
गरियाबंद में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान शुरू, 46 हजार से अधिक लोगों की होगी जांच
गरियाबंद और मैनपुर विकासखंडों में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के तहत 46,350 लोगों की घर-घर जाकर जांच होगी। कलेक्टर बी.एस. उइके ने पॉजिटिव मामलों में तुरंत उपचार और लार्वा नियंत्रण के दिए निर्देश।
मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान: गरियाबंद में 46 हजार से अधिक लोगों की होगी जांच
गरियाबंद, 10 जुलाई 2025 – राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर बी.एस. उइके की अध्यक्षता में एक अंतरविभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी यू.एस. नवरत्न ने बताया कि इस अभियान के तहत गरियाबंद जिले के गरियाबंद और मैनपुर विकासखंडों के मलेरिया प्रभावित और दुर्गम गांवों में घर-घर जाकर 46,350 से अधिक लोगों की मलेरिया जांच की जाएगी।
त्वरित प्रतिक्रिया और उपचार पर जोर
कलेक्टर उइके ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सर्वे में मलेरिया पॉजिटिव पाए गए मरीजों को तत्काल उपचार प्रदान किया जाए। गंभीर मामलों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में रेफर करने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा गया। इसके अतिरिक्त, पॉजिटिव मरीजों के घरों के आस-पास स्रोत नियंत्रण गतिविधियां जैसे जले हुए तेल या केरोसिन का छिड़काव, लार्वा नाशक का प्रयोग और जनजागरूकता अभियान चलाए जाने पर भी जोर दिया गया।
12वें चरण की तैयारी पूरी
नवरत्न ने बताया कि अभियान के 12वें चरण के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और इसके लिए रैपिड रिस्पॉन्स टीम का भी गठन किया जा चुका है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मलेरिया की रोकथाम और बचाव के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश और जानकारी भी साझा की गई है।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जी.आर. मरकाम, समन्वय समिति के सदस्यगण, अन्य विभागों के अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम प्रबंधक, वीबीडी टेक्निकल सुपरवाइजर और अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।