
नूतन वर्ष में क्षेत्रवासियों को नई सौगात
गायत्री खदान में आई एक अरब लागत की मशीन महाप्रबंधक अमित सक्सेना ने कर्मचारियों की दी बधाई
सामान्य उत्पादन से 4 गुना ज्यादा करेगी कोयला का उत्पादन
गोपाल सिंह विद्रोही/बिश्रामपुर/- एसईसीएल विश्रामपुर क्षेत्र नूतन वर्ष में अधिकारी कर्मचारी एवं क्षेत्रवासियों को तोहफा देने के लिए एक अरब रुपए की लागत से विदेशी तकनीक आधारित मशीन सीएम गायत्री भूमिगत खदान में देने हेतु मंगाई है। मशीन व काली जी की पूजा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ किया गया ।
जानकारी के अनुसार आधुनिक तकनीक इको फ्रेंडली ऊर्जा मित्र के रूप में उक्त मशीन काम करेगी। आधुनिक तकनीक पर आधारित सीएम मशीन साउथ अफ्रीका एवं अमेरिका से मंगाई गई है, जो भूमिगत कोयला खदान के अंदर सामान्य उत्पादन से 4 गुना अधिक कोयला उत्पादन करेगी । इस मशीन से न कंपन होगा , न झटका होगा और न ही किसी प्रकार का पर्यावरण प्रदूषित होगा ।आज गायत्री खदान के मुहाडे पर नवीन मशीन को खदान के अंदर स्थापित करने की तैयारियां से पूर्व वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ काली पूजा किया गया । इस अवसर पर क्षेत्र के महाप्रबंधक ने उपस्थित अधिकारी कर्मचारियों को शुभकामनाएं संदेश में कहा कि हम यहां कुछ भी नहीं है ।यह सब जो हो रहा है इसमें मेहनत आपका, सहयोग आपका ,मदद आपकी केवल मैं सहभागी बन गया। चक्र की धुरी में एक कील लगा दी। जिस तरह से भगवान श्री कृष्णा सुदर्शन चक्र में उंगली लगा दी वह अपना पराक्रम दिखाने लगा, इसी तरह इस व्यवस्था में मै सहभागी बन गए । शेष आप ही सभी को करना । महाप्रबंधक ने उपस्थित अधिकारी कर्मचारियों को गौरव धन , संस्कृति तीन शब्दों का संकल्प दिलाते हुए कहा कि ये तीन शब्द देश ,घर ,परिवार कोआगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण है। काली पूजा के पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाप्रबंधक डॉ अमित सक्सेना ने फीता काटकर शुभारंभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रेहर गायत्री सहक्षेत्र प्रबंधक संजय एम मिश्रा ने की जबकि सीएम पैकेज मशीनों की पूजा सीएम के एमएस सुश्री गेनवेल ने रूफ बोल्टर्स, शटल कार और फीडर ब्रेकर आदि की पूजा की ।
सीएम मशीन का गायत्री खदान के अधिकारियों, कर्मचारियों और और सुश्री गेनवेल के औपचारिक उपस्थिति में सतह परीक्षण का प्रदर्शन किया गया । सभी कर्मचारी अत्यधिक सुरक्षा के साथ मशीनों के उत्पादन/संचालन के लिए पूरी तरह से प्रेरित और प्रतिबद्ध हुए। अब मशीनों की मार्चिंग की योजना बनाई गई है और निर्धारित समय के भीतर संचालन शुरू हो जाएगा। यूजी से भी उत्पादन वृद्धि के मामले में यह बिश्रामपुर क्षेत्र के लिए एक भव्य नव वर्ष का उपहार होगा। प्रौद्योगिकी के समय पर कार्यान्वयन के लिए सभी अधिकारी कर्मचारी का आपसी सामंजस्य स्थापित कर क्षेत्र को आगे बढ़ाना होगा।