
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का उच्चस्तरीय निरीक्षण, अधिकारियों ने दिए आवश्यक निर्देश
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का उच्चस्तरीय निरीक्षण, अधिकारियों ने दिए आवश्यक निर्देश
महासमुंद जिले के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, भोरिंग का आज भारत सरकार के उच्चाधिकारियों द्वारा गहन निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण दल में आईएएस आशीष चटर्जी (एमडी ट्रायफेड), प्रभाकर खदाने (रीजनल मैनेजर), कलेक्टर विनय लंगेह, जिला पंचायत के सीईओ एस आलोक, एसडीएम हरिशंकर पैकरा तथा सहायक आयुक्त शिल्पा साय (आदिवासी विकास महासमुंद) शामिल रहे। इस निरीक्षण का उद्देश्य विद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता और आवासीय सुविधाओं का मूल्यांकन करना था, जिससे छात्रों को बेहतरीन शिक्षा और सुविधाएं प्राप्त हो सकें।
निरीक्षण के दौरान विद्यालय में दी जा रही शिक्षा, पाठ्यक्रम की प्रासंगिकता, शिक्षकों की उपलब्धता और छात्रों की उपस्थिति की गहन समीक्षा की गई। अधिकारियों ने कक्षाओं का दौरा कर शिक्षण पद्धति का निरीक्षण किया और छात्रों से संवाद कर उनकी शैक्षणिक समझ को परखा। शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए आवश्यक सुधारों पर चर्चा की गई।
अधिकारियों ने छात्रावासों की स्वच्छता, भोजन व्यवस्था, पेयजल की उपलब्धता और रहने की स्थिति का निरीक्षण किया। छात्रावासों की सफाई व्यवस्था, बिजली आपूर्ति, जल निकासी और अन्य आवश्यक सेवाओं का बारीकी से आकलन किया गया। भोजन की गुणवत्ता और पोषण संबंधी आवश्यकताओं पर भी विशेष ध्यान दिया गया।
विद्यालय में अनुशासन और सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए अधिकारियों ने विभिन्न पहलुओं की जांच की। सुरक्षा प्रबंधन, आपातकालीन व्यवस्थाओं और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनाए गए उपायों का निरीक्षण किया गया। विद्यालय परिसर में छात्रों की गतिविधियों की निगरानी की प्रक्रिया और अनुशासन बनाए रखने की प्रणाली पर भी जोर दिया गया।
निरीक्षण दल ने पुस्तकालय, कंप्यूटर लैब, खेल-कूद की सुविधाओं और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की भी समीक्षा की। छात्रों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता को जांचा गया। अधिकारियों ने खेल के मैदान, प्रयोगशालाओं और अन्य सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने विद्यालय में कुछ आवश्यक सुधारों की सिफारिश की, ताकि छात्रों को अधिक सुविधाएं मिल सकें। शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने और छात्र-छात्राओं के समग्र विकास के लिए कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर जोर दिया गया। अधिकारियों ने विद्यालय प्रशासन को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द आवश्यक सुधार लागू किए जाएं।
निरीक्षण के पश्चात कलेक्टर विनय लंगेह ने विद्यालय प्रशासन और सहायक आयुक्त शिल्पा साय को निर्देश दिए कि निरीक्षण के दौरान उठाए गए सभी बिंदुओं पर तत्काल अमल किया जाए। उन्होंने कहा कि विद्यालय की गुणवत्ता को सुदृढ़ करने और छात्रों को बेहतर शिक्षा एवं सुविधाएं देने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाने चाहिए।
इस उच्चस्तरीय निरीक्षण का उद्देश्य विद्यालय की गुणवत्ता को और अधिक मजबूत बनाना तथा छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा और सुविधाएँ उपलब्ध कराना था। अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने से विद्यालय की स्थिति में सुधार होगा और छात्रों को एक समृद्ध शैक्षणिक और आवासीय वातावरण प्राप्त होगा।







