
ए.आई.डी.ई.ओ.ए. ने विभागीय प्रमोशन के लिए कोल इंडिया चेयरमैन को लिखा पत्र।
गोपाल सिंह विद्रोही /प्रदेश खबर प्रमुख /छत्तीसगढ़/आँल इंडिया डिप्लोमा इंजीनियर एंड ऑफिशियल्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव व एसईसीएल कंपनी के महासचिव आनन्द कुमार प्रजापति ने कहा है कि,कोल इंडिया द्वारा गैर-अधिकारी वर्ग से अधिकार वर्ग मे विभागीय प्रमोशन मे माइनिंग का कोटा घटाकर लगातार कर्मचारियो का शोषण किया जा रहा है। इसी संदर्भ मे हमारे राष्ट्रीय महासचिव श्री आर. के. तिवारी ने दिनांक 03/09/2021 को कोल इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष को पत्र लिखकर माइनिंग क्षेत्र में कोल इंडिया के विभागीय कोटा के तहत गैर अधिकारी वर्ग से अधिकारी वर्ग मे प्रमोशन करने की मांग की है!
ए.आई. डी. ई.ओ. ए. अपने पत्र में लिखा है कि करीब 639 गैर अधिकारी अपनी माइंस् मैनेजर सर्टिफिकेट को कोल इंडिया के कंपनी स्तर पर जमा ले चुके हैं। साथ ही हजारों की संख्या में माइनिंग सुपरवाइजर स्टाफ पिछली बार डीजीएमएस द्वारा आयोजित परीक्षा में प्रथम तथा द्वितीय श्रेणी की सक्षमता प्रमाण पत्र लेकर विभागीय पदोउनाती के रेस में हैं। विभाग में ऊंच शिक्षा सहित डिग्री इन माइनिंग तथा उसके समकक्ष योग्यता वाले व्यवाहरिक् अनुभव प्राप्त उम्मीदवार मौजूद हैं, जो खतरनाक वातावरण में कार्य की संपूर्ण जानकारी एवं कंपनी के नियमों से अच्छी तरह अवगत हैं। विदित हो कि पिछले दिनों कोल इंडिया प्रबंधन द्वारा माइनिंग का विभागीय कोटा 40% से घटाकर 35% कर दिया गया है, जो माइनिंग क्षेत्र में कार्यरत सभी माइनिंग कर्मचारियो के मनोबल को कमजोर करती है। उन्होनें कोल इंडिया को लिखे पत्र में कोटे को 35% से बढ़ाकर 75% करने की मांग की है। वर्तमान कोटा के अनुसार द्वितीय श्रेणी सक्षमता प्रमाण पत्र होने के बावजूद भी कर्मचारियो के प्रमोशन मे 8-10 साल लग जाते है, जो बहुत ही निंदनीय है।