
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन छत्त्तीसगढ़ में मांस एवं मदिरा की दुकाने बंद करने हेतु सर्व यादव समाज सरगुजा द्वारा मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन को कलेक्टर जिला सरगुजा के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया गया
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन छत्त्तीसगढ़ में मांस एवं मदिरा की दुकाने बंद करने हेतु सर्व यादव समाज सरगुजा द्वारा मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन को कलेक्टर जिला सरगुजा के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया गया
प्रभा सिंह यादव/ब्यूरो चीफ/सरगुजा// सर्व यादव समाज जिला शाखा सरगुजा (छत्त्तीसगढ़) के समाज प्रमुख एवं सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री छ0ग0 शासन को कलेक्टर सरगुजा के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया किया गया। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि सम्पूर्ण भारतवर्ष एवं छत्त्तीसगढ़ में श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, किन्तु इस दिन शराब एवं मांस के दुकान खुली रहने के कारण कुछ अवांछित लोग मांस एवं मदिरा का सेवन कर श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव को दूषित करने का प्रयास करते हैं।
नशे में धूत होने के कारण कई अपराधिक घटनाऐं भी घटती है। छत्तीसगढ़ में जगह-जगह दही लूट के साथ-साथ विभिन्न प्रतियोगिताऐं भी होती है। मांस एवं मदिरा दुकानें खुली होने के कारण अवांछित लोग इसका सेवन कर सौहार्द्रपूर्ण माहौल को बिगाड़ने का प्रयास करते है। चूंकि छत्त्तीसगढ़ शासन में विभिन्न राष्ट्रीय पर्व, धार्मिक पर्व, धर्म गुरूओं की जयंती के दिन मांस एवं मदिरा की दुकाने बंद करने का निर्णय लिया है जो कि निश्चित ही स्वागतेय है। इस कड़ी में सर्व यादव समाज आपके निवेदन करती है कि दिनांक 30 अगस्त 2021 को भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन मांस एवं मदिरा की दुकाने बंद रखा जावे।
ज्ञापन सौंपते समय संरक्षक एस0एन0 यादव, संभागीय अध्यक्ष एवं कार्यकारिणी जिला अध्यक्ष देवनारायण यादव, डाॅo लालचंद यादव, आनंद सिंह यादव,गणेश यादव, संतोष यादव, ब्लाॅक अध्यक्ष मोती यादव, बादशाह यादव, जयपाल यादव, नागेश्वर यादव, राघव यादव, संजय यादव, राकेश यादव, सुनील यादव, मुरलीधर यादव, विपिन यादव, आनंद यादव, मुकेश यादव, दीपक यादव, सुधांशु यादव, विक्रय यादव, रामचरण यादव, शिवधारी यादव, पारस यादव, रामखेलावन यादव, रामअवध यादव, बालनाथ यादव, रामकृपाल यादव, राजेश यादव, उपेन्द्र यादव,सूरज यादव, चन्द्रबशु यादव, रादुलार यादव, बालकेश्वर यादव, ओमप्रकाश यादव तथा काफी संख्या में यादव समाज के लोग उपस्थित रहे।