किसान आंदोलन तोड़ने के लिए हर पैंतरा अपना रही भाजपा सरकार : स्वामीनाथ जायसवाल
भारतीय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी नाथ जायसवाल ने कहा कि हठधर्मी, तानाशाही भाजपा सरकार देश के अन्नदाता की सुध नहीं ले रही। तीन कृषि कानूनों के विरोध में शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे किसानों के आंदोलन को तोड़ने के लिए भाजपा हर पैंतरा अपना रही है। कभी उन्हें आतंकवादी कहा जा रहा है तो कभी देशद्रोही। किसानों की बात सुनने की बजाय सरकार
उनके आंदोलन को बदनाम करने का षडयंत्र रच रही है, लेकिन किसान अपनी जमीनों को बचाने के लिए सरकार के हर षड्यंत्र का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कॉर्पोरेट के हाथों देश की जमीन को जाने से बचाने के लिए
किसान जो सत्यागह कर रहे हैं, उसमें सभी को किसानों की मदद करनी चाहिए। आज जो लोग भाजपा के झूठे प्रचार से प्रभावित होकर किसानों का विरोध कर रहे
हैं, वह एक तरह से कॉर्पोरेट घरानों की मदद कर रहे हैं। बिश्नोई ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश की गठबंधन सरकार
मिलकर लोगों को लूट रही है। सरकार ने खुद लोकसभा में माना है कि पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क के नाम पर केंद्र सरकार ने 3 लाख करोड़ रूपएवसूले हैं। मार्च से मई 2020 के बीच केंद्र सरकार पेट्रोल पर 13 रुपये और
डीजल पर 16 रुपये उत्पाद शुल्क वसूला करती थी। लेकिन उसके बाद इसे बढ़ा कर पेट्रोल पर 32.98 रुपये कर दिया गया और डीजल पर 28.35 रुपये। पेट्रोल
पर उत्पाद शुल्क में 65 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई और डीजल पर 79 प्रतिशत की 2019-20 में डीजल से उत्पाद शुल्क की वसूली 1,12,032 करोड़ की थी जो 20-21 के साल में दो लाख तीस हजार करोड़ हो गई है। इसी दौरान पेट्रोल से मिलने वाला उत्पाद शुल्क 66,279 करोड़ से बढ़ कर 1 लाख करोड़ हो गया। इसी प्रकार रसोई गैस सिलेंडर, खाद्य तेलों के दामों में बेहताशा वृद्धि ने गरीब व आम आदमी के लिए परेशानी बढ़ा दी है।
स्वामीनाथ जायसवाल ने कहा कि भारत में बेरोजगारी चरम पर है। सरकारी भर्तियां ठप पड़ी हैं तथा लोगों के काम-धंधे सरकारी नीतियों की वजह से चौपट होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर ही लोगों को महंगाई से छुटकारा मिलेगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा। केंद्र सरकार देश के मोजूदा हालात बढ़ती मंहगाई,आर्थिक स्थिति पर अमल नही कर रही है,बस अपने सत्ता के नशे में रहती है, जैसे ही चुनाव आते है वैसे ही कोरोना खत्म हो जाता है,ओर अभी भी मोदी सरकार के पास समय है कि कोरोना की तीसरी लहर को तैयारी कर ले लेकिन वो भी नही कर रही है जब से ये सत्ता में आई है तब से देश बहुत पीछे हो गया है। मोदी जी से यही निवेदन करूंगा कि देश के युवाओं को रोजगार गए हैं देश की जो आरती की स्थिति बिगड़ी है उसको सुधार है तथा जो हमारे देश में तीसरी लहराने के लिए कोरोना की उसकी तैयारी पहले से ही कर ले तो शायद देश को क्षति होने से बचा पाएंगे अन्यथा दूसरी लहर की तरह पूरे देश में त्राहि-त्राहि मजा था लेकिन अगर तैयारी करते हैं तो शायद हम इस कोरोना से जंग जीत सकते है।