
लखनऊ में अमानवीयता: दलित बुजुर्ग को पेशाब चटवाई, मंदिर ‘अपवित्र’ करने पर विवाद; सियासत तेज
लखनऊ के शीतला माता मंदिर में सांस के मरीज दलित बुजुर्ग रामपाल को पेशाब करने पर दबंग स्वामीकांत ने पेशाब चटवाई। 'अपवित्र' करने के आरोप पर हुई मारपीट। आरोपी हिरासत में, अखिलेश यादव और कांग्रेस ने राज्य सरकार पर साधा निशाना।
लखनऊ में इंसानियत शर्मसार: दलित बुजुर्ग को मंदिर में पेशाब चटवाने का आरोप, अखिलेश यादव ने साधा निशाना
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला एक अमानवीय मामला सामने आया है। काकोरी थाना क्षेत्र के शीतला माता मंदिर में सांस की बीमारी से पीड़ित एक दलित बुजुर्ग के साथ दबंग द्वारा अभद्रता और मारपीट करने का आरोप है।
आरोप है कि दबंग स्वामीकांत उर्फ पम्मू ने बुजुर्ग को पहले पेशाब चटवाई, फिर जातिसूचक गालियां दीं और अंत में मंदिर परिसर को पानी से धुलवाया।
बताया जा रहा है कि दलित बुजुर्ग रामपाल शीतला माता मंदिर में बैठे हुए थे।
- घटना का कारण: रामपाल सांस की बीमारी से जूझ रहे थे। इसी दौरान, बीमारी के कारण उनसे गलती से मंदिर परिसर में पेशाब हो गई।
- दबंग का रिएक्शन: इसी बात से नाराज होकर स्वामीकांत उर्फ पम्मू ने बुजुर्ग रामपाल को गालियां दीं और मंदिर को “अपवित्र” करने की बात कही।
- अमानवीय कृत्य: आरोप है कि दबंग ने “शुद्धि” के नाम पर बुजुर्ग से पेशाब चटवाई, उनके साथ मारपीट की और फिर पूरे मंदिर परिसर को पानी से धुलवाया।
पीड़ित रामपाल ने घटना के बाद काकोरी थाने पहुंचकर लिखित शिकायत दी और पुलिस से न्याय की गुहार लगाई। पुलिस ने मामले की जानकारी मिलते ही आरोपी स्वामीकांत को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और मामले की छानबीन कर रही है।
इस अमानवीय घटना को लेकर राज्य में सियासत तेज हो गई है।
- सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट करके राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
- कांग्रेस ने भी प्रदेश में दलितों पर बढ़ते अत्याचार का मुद्दा उठाया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
यह घटना उत्तर प्रदेश में दलितों के साथ हो रहे कथित अत्याचारों को लेकर एक बार फिर राजनीतिक विवाद का कारण बन गई है।