
उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की बैठक में कार्यक्रम के कार्यान्वयन पर चर्चा
उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की बैठक में कार्यक्रम के कार्यान्वयन पर चर्चा
अम्बिकापुर// गुरुवार को, उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की आवश्यक बैठक जिला कलेक्टरेट सभाकक्ष में कलेक्टर विलास भोसकर के मार्गदर्शन में अपर कलेक्टर सुनील नायक की उपस्थिति में हुई। बैठक में सर्वेक्षण और डाटा अपलोडिंग की समीक्षा की गई, और उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को लागू करने के लिए विकासखण्डवार सत्र 2024-25 के लक्ष्य पर चर्चा हुई। अपर कलेक्टर नायक ने उत्साह कार्यक्रम के घटकों पर चर्चा करते हुए कहा कि कार्यक्रम में पूरी कोशिश की जाएगी कि हर गलती हो जाए, जिससे गैर साक्षरों को कार्यक्रम में शामिल किया जा सके। आज की दुनिया में हर व्यक्ति डिजिटल साक्षर होना चाहिए।इसके अलावा, कानूनी, चुनावी, स्वास्थ्य और जीवनकौशल का ज्ञान भी आवश्यक है। पूरी कोशिश करें कि जिले के प्रत्येक व्यक्ति को पूर्ण रूप से साक्षर कर सकें।
जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के जिला परियोजना अधिकारी गिरीश गुप्ता ने बैठक में कार्यक्रम की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उल्लास कार्यक्रम नई शिक्षा नीति 2020 का एक हिस्सा है, जिसके तहत पहला डाटा सर्वे चल रहा है। उनका कहना था कि सरगुजा जिले में साक्षरता दर को 100 प्रतिशत करना उनका लक्ष्य है। उल्लास कार्यक्रम का लक्ष्य वर्ष 2025 तक 35 हजार लोगों को साक्षर करना है।उन्होंने आगे कहा कि नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के पांच हिस्से हैं: बुनियादी शिक्षा, जीवनकौशल, व्यवसाय कौशल, निरंतर शिक्षा और बुनियादी शिक्षा। इस कार्यक्रम को ग्राम पंचायतों और नगरों में भी प्रमुखता से चलाया जाएगा।
सरगुजा जिले में उल्लास कार्यक्रम को एनसीसी, स्काउट गाइड, स्वयंसेवक, महिला बाल विकास के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, डाइट के विद्यार्थी, शासकीय कर्मचारी, सेवानिवृत कर्मचारी और अन्य लोगों की मदद से सफल बनाया जाएगा। लखनपुर को उल्लास कार्यक्रम के तहत आकांक्षी ब्लॉक के रूप में चुना गया है। हमारे लक्ष्य को जल्दी पूरा करने के लिए सभी स्कूलों, महाविद्यालयों, डाइट, महिला बाल विकास और अन्य सभी विभागों के सहयोग की जरूरत है। जिला स्तरीय अधिकारियों ने बैठक में उल्लास कार्यक्रम के बारे में अपने विचार व्यक्त किए और कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना पूरा सहयोग देने का वादा किया।