
गरियाबंद को मिली पशु रोगों की पैथोलॉजी लैब की सौगात, अब यहीं होगा सेम्पल परीक्षण
गरियाबंद में पशु चिकित्सा सेवाओं को बड़ी उपलब्धि मिली है। जिला स्तरीय पैथोलॉजी लैब की स्थापना से अब पशु रोगों की जांच रायपुर नहीं भेजनी पड़ेगी। जानें पूरी जानकारी।
पशु रोग जांच के लिए गरियाबंद को मिली पैथोलॉजी लैब की सौगात, अब यहीं होगा सेम्पल परीक्षण
गरियाबंद, 19 जुलाई 2025: गरियाबंद जिले की पशु चिकित्सा सेवाओं को बड़ी मजबूती मिली है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जिले में जिला स्तरीय रोग अनुसंधान प्रयोगशाला (पैथोलॉजी लैब) की स्थापना को स्वीकृति दी गई है। यह सुविधा पशु रोगों की समय पर जांच और उपचार की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है।
अब तक जिले से रक्त, सीरम, दूध, मूत्र आदि के नमूने रायपुर स्थित पैथोलॉजी लैब भेजे जाते थे, जिससे रिपोर्ट आने में विलंब होता था और पशु उपचार में बाधाएं आती थीं। अब जिले में ही यह लैब होने से रिपोर्ट समय पर मिलने, उचित निदान और सटीक उपचार में तेजी आएगी। इसका सीधा लाभ जिले के पशुपालकों को मिलेगा।
डॉ. रागिनी हजारी को सौंपी गई जिम्मेदारी:
डॉ. ओंकार प्रसाद तिवारी, उप संचालक, पशु चिकित्सा सेवाएं गरियाबंद ने जानकारी दी कि डॉ. रागिनी हजारी को लैब के संचालन के लिए नियुक्त किया गया है। वे माइक्रोबायोलॉजिस्ट हैं और इस विषय में पीएच.डी. कर चुकी हैं। उन्हें रोग अनुसंधान के क्षेत्र में गहरी विशेषज्ञता प्राप्त है। उन्होंने 14 जुलाई 2025 को कार्यभार ग्रहण कर जिले में सेवा देना प्रारंभ कर दिया है।
यह प्रयोगशाला नवीन रूप से लोकार्पित जिला पशु चिकित्सालय परिसर में संचालित होगी, जिससे ग्रामीण और अंचल क्षेत्रों के पशुपालकों को समय पर उपचार और वैज्ञानिक जांच की सुविधा सुलभ होगी।