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कोविड के चलते एम्स के डा. आरपी केंद्र में कॉर्निया प्रतिरोपण की प्रतीक्षा सूची में तीन गुना वृद्धि

कोविड के चलते एम्स के डा. आरपी केंद्र में कॉर्निया प्रतिरोपण की प्रतीक्षा सूची में तीन गुना वृद्धि

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नयी दिल्ली/कोविड-19 महामारी के चलते अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डॉ. आर पी सेंटर में कॉर्निया प्रतिरोपण की प्रतीक्षा कर रहे रोगियों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हो गई है। वहीं 2021 में संस्थान में राष्ट्रीय नेत्र बैंक ने भी एकत्रित कॉर्निया में से 88 प्रतिशत की उपयोग दर दर्ज की जो कि राष्ट्रीय औसत 67 प्रतिशत से अधिक है।

डॉ आरपी नेत्र विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ. जे एस टिटियाल ने बुधवार को कहा कि नेत्र बैंकिंग सेवाओं में फिर से सक्रियता देखी गई है जिसमें महामारी के दौरान ठहराव आ गया था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय नेत्र बैंक ने 2021 में 872 ऊतक एकत्रित किये थे और 765 कॉर्निया प्रतिरोपित किये।

उन्होंने कहा कि हालांकि, पिछले ढाई वर्षों में कोविड के कारण उन रोगियों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है जो पंजीकृत हैं और डॉ आरपी नेत्र विज्ञान केंद्र में प्रतिरोपण सर्जरी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

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डॉ टिटियाल ने कहा, ‘‘हमने पिछले साल उससे पहले के वर्ष की तुलना में कॉर्निया ऊतक संग्रह और प्रतिरोपण में लगभग 100 प्रतिशत की वृद्धि देखी थी।’’

37वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े समारोह के अवसर पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि डा. आर पी केंद्र उन रोगियों के उपचार और देखभाल में सुधार के लिए स्मार्टफोन आधारित ऐप विकसित करने की प्रक्रिया में है जो कॉर्निया प्रतिरोपण की प्रतीक्षा कर रहे हैं या जो प्रतिरोपण पहले ही करा चुके हैं और उसके बाद की प्रक्रिया के इंतजार में हैं।

डॉ. आरपी सेंटर की प्रोफेसर डॉ नम्रता शर्मा ने आई बैंक एसोसिएशन ऑफ इंडिया के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि राष्ट्रीय उपयोग दर 2019-2020 में 53 प्रतिशत से बढ़कर 2021-2022 में 67 प्रतिशत हो गई है।

उन्होंने कहा कि 2020-2021 में कोविड महामारी के कारण संग्रह कम था और मांग अधिक थी, जिससे 71 प्रतिशत उपयोग हुआ।

Ashish Sinha

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