
मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना का शुभारंभ: ग्रामीणों को बड़ी सौगात, दिव्यांग व गर्भवती महिलाओं को फ्री यात्रा
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने वर्चुअल माध्यम से ग्रामीण बस योजना का शुभारंभ किया। दुर्गम गांवों में बस सेवा शुरू, दिव्यांग और गर्भवती महिलाओं को नि:शुल्क यात्रा सुविधा उपलब्ध। ग्रामीणों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार तक आसान पहुंच मिलेगी।
ग्रामीण क्षेत्रों को मिली बड़ी सौगात
मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना का वर्चुअल शुभारंभ
दिव्यांग व गर्भवती महिलाओं को मिलेगी नि:शुल्क यात्रा सुविधा**
अंबिकापुर, 11 दिसंबर 2025। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज वर्चुअल माध्यम से जिले के दुर्गम एवं बस-विहीन मार्गों पर मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना का शुभारंभ किया। नई बस सेवाओं के शुरू होने से हजारों ग्रामीणों को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और जरूरी सेवाओं तक पहुंच अब और अधिक सुगम हो जाएगी। ग्रामीण परिवहन को सुदृढ़ बनाने की दिशा में इसे राज्य सरकार की महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
जिला पंचायत अध्यक्ष और महापौर ने दिखाई हरी झंडी
अंबिकापुर बस स्टैंड में आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती निरूपा सिंह और नगर निगम अंबिकापुर की महापौर श्रीमती मंजूषा भगत ने बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
कार्यक्रम में पार्षद श्रीमती प्रियंका गुप्ता, श्रीमती श्वेता गुप्ता, कलेक्टर विलास भोसकर, एसएसपी राजेश अग्रवाल, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी विनय सोनी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी और नागरिक उपस्थित रहे।
महापौर श्रीमती मंजूषा भगत ने कहा—
“मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना ग्रामीण जनता के लिए बड़ी राहत है। जहां वर्षों से कोई परिवहन साधन उपलब्ध नहीं था, वहां अब नियमित बस सेवा लोगों के जीवन को आसान बनाएगी।”
उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इसे ग्रामीण परिवहन व्यवस्था को मजबूत बनाने की ऐतिहासिक पहल बताया।
दिव्यांग और गर्भवती महिलाओं को नि:शुल्क यात्रा
कार्यक्रम के दौरान महापौर के आग्रह पर बस संचालकों ने घोषणा की कि
➡️ दिव्यांगजन
➡️ गर्भवती महिलाएं
को बस में पूरी तरह नि:शुल्क यात्रा सुविधा दी जाएगी।
यह निर्णय जनहित में अत्यंत सराहनीय और संवेदनशील पहल के रूप में देखा जा रहा है।
इन मार्गों पर शुरू हुई बस सेवाएं
1. बगीचा–सीतापुर मार्ग
मार्ग: बगीचा → जुजगु → महादेवडांड → गिरहुलडीह → भारतपुर → ललितपुर → सीतापुर
दूरी: 65 किमी
दूसरा रूट:
महादेवडांड → गुड़लू → छिरोपारा → बेनई → गिरहुलडीह → मरकट → भारतपुर → नौनियाटांगर → ललितपुर → गुलगुमा → रजौटी → सीतापुर
दूरी: 33 किमी
इन बस सेवाओं से छात्रों, मरीजों और ग्रामीणों की आवाजाही काफी आसान होगी।
2. बांदा–अंबिकापुर मार्ग
मार्ग: बांदा → बरियों → चारपारा → ककना → सिधमा → अखोरा → अखोराखुर्द → रूखपुर → चिखलाडीह → नर्मदापुर → सरगवां → अंबिकापुर
दूरी: 32 किमी
इस मार्ग पर बस शुरू होने से ग्रामीणों का परिवहन खर्च कम होगा और आवागमन अधिक सुविधाजनक होगा।
योजना से मिलने वाले प्रमुख लाभ
- दुर्गम गांवों तक पहली बार बस सेवा की नियमित सुविधा
- छात्रों की स्कूल-कॉलेज पहुंच होगी आसान
- मरीजों को समय पर उपचार हेतु शहरों तक पहुंच
- ग्रामीणों का समय व खर्च दोनों बचेंगे
- दिव्यांग व गर्भवती महिलाओं को फ्री यात्रा
यह योजना ग्रामीण परिवहन को नई दिशा देने के साथ-साथ शासन की संवेदनशीलता और जनहितकारी सोच को भी मजबूत करती है।







