
संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु युवाओं को आगे आने की महती आवश्यकता है – श्रीपद जोशी
संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु युवाओं को आगे आने की महती आवश्यकता है – श्रीपद जोशी
P.S.YADAV/ब्यूरो चीफ/सरगुजा// कला एवं साहित्य के लिए समर्पित अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती छत्तीसगढ़ प्रांत की 20वीं साधारण सभा श्रीपद जोशी क्षेत्र प्रमुख, प्रमोद झा क्षेत्रीय संगठन मंत्री, पद्मश्री डॉ. राधेश्याम बारले , पद्मश्री डॉ. भारती बंधु , प्रांतीय अध्यक्ष अशोक चन्द्राकर के आतिथ्य में महाराष्ट्र मंडल पारिजात कालोनी बिलासपुर में सम्पन्न हुआ। चार सत्रो में चले इस प्रांतीय साधारण सभा की शुरुवात श्रद्धांजलि से हुई जिंसमे केंद्रीय महामंत्री स्व. अमीर चंद एवं सम्पर्कित स्वजनों के स्वर्गवास पर सभी को श्रद्धांजलि दी गई।
क्षेत्र संगठन मंत्री प्रमोद झा द्वारा स्व. अमीर चंद के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्व. अमीर चंद के जीवन मे देशभक्ति की अमीरी थी, संघ के प्रचारक होने के कारण जीवन यापन में फकीरी थी। तत्पश्चात परंपरानुसार ध्येय गीत एवं नृत्य के माध्यम से कार्यक्रम का विधिवत आगाज हुआ, गीत गायन शाम्भवी पागे द्वारा एवं नृत्य की प्रस्तुति नीलम शर्मा, केतन राठौर एवं श्रीति बरुआ द्वारा दी गई। स्वागत भाषण अशोक चन्द्राकर द्वारा प्रस्तुत किया गया।
प्रांत के अलग अलग जिले रायपुर, दुर्ग, कांकेर, कोरबा, जांजगीर चाम्पा, रामानुजगंज, मुंगेली, बलरामपुर, अम्बिकापुर सरगुजा से पधारे महामंत्रियों द्वारा अपने जिले के पदाधिकारियो का संक्षिप्त परिचय कराया गया। द्वितीय सत्र की शुरुवात राजेन्द्र राठौड़ द्वारा प्रस्तुत देश भक्ति गीत से हुई। प्रांतीय प्रतिवेदन जागेश्वर मानसर द्वारा प्रस्तुत किया गया। प्रांतीय महामंत्री हेमंत माहुलिकर द्वारा सभी इकाइयों में गत वर्ष हुए कार्यक्रमो का संक्षिप्त वृत्त प्रस्तुत किया गया।
अनिल जोशी द्वारा प्रान्त की वार्षिक आय व्यव का विवरण दिया गया। डॉ सतीश देशपांडे चुनाव अधिकारी की उपस्थिति में गायत्री शर्मा अध्यक्ष कोरबा जिला, आनंद सिंह यादव अध्यक्ष अम्बिकापुर जिला सरगुजा द्वारा प्रांत के नए अध्यक्ष के रूप में अशोक चन्द्राकर के नाम का प्रस्ताव रखा गया जिसका कीर्ति व्यास अध्यक्ष दुर्ग, राजेश सोनार अध्यक्ष बिलासपुर, चंदन अग्रवाल अध्यक्ष रायपुर ने समर्थन किया। महामंत्री का दायित्व हेमंत माहुलिकर को एवं कोषप्रमुख का दायित्व जागेश्वर मानसर को दिया गया। नवीन अध्यक्ष चन्द्राकर का अक्षत रोली एवं साल द्वारा सम्मान किया गया।
क्षेत्र प्रमुख जोशी ने अपने उद्बोधन में कहा गया कि जहाँ संस्कृति नष्ट होती है, वहाँ धीरे धीरे समाज भी नष्ट होने लगता है, हमे अपनी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु यागे आने की आवश्यकता है, एक सेनापति की तरह कार्य करते हुए अपनी संस्कृति को बचाने के साथ साथ आने वाली पीढ़ी को इन सबसे अवगत कराने की महती आवश्यकता है। उन्होंने सिंहावलोकन, विहंगावलोकन एवं आत्मावलोकन के माध्यम से किसी संस्था को आगे बढ़ाने की बात कही।
जिला सरगुजा अम्बिकापुर अध्यक्ष आनंद सिंह यादव ने अपने उद्बोधन मे जिला सरगुजा के कलाविधायों से संबंध रखने वाले सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों के विषय मे विस्तार पूर्वक जानकारी प्रस्तुत की गई तथा अम्बिकापुर मे रंगमच एवं नाट्य विधा का कार्य शाला, एक्टिंग क्लास लगाने को कहा, संस्कार भारती के पदाधिकारियों द्वारा चार फिल्मों का निर्माण किया जो हम सभी के लिए गर्व की बात है! प्रांत द्वारा गोपाल पांडे दृश्य – श्रव्य विधा के * प्रांत संयोजक* एवं आनंद गुप्ता रंगमंच विधा के सह संयोजक, पवन पाण्डेय जिला रामानुजगंज को सरगुजा विभाग संयोजक घोषित करने हेतु आभार व्यक्त किया! गोपाल पांडेय एवं आनन्द गुप्ता, पवन पाण्डेय को बधाई दी! सरगुजा संभाग कलाकारों से परिपूर्ण है हमें उन सभी कलाकरों आगे बढाने का प्रयास करना चाहिए! प्रांत के मार्गदर्शन में सरगुजा संभाग मे सभी कला साधकों का जोड़ते हुए समय समय पर सम्मानित किया जाना चाहिएl
तृतीय सत्र की शुरुवात राजकुमार पांडेय द्वारा गीत की प्रस्तुति के साथ हुई। प्रमोद झा ने कहा कि अमृत महोत्सव में प्रत्येक जिला इकाई को स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव को लेकर कार्यक्रम करना चाहिए, अनिल जोशी ने अमृत महोत्सव के संदर्भ में प्रांतीय गतिविधियो की जानकारी दी। चतुर्थ सत्र की शुरुवात तेजस्विनी छात्रावास की स्वयंसेविकाओं द्वारा प्रस्तुत भारत माता की आरती से हुई, अतिथिद्वय सुलभा देशपांडे ने सभा को संबोधित किया, अंत में वन्देमातरम गीत के साथ सभा का विधिवत समापन हुआ।
उक्त बैठक मे अम्बिकापुर जिला सरगुजा से अध्यक्ष आनंद सिंह यादव, कार्य अध्यक्ष रंजीत सारथी, कोषाध्यक्ष दिनेश अग्रवाल, जिला मंत्री माधुरी जायसवाल, जिला मंत्री अर्चना पाठक, कृष्ण कुमार शर्मा का उक्त बैठक में शामिल होने मे सहयोग रहा! कार्यक्रम का सफल संचालन प्रांतीय महामंत्री हेमंत माहुलिकर ने एवं आभार प्रांतीय साहित्य विधा प्रमुख विश्वनाथ कश्यप द्वारा किया गया। साधारण सभा को सफल बनाने शिरीष पागे, गजानन वासुदेव फड़के, सुनंदा तिजारे, अनिल गढ़ेवाल, भुवनेश्वर चन्द्राकर, चंद्रशेखर देवांगन, संध्या शुक्ला, योगेश शर्मा, सुकदेव कश्यप, दिनेश पांडेय, धनेश्वरी सोनी, कल्पना कायरकर, बालमुकुन्द श्रीवास, पूर्णिमा तिवारी, आशा कश्यप, माया चन्द्राकर, प्रकाश बावरे, वैभव कश्यप, का विशेष सहयोग रहा।