सकती है। स्टेट क्वालिटी मॉनिटर्स के रूप में कार्य करने के इच्छुक आवेदक निर्धारित प्रारूप में अपना आवेदन मुख्य कार्यपालन अधिकारी, छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण, विकास भवन, सिविल लाइन, रायपुर को 28 फरवरी तक भेज सकते हैं। अभिकरण ने एनआरआईडीए (NRIDA) में नेशनल क्वालिटी मॉनिटर और दूसरे राज्यों में स्टेट क्वालिटी मॉनिटर के रूप में इम्पैनल्ड अधिकारियों तथा 28 फरवरी 2021 को 67 साल की उम्र पूरी कर रहे अधिकारियों को आवेदन नहीं करने कहा है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश के रायपुर जिला की दूसरी बड़ी खबर

रायपुर : विशेष पिछड़ी जनजाति श्रीमुनी को मिला अंत्योदय राशन कार्ड

राज्य शासन द्वारा प्रदेश में निवासरत् एवं छुटे हुए बिरहोर तथा पहाड़ी कोरवा जनजाति के परिवारों के सदस्यों का राशन कार्ड प्राथमिकता से बनाने के निर्देश दिये गए हैं। जशपुर जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा एवं बिरहोर परिवारों का प्राथमिकता से राशन कार्ड बनाया जा रहा है । साथ ही उन्हें शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभांवित किया जा रहा है। जिले के बगीचा विकास खण्ड के ग्राम देवड़ॉड के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवार के महिला श्रीमती श्रीमुनी पति राजेश्वर हसदा का अंत्योदय राशन कार्ड बनाकर उन्हें प्रदान किया गया। श्रीमुनी के परिवार में 03 सदस्य हैं। राशन कार्ड पाकर श्रीमुनी ने खुशी जाहिर करते हुए शासन को धन्यवाद दिया है। जिले के खाद्य अधिकारी ने बताया कि विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के लिए खाद्य विभाग द्वारा अंत्योदय कार्ड जारी किया जा रहा है ।

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रायपुर : समाज कल्याण मंत्री श्रीमती भेंड़िया मानिकपुरी पनिका समाज के सम्मेलन में हुई शामिल: सामुदायिक भवन का किया लोकार्पण

महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया बालोद जिले के नगर पंचायत चिखलाकसा में मानिकपुरी पनिका समाज के सामाजिक सम्मेलन में शामिल हुई। वहा उन्होंने 5 लाख रूपए की लागत से निर्मित सामुदायिक भवन का लोकार्पण कर अपनी शुभकामनाए दी। मंत्री श्रीमती भेंड़िया ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में समाज के सभी वर्ग के लोगों के विकास के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देकर उपस्थित जनों को उसका लाभ उठाने प्रेरित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाज के लोग तथा पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

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रायपुर : मनरेगा से बने कुएं ने बदला भोजन और जिंदगी का स्वाद
धान की खेती के बाद खाली रहने वाली जमीन पर अब आलू, टमाटर, बैंगन, कुंदरु, करेला, बरबट्टी फूलगोभी, पत्तागोभी, बैंगन, टमाटर और मटर की पैदावार

सरगुजा के पोतका गांव के श्री दिका प्रसाद के भोजन और जिंदगी, दोनों का स्वाद अब बदल गया है। जीवन साथी श्रीमती लक्ष्मनिया के हाथों की बनी तरकारी में अब उन्हें पहले से कहीं अधिक स्वाद और आनंद आने लगा है। और आए भी क्यों न! आखिरकार ये तरकारियां उनकी अपनी बाड़ी की जो हैं, जिन्हें पहली बार दिका प्रसाद ने लक्ष्मनिया के साथ मिलकर उगाया है और मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) से बने अपने कुएं के पानी से सींचा व संवारा है। मनरेगा से घर की बाड़ी में कुआं खुदाई के बाद से इस परिवार की जिंदगी बदल गई है। अब दिका प्रसाद सब्जी उत्पादक किसान कहलाने लगे हैं।

सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखण्ड मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर पोतका के किसान दिका प्रसाद और लक्ष्मनिया अपने दो बच्चों के साथ रहते हैं। उनके जीवन में आए इस बदलाव की शुरुआत करीब दो साल पहले हुई थी। कुआं खुदाई के पहले वे अपने घर से लगे दो एकड़ खेत में खरीफ सीजन में केवल परिवार के खाने लायक धान उगा पाते थे। सिंचाई का कोई साधन नहीं होने के कारण बांकी समय यह जमीन खाली पड़ी रहती थी। पूरे परिवार के लिए रोजमर्रा के पानी की जरूरतों के लिए लक्ष्मनिया को काफी मशक्कत भी करनी पड़ती थी। उसे सुबह-शाम घर से 300 मीटर दूर सार्वजनिक हैंडपंप से पानी भरना पड़ता था।

ग्राम पंचायत की पहल पर दिका प्रसाद की बाड़ी में कुआं निर्माण ने उनकी खेती और परिवार की दिक्कत सुलझाने का रास्ता खोला। दो साल पहले मनरेगा से दो लाख दस हजार रूपए की लागत से निर्मित कुएं से उनकी जिंदगी में बदलाव की शुरुआत हुई। जैसे-जैसे कुएं की गहराई बढ़ती जा रही थी, वैसे-वैसे इनकी उम्मीदों की रोशनी भी बढ़ती जा रही थी। कुआं खुदाई के दौरान उनके परिवार को मनरेगा के अंतर्गत 90 दिनों का सीधा रोजगार भी मिला। इससे उन्हें 15 हजार 840 रूपए की मजदूरी प्राप्त हुई। दिसम्बर-2019 में दिका प्रसाद, लक्ष्मनिया और गांव के आठ अन्य मनरेगा श्रमिकों की मेहनत से कुएं का निर्माण पूर्ण हुआ। जैसे-जैसे कूप निर्माण का काम पूर्णता की ओर बढ़ता गया, दिका प्रसाद और लक्ष्मनिया अपनी बाड़ी भी तैयार करते गए।

कुआँ बन जाने के बाद दिका प्रसाद ने अपनी बाड़ी में पिछले साल आलू, टमाटर, बैंगन, कुंदरु, करेला, बरबट्टी, फूलगोभी, पत्तागोभी, बैंगन, टमाटर और मटर उगाया। बाजार में इन्हें बेचकर परिवार ने 15 हजार रुपए की कमाई की। कुएँ के पानी से धान की खेती में भी मदद मिली और सात क्विंटल धान का उत्पादन हुआ। धान की फसल के बाद इस साल उन्होंने बाड़ी में फूलगोभी, पत्तागोभी, बैंगन, टमाटर और मटर लगाया है, जिन्हें बेचकर वे अब तक छह हजार रूपए कमा चुके हैं। अपनी बाड़ी में उगी सब्जियों की ओर इशारा करते हुए लक्ष्मनिया कहती हैं कि वह पहले बाजार से सब्जियां खरीदती थी। अब जब से कुआँ बना है, तब से अपनी ही बाड़ी से सब्जियाँ तोड़कर तरकारी बनाती हैं। अपनी मेहनत से उपजाई सब्जी-भाजी को परिवार का हर सदस्य बड़े चाव से खाता है। वहीं दिका प्रसाद बताते हैं कि बाड़ी में पहली बार सब्जियों की पैदावार से जो कमाई हुई, उससे बिजली से चलने वाला एक मोटर पम्प खरीदा। हमारी मेहनत और महात्मा गांधी नरेगा से बने कुएँ से हम बच्चों के बेहतर भविष्य के प्रति आशान्वित हैं। आजीविका सुदृढ़ होने से हम दोनों बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला सकते हैं।

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रायपुर : किसानों को सामयिक कृषि सलाह

संचालनालय कृषि के वैज्ञानिकों ने राज्य के किसानों को मौसम आधारित सामयिक सलाह दी है कि गेंहू की फसल बालियां निकलने की अवस्था में है अतः जो किसान भाई बीज उत्पादन करना चाहते हैं वे विजातीय पौधों को निकालकर खेत से अलग करें। लगातार बादल छाए रहने के कारण चने में इल्ली का प्रकोप होने की संभावना है अतः इल्ली को हाथ से चुनकर नष्ट करें। किटहारी पक्षियों की खेतों में सक्रियता बढ़ाने हेतु 20-25 नग लकड़ियां प्रति हेक्टर की दर से अलग-अलग स्थानों में लगाएं। व्यस्क कीटो कि निगरानी हेतु फिरोमेन ट्रेप 2 नग प्रति एकड़ की दर से लगाएं। सरसों फसल में माहूँ (एफिड) कीट की शिशु और वयस्क दोनों ही हानिकारक अवस्थाएँ है। इस कीट की अधिक प्रकोप होने पर नियंत्रण के लियें इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस.एल. 250 मि.ली. प्रति हेक्टेयर की दर से घोल बनाकर 10-15 दिन के अंतराल पर आवश्यकतानुसार दो से तीन बार छिड़काव करें। किसान भाइयों को सलाह दी गई है कि ग्रीष्म कालीन धान की फसल में तना छेदक के प्रकोप से फसल को बचाने हेतु प्रारम्भिक नियंत्रण के लिए प्रकाश प्रपंच अथवा फिरोमेन ट्रेप का उपयोग करें। दलहनी फसलों में पीला मोजेक रोग दिखाई देने पर रोगग्रस्त पौधों को उखाड कर नष्ट कर दें तथा मेटासिस्टाक्स या रोगोर कीटनाशक दवा 1 मिली/लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।
फल और सब्जियों की फसलांे में प्याज में बैगनी धब्बा बीमारी दिखने या पत्तियां सूखने पर साफ नामक दवा को 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। लगातार बादल छाए रहने के कारण सब्जियों में एफिड (मैनी) एवं भटा में फल एवं तनाछेदक लगने की संभावना हैं। अतः किसान भाइयों को सलाह हैं की प्रारम्भिक कीट नियंत्रण हेतु एकीकृत कीट प्रबंधन का प्रयोग जैसे फीरोमोन प्रपंच, प्रकाश प्रपंच या खेतों में पक्षियों के बैठने हेतु खूटी लगाना लाभकारी होता है। आम में इस समय बौर आ चुका है तथा फल लगना प्रारम्भ हो रहा है। इस अवस्था में बौर में भभूतिया रोग लगने की संभावना रहती है। अतः सलाह दी जाती है कि इसकी सतत निगरानी करें तथा रोग के लक्षण दिखाई देने की स्थिति में बॉविस्टीन 1.5 ग्राम अथवा सल्फेक्स 3 ग्राम प्रतिलीटर पानी के हिसाब से घोल बनाकर छिडकाव करें।

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रायपुर : किसानों को सामयिक कृषि सलाह

संचालनालय कृषि के वैज्ञानिकों ने राज्य के किसानों को मौसम आधारित सामयिक सलाह दी है कि गेंहू की फसल बालियां निकलने की अवस्था में है अतः जो किसान भाई बीज उत्पादन करना चाहते हैं वे विजातीय पौधों को निकालकर खेत से अलग करें। लगातार बादल छाए रहने के कारण चने में इल्ली का प्रकोप होने की संभावना है अतः इल्ली को हाथ से चुनकर नष्ट करें। किटहारी पक्षियों की खेतों में सक्रियता बढ़ाने हेतु 20-25 नग लकड़ियां प्रति हेक्टर की दर से अलग-अलग स्थानों में लगाएं। व्यस्क कीटो कि निगरानी हेतु फिरोमेन ट्रेप 2 नग प्रति एकड़ की दर से लगाएं। सरसों फसल में माहूँ (एफिड) कीट की शिशु और वयस्क दोनों ही हानिकारक अवस्थाएँ है। इस कीट की अधिक प्रकोप होने पर नियंत्रण के लियें इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस.एल. 250 मि.ली. प्रति हेक्टेयर की दर से घोल बनाकर 10-15 दिन के अंतराल पर आवश्यकतानुसार दो से तीन बार छिड़काव करें। किसान भाइयों को सलाह दी गई है कि ग्रीष्म कालीन धान की फसल में तना छेदक के प्रकोप से फसल को बचाने हेतु प्रारम्भिक नियंत्रण के लिए प्रकाश प्रपंच अथवा फिरोमेन ट्रेप का उपयोग करें। दलहनी फसलों में पीला मोजेक रोग दिखाई देने पर रोगग्रस्त पौधों को उखाड कर नष्ट कर दें तथा मेटासिस्टाक्स या रोगोर कीटनाशक दवा 1 मिली/लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।
फल और सब्जियों की फसलांे में प्याज में बैगनी धब्बा बीमारी दिखने या पत्तियां सूखने पर साफ नामक दवा को 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। लगातार बादल छाए रहने के कारण सब्जियों में एफिड (मैनी) एवं भटा में फल एवं तनाछेदक लगने की संभावना हैं। अतः किसान भाइयों को सलाह हैं की प्रारम्भिक कीट नियंत्रण हेतु एकीकृत कीट प्रबंधन का प्रयोग जैसे फीरोमोन प्रपंच, प्रकाश प्रपंच या खेतों में पक्षियों के बैठने हेतु खूटी लगाना लाभकारी होता है। आम में इस समय बौर आ चुका है तथा फल लगना प्रारम्भ हो रहा है। इस अवस्था में बौर में भभूतिया रोग लगने की संभावना रहती है। अतः सलाह दी जाती है कि इसकी सतत निगरानी करें तथा रोग के लक्षण दिखाई देने की स्थिति में बॉविस्टीन 1.5 ग्राम अथवा सल्फेक्स 3 ग्राम प्रतिलीटर पानी के हिसाब से घोल बनाकर छिडकाव करें।

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Haresh pradhan

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