
राजपुर: सागौन जंगल में शराब पी रहे युवकों ने वनरक्षक पर हमला, बीट प्रभारी गंभीर रूप से घायल
राजपुर थाना क्षेत्र के सागौन जंगल में शराब पी रहे तीन युवकों ने वनरक्षक प्रमीट एक्का पर पत्थरों से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। आरोपियों ने बलेनो कार भी तोड़ी और मौके से फरार हो गए। मोबाइल फोन के आधार पर पुलिस ने पहचान की, तलाश तेज।
राजपुर: सागौन जंगल में शराब पी रहे तीन युवकों ने वनरक्षक पर हमला, बीट प्रभारी गंभीर रूप से घायल
राजपुर। राजपुर थाना क्षेत्र के सेमरा–बकसपुर मार्ग पर रविवार दोपहर उस समय हड़कंप मच गया जब जंगल में शराब पी रहे तीन युवकों ने वन विभाग के कर्मचारियों पर अचानक हमला कर दिया। हमले में राजपुर सागौन बीट प्रभारी वनरक्षक प्रमीट एक्का गंभीर रूप से घायल हो गए। आरोपियों ने वनरक्षक की बलेनो कार (CG 15 CT 0384) पर भी पत्थरों से हमला कर वाहन को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। वारदात के बाद तीनों आरोपी जंगल की ओर फरार हो गए।
घटना कैसे हुई?
मिली जानकारी के अनुसार, पिछले दो दिनों से वन विभाग के कर्मचारी समयलाल, अनूप, गिरधारी, रामलखन और राजेश रोड़ा बीट क्रमांक P-2758 में ट्रांजैक्ट लाइन तैयार करने के काम में लगे हुए थे। रविवार दोपहर लगभग 1:30 से 2 बजे के बीच बीट प्रभारी प्रमीट एक्का निरीक्षण के लिए पहुंचे।
इसी दौरान ग्राम दरकी (थाना शंकरगढ़) निवासी संतोष उरांव अपने दो साथियों के साथ मोटरसाइकिल खड़ी कर जंगल किनारे शराब पीते हुए मिला।
प्रमीट एक्का ने उन्हें शराब पीने से मना किया और मौके से हटने के लिए कहा, जिस पर तीनों युवक बुरी तरह भड़क गए।
पत्थर मारकर गंभीर रूप से घायल किया
नशे में धुत युवकों ने वनरक्षक के साथ
- गाली-गलौज,
- पत्थरों से हमला,
- तथा मारपीट की।
हमले में प्रमीट एक्का के चेहरे और दोनों कनपटियों पर गंभीर चोटें आईं। साथ ही आरोपियों ने कार की आगे और पीछे की विंडशील्ड समेत कई हिस्सों को पत्थरों से तोड़ डाला।
मौके से भागते समय एक आरोपी का मोबाइल फोन वहीं गिर गया, जिसे वनकर्मियों ने पुलिस को सौंप दिया है।
आरोपियों की पहचान, तलाश तेज
वन विभाग ने राजपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने बरामद मोबाइल फोन के आधार पर तीनों आरोपियों की पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के लिए तलाश तेज कर दी है।
स्थानीय लोगों ने बताया—जंगल में शराबियों का अड्डा
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, राजपुर–सेमरा–बकसपुर मार्ग के सागौन जंगल क्षेत्र में
- अक्सर शराबियों का जमावड़ा रहता है,
- शराब दुकान से खरीदकर लोग जंगल में बैठकर शराब पीते हैं,
- और इस कारण ऐसे विवाद और हिंसा की घटनाएं होती रहती हैं।
ग्रामीणों ने क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और शराब सेवन पर सख्त रोक लगाने की मांग की है।











