
भगवान के घर भी नहीं छोड़ा! मंदिर में चोरी करने वाले दो गिरफ्तार
मंदिर में चोरी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार, सीपत पुलिस की बड़ी कार्रवाई
बिलासपुर (सीपत)। सीपत थाना क्षेत्र के मंदिरों में चोरी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन चोरों ने विभिन्न मंदिरों से तांबे और पीतल के धार्मिक प्रतीकों समेत अन्य सामग्री की चोरी की थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को पकड़ लिया और चोरी का सामान बरामद कर लिया।
पिछले कुछ दिनों से सीपत थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में स्थित मंदिरों में चोरी की घटनाएं बढ़ रही थीं। स्थानीय लोगों ने मंदिरों से तांबे और पीतल की मूर्तियाँ, घंटियाँ, त्रिशूल और अन्य धार्मिक सामग्री गायब होने की शिकायत की थी। इसी बीच, ग्राम कर्रा के बंधवा तालाब के पास स्थित शिव मंदिर में भी चोरी की घटना हुई।
मंदिर समिति के सदस्य कुंजराम पटेल ने 28 फरवरी 2025 को सीपत थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि अज्ञात चोरों ने शिवलिंग में स्थापित तांबे का नाग, कलश, त्रिशूल, घंटी और अन्य सामग्री चोरी कर ली है। चोरी गए सामान की कुल कीमत लगभग 35,000 रुपये आंकी गई।
इस घटना के बाद थाना प्रभारी गोपाल सतपथी ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश प्राप्त किया। पुलिस की टीम ने अपनी जांच शुरू की और सीपत क्षेत्र के पुराने अपराधियों की सूची खंगालनी शुरू की।
पुलिस ने अपनी जांच के दौरान पहले से निगरानी में रखे गए अपराधी अमन साहू को हिरासत में लिया। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। अमन साहू ने बताया कि उसने अपने साथी अर्जुन देवार के साथ मिलकर मंदिरों में चोरी की थी।
अमन साहू (22 वर्ष) और अर्जुन देवार (18 वर्ष) दोनों गुड़ी चौड़ापारा, थाना सीपत, जिला बिलासपुर के रहने वाले हैं। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से चोरी किया गया सामान भी बरामद कर लिया।
पुलिस जांच में यह सामने आया कि आरोपी रात के अंधेरे में सुनसान मंदिरों को निशाना बनाते थे। वे मुख्य रूप से तांबे और पीतल की मूर्तियाँ, घंटियाँ, त्रिशूल और अन्य बहुमूल्य सामग्री चुराते थे। अमन साहू और अर्जुन देवार ने कबूल किया कि वे सीपत थाना क्षेत्र के कर्रा, गुड़ी और धनिया गांवों के मंदिरों से चोरी कर चुके थे।
अमन साहू इससे पहले भी चोरी के मामलों में संलिप्त रह चुका है और पुलिस की निगरानी में था। पुलिस ने उसकी गतिविधियों पर नज़र रखी हुई थी, जिसके चलते वह जल्द ही पकड़ा गया।
सीपत पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 126/2025 के तहत धारा 331(4), 305(ए), 3(5) बीएनएस के अंतर्गत मामला दर्ज किया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी गोपाल सतपथी के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक शिव सिंह बक्साल, प्रधान आरक्षक जयपाल बंजारे, आरक्षक राजेंद्र साहू और प्रकाश जगत का सराहनीय योगदान रहा।
मंदिरों में चोरी की घटनाएं धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने के साथ-साथ कानून व्यवस्था के लिए भी एक बड़ी चुनौती बनती जा रही हैं। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को मिलकर काम करना होगा। मंदिरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने, सतर्कता बढ़ाने और पुलिस को समय पर सूचना देने से इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सकता है।
सीपत पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मंदिरों में चोरी करने वाले दो अपराधियों को गिरफ्तार कर एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। इस कार्रवाई से न केवल क्षेत्र में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है, बल्कि यह संदेश भी गया है कि अपराध करने वाले लोग कानून से बच नहीं सकते। पुलिस की यह तत्परता आने वाले समय में अन्य अपराधियों के लिए भी चेतावनी साबित हो सकती है।







