
चोरी गई 64 पेटी सरकारी शराब के प्रति अधिकारी उदासीन
मामला जिलें के साजा व देवकर शराब दुकानों में हुई चोरी का
चोरी के डेड़ माह बाद भी चोरों का पता नहीं लगा पाई पुलिस
बेमेतरा – जिलें के दो शासकीय शराब दुकानों में हुई लाखों की चोरी के प्रति पुलिस विभाग की सुस्ती व उदासीनता देखी जा रही हैं। लाखों रुपए हुई की चोरी के चोरों का पता लगाने में पुलिस को अब तक को कामयाबी नहीं मिल पाई हैं। दोनों शासकीय दुकानों से चोरों ने लगभग 3.5 लाख रुपये की 64 पेटी शराब की चोरी की हैं। वहीं एक चोरी को हुए 50 दिन व दूसरी चोरी को लगभग 20 दिन होने को हैं, मगर चोरों का अब तक कोई भी किसी प्रकार का सुराग भी पुलिस को नहीं लग पाया हैं। अब इसको पुलिस की सुस्ती, उदासीनता, निष्कृयता, कमजोरी क्या कहा जाए समझ से परे हैं। लोगों द्वारा पुलिस व सरकार पर एक से बढ़कर एक कमेंट कर चुटकी ली जा रही हैं। वहीं यह चोरी सरकारी सामान की होने से पुलिस को गंभीरता नहीं दिखाने की बात कहीं जा रही हैं, इसके स्थान पर पूर्व के भांति ठेकेदारी प्रथा होने से चोरों की गिरफ्तारी चंद दिनों में हो जाती, इस तरह की चर्चा आम जन मानस में भी खुलेआम चर्चा का विषय बना हैं। वहीं जिलें में आए नए एसपी से भी इस सरकारी चोरी के मामले का जल्द हल होने की उम्मीद बनी हैं।
मामला हैं जिलें के ब्लाक व पुलिस थाना साजा क्षेत्र के शासकीय शराब दुकान साजा व देवकर में हुई शराब की चोरीयों का। पुलिस थाना साजा से मिली जानकारी के अनुसार 14-15 अप्रेल की रात में शासकीय शराब दुकान साजा के अंग्रेजी शराब दुकान के गोडाउन से गोवा स्पेशल विस्की की 30 पेटी को अज्ञात चोरों द्वारा चोरी किया गया। चोरी गई शराब की कीमत 172800 रु हैं, जिसकी रिपोर्ट साजा थाने में शराब दुकान के सुपरवाइजर बिसहत रजक ने दर्ज कराई, जिस पर साजा थाना में 16 अप्रेल को एफआईआर दर्ज किया गया। वहीं 14-15 मई की रात में शासकीय शराब दुकान देवकर के गोडाउन से देसी शराब मसाला की 32 पेटी व प्लेन की 2 पेटी कुल 34 पेटी को अज्ञात चोरों द्वारा चोरी किया गया। चोरी गई शराब की कीमत 176640 रु हैं, जिसकी रिपोर्ट चौकी देवकर (साजा थाना) में शराब दुकान के सुपरवाइजर दुर्जन वर्मा ने दर्ज कराई, जिस पर साजा थाना में 16 मई को एफआईआर दर्ज किया गया। इस प्रकार दोनों दुकानों से 64 पेटी लगभग 3.5 लाख रु की शराब की चोरी अज्ञात चोरों द्वारा की गई हैं।
रेकी व फुल प्लानिंग से की गई चोरी – दोनों शासकीय शराब दुकानों में हुई चोरी को देख व समझ कर अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि उक्त दोनों चोरीयों में चोरों द्वारा चोरी करने के पूर्व दुकानों व आने जाने वाले रास्तों, सीसी कैमरों की पूरी जानकारी लगभग 7-10 दिनों तक लेकर चोरी को अंजाम दिया गया हैं। चोरों द्वारा दुकान में कहा पर शराब हैं, दुकान में कब कब किस समय कौन रहता हैं, कहा से चोरी करने में आसानी होंगी, सीसी कैमरा कहा कहा लगा हैं, कैमरा कितना एरिया कवर करता हैं यदि की जानकारी एकत्र करने के बाद ही चोरी किया गया हैं। इसके साथ ही पूरे रास्तों में कहा कहा सीसी कैमरा हैं, कौन सा कैमरा चालू है कौन सा बंद, कैमरा का कैप्चर एरिया कितना हैं इन सब बातों को भी बारिकी से जानकारी लेकर पता लगाया गया हैं। इन सब के बावजूद इन चोरीयों में कहीं ना कहीं दुकान के स्टाफ व दुकानों के पास संचालित होने वाले चखना दुकानों के लोगों की भी सहभागिता व संलिप्तता होने की बातों को झुठलाया नहीं जा सकता।
आबकारी विभाग द्वारा उक्त चोरीयों की एफआईआर पुलिस थाना में दर्ज करा दिया गया हैं, अब आगे की कार्यवाही उनकी हैं। इस संबंध में पूर्व एसपी व वर्तमान एसडीओपी बेरला को दो बार मौखिक रूप से बोला गया था। —— नितिन खंडूजा, जिला आबकारी अधिकारी, बेमेतरा
मामले की मैं जानकारी लेती हूँ।—— श्रीमती भावना गुप्ता, एसपी, बेमेतरा