
नगर पंचायत के कर्मचारी रात रात भर सड़कों से हटा रहे हैं मवेशी
गोपाल सिंह विद्रोही/ प्रदेश खबर /प्रमुख छत्तीसगढ़/ विश्रामपुर– विश्रामपुर की मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग 43 , विश्रामपुर भटगांव मार्ग पर वाहन चलाना मुश्किल होता जा रहा है। सड़क मार्ग में मवेशियों की जमघट लगी रहती हैजिससे दुर्घटना आम बात हो गई है।
रात में सड़कों से मवेशियों को हटाने नगर पंचायत कर्मचारी लगे रहते हैं परंतु पशुपालक दूध निकाल कर अपने मवेशियों को सड़कों पर मरने या जख्मी होने के लिए छोड़ देते हैं।
जानकारी के अनुसार बिश्रामपुर अंबिकापुर राष्ट्रीय राजमार्ग 43 या भड़गांव विश्रामपुर मार्ग पर सैकड़ों मवेशी रास्ता रोक कर बैठे रहते हैं जिसके कारण वाहन चालकों एवं राहगीरों के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है ।
इन मवेशियों से आए दिन दुर्घटनाएं होना आम बात हो चली है ।सड़क दुर्घटना में जहां राहगीर भी जख्मी हो रहे है तो वही सड़क में बैठे मवेशी भी वाहनों की चपेट में आकर घायल हो रहे है । ऐसे में सड़कों से मवेशियों को हटाने में नगर पंचायत विश्रामपुर की स्वच्छता निरीक्षक अरविंद कुमार यादव अपनी टीम के साथ मवेशियों को हांक कर नर्सरी में छोड़ आते हैं परंतु थोड़ी ही देर में मवेशी वापस लौट कर सड़क अपना स्थान बना लेते है। पलकों को मवेशियों का सड़क में पर बैठने,जख्मी होने से कोई परहेज नहीं है ।उन्हें तो बस दूध निकालकर सड़कों में छोड़ देना अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते।
*काजी हाउस है परंतु न तो चारा हैऔर न ही चारा देने वाला* इस संबंध में जानकारी के अनुसार नगर पंचायत बिश्रामपुर एवं ग्राम पंचायत शिवनंदन पुर में काजी हाउस है परंतु इस काजी हाउस में मवेशियों को रखने के लिए न तो चारा है न पानी।चारा देने वाले का भी व्यवस्था नहीं है। जिससे नगर पंचायत विश्रामपुर, ग्राम पंचायत क्रमशःजयनगर, कुंजननगर ,केशवनगर , सत्तपता, शिवनंदनपुर आदि निकायो में इन मवेशियों को सड़कों से हांक कर समीप के नर्शरी में छोड़ने के सिवाय और कोई चारा नहीं है परंतु बार-बार मवेशियों को सड़कों से हटाकर नर्सरी में ले जाना और पुनः मवेशी लौटकर सड़कों पर बैठ जाने का सिलसिला कोई स्थाई हल नहीं दिख रहा है।
*पशुपालकों पर हो कार्रवाई*-नगर पंचायत बिश्रामपुर के निवासियों एवं पार्षद क्रमश :भावना सिंह, गंगा प्रसाद रवि, दिलीप सोनी, अंशुल सिंह बजेठा, संजीत यादव ,अमरेश प्रसाद आदि ने जिलासुरजपुर कलेक्टर से नगर पंचायत बिश्रामपुर में वैसे पशुपालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है जो दूध निकाल कर सड़कों पर पशुओं को मरने के लिए छोड़ देते हैं ।उन्हें नगर पंचायत के कर्मचारियों के माध्यम से सर्वे कराकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।












