
धान खरीदी 2025: किसान मनु तिर्की खुश—21 क्विंटल प्रति एकड़ और ₹3100 प्रति क्विंटल से मिली बड़ी राहत
अंबिकापुर में धान खरीदी व्यवस्था किसानों के लिए पारदर्शी और सुगम साबित हो रही है। किसान मनु तिर्की ने बताया कि 21 क्विंटल प्रति एकड़ और ₹3100 प्रति क्विंटल मिलने से उन्हें आर्थिक रूप से बड़ा लाभ हुआ है।
धान खरीदी में पारदर्शिता से किसानों में उत्साह: किसान मनु तिर्की बोले—“21 क्विंटल प्रति एकड़ व ₹3100 प्रति क्विंटल से मिला बड़ा फायदा”
अंबिकापुर, 08 दिसंबर 2025।खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के तहत जिले के सभी धान उपार्जन केंद्रों में जिला प्रशासन किसानों को सुव्यवस्थित, पारदर्शी और सुगम धान विक्रय सुविधा उपलब्ध कराने पर विशेष जोर दे रहा है। इसी के परिणामस्वरूप किसानों में इस बार काफी उत्साह देखा जा रहा है।
अंबिकापुर विकासखंड के ग्राम पंचायत मानिक प्रकाशपुर के किसान मनु तिर्की ने धान खरीदी व्यवस्था को सहज और संतोषजनक बताते हुए अपने अनुभव साझा किए।
किसानों को सर्वोच्च प्राथमिकता—जिला प्रशासन का प्रयास
जिला प्रशासन ने सभी धान केंद्रों में स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि—
- प्रत्येक किसान को बिना किसी परेशानी के धान विक्रय की सुविधा मिले
- पूरी प्रक्रिया समयबद्ध, पारदर्शी और किसान हितैषी हो
इसी का परिणाम है कि किसानों का भरोसा बढ़ा है।
“3100 रुपये प्रति क्विंटल और 21 क्विंटल प्रति एकड़—सबसे बड़ा लाभ”
किसान मनु तिर्की ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की किसान हितैषी नीतियों के चलते उन्हें इस वर्ष बड़ा लाभ मिला है।
उन्होंने कहा—
- सरकार द्वारा प्रति एकड़ 21 क्विंटल की धान खरीदी
- और ₹3100 प्रति क्विंटल का सर्वाधिक समर्थन मूल्य
ने उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार किया है।
उन्होंने कहा कि इस राशि से—
- खेती के विस्तार में मदद मिली
- बच्चों की पढ़ाई-लिखाई की जरूरतें पूरी हो पा रही हैं
- परिवार की आमदनी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है
धान खरीदी केंद्र में पूर्ण पारदर्शिता—नमी परीक्षण, बारदाना, तौल सब व्यवस्थित
मनु तिर्की ने बताया कि उपार्जन केंद्र पहुंचते ही—
- सबसे पहले नमी परीक्षण किया गया
- उसके बाद तुरंत बारदाना उपलब्ध कराया गया
- कर्मचारियों के सहयोग से कहीं कोई विलंब नहीं हुआ
- धान की तौल पूरी तरह पारदर्शी तरीके से की गई
इससे किसानों में भरोसा और उत्साह दोनों बढ़ा है।
60 क्विंटल के पहले टोकन में नहीं हुई कोई समस्या
किसान तिर्की ने बताया कि—
- उनके पास कुल 161 क्विंटल धान का रकबा है
- इस खरीफ सीजन में उन्होंने खैरबार धान उपार्जन केंद्र से 60 क्विंटल का पहला टोकन कटवाया
- टोकन कटाने से लेकर तौल तक की पूरी प्रक्रिया सहज और समयबद्ध रही
उन्होंने मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।







