
आमगांव ओपन कास्ट के 4 भूमि स्वामियों को नियुक्ति पत्र प्रदान 20 की नियुक्ति पत्र तैयार
गोपाल सिंह विद्रोही विश्रामपुर-एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र ने अपने क्षेत्र अंतर्गत आने वाले आमगांव ओपन कास्ट परियोजना हेतु ग्राम पटना के भू-आश्रितों को रोजगार नियुक्ति पत्र पुनः प्रदान करना प्रारम्भ कर दिया है ।
जानकारी के अनुसार विगत कई वर्षों से ग्राम पटना की अधिग्रहित भूमि का आधिपत्य नहीं मिलने के कारण बिश्रामपुर क्षेत्र की महत्वाकांक्षी आमगांव ओपन कास्ट परियोजना से उत्पादन कार्य अब तक बंद है।
आमगांव ओपन कास्ट परियोजना हेतु सी.बी.ए. एक्ट के प्रावधानों के तहत कुल चार ग्राम साल्ही, पटना, कोट एवं आमगांव की 810 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की गयी है। अधिग्रहित भूमि के एवज में लगभग 100 करोड़ रूपये का मुआवजा भुगतान एसईसीएल द्वारा प्रभावितों को किया जा चूका है। ग्राम साल्ही की 217 हेक्टेयर निजी भूमि के एवज में प्रावधानों के तहत 247 भूमिस्वामियों या उसके आश्रितों को रोजगार प्रदान किया जा चुका है।
ग्राम पटना की 377 हेक्टर निजी भूमि के अधिग्रहण पर नियमानुसार कुल 484 रोजगार प्रदान किया जाना है। भूमि का आधिपत्य प्राप्त करने से पूर्व भू-आश्रितों को रोजगार प्रदान किया जाना आवश्यक है। जिसके लिए बिश्रामपुर क्षेत्र के महाप्रबंधक अमित सक्सेना के अथक प्रयासों के उपरांत ग्राम पटना के प्रभावित भूमि स्वामियों के आश्रितों को रोजगार प्रदान कर भूमि का आधिपत्य लेने की प्रक्रिया प्रारम्भ की गयी है। इस हेतु महाप्रबंधक अमित सक्सेना लगातार क्षेत्र से लेकर कम्पनी मुख्यालय तक सतत प्रयासरत है एवम सभी बाधाओं को दूर कराते हुए प्रथम चरण में 20 रोजगार की स्वीकृति प्राप्त करने मे सफलता प्राप्त की है।दस्तावेजीय प्रक्रिया पूर्ण करने वाले 4 भू-आश्रितों को दिनांक गत 21 अप्रैल 2022 को महाप्रबंधक कार्यालय के सभाकक्ष में महाप्रबंधक अमित सक्सेना ने अपने हाथों से नियुक्ति पत्र प्रदान किया। नियुक्ति प्राप्त करने वाले 3 पुरूष सदस्य बिहारी लाल प्रजापति, भीमराव सिंह, नवीन कांत सिंह एवं एक महिला सदस्य कुo भगवती देवी शामिल है। नियुक्ति प्रदान करने की प्रक्रिया में महाप्रबंधक अमित सक्सेना के साथ आमगांव ओपनकास्ट परियोजना के सहक्षेत्र प्रबंधक पी.सी. साहू, कार्मिक विभाग के अधिकारी श्री आर. के. धृतवारी, भू राजस्व विभाग के अधिकारी मनोज मिश्रा, अंजीत कुमार सिंह एवं व्ही.सी. चतुर्वेदी आदि उपस्थित थे। नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले भू-आश्रितों में एसईसीएल के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की है । रोजगार हेतु नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारम्भ होने से ग्राम पटना के ग्रामीणों में प्रशंता देखी गई।
इस संबंध मे महाप्रबंधक अमित सक्सेना ने कहा कि विश्रामपुर क्षेत्र परियोजना से प्रभावित पात्र भूमिस्वामियों आश्रितों को रोजगार प्रदान कर शीघ्र ही परियोजना से उत्पादन प्रारम्भ किया जाना हमारी प्रथम प्राथमिकता होगी। इन्होने विश्वास व्यक्त की कि शीघ्र ही अन्य पात्र आश्रितों की रोजगार की स्वीकृति प्राप्त कर नियुक्ति प्रदान कर दिया जायेगा। नियमानुसार सभी पात्र भूमिस्वामियों , आश्रितों को रोजगार प्रदान करने हेतु एसईसीएल विश्रामपुर क्षेत्र कटिबद्ध है। महाप्रबंधक बिश्रामपुर क्षेत्र ने सम्बन्धित अधिकारियों को तीव्र गति से कार्य करने हेतु निर्देशित किया जिससे की भूमिस्वामी या आश्रितों को शीघ्र लाभ प्रदान किया जा सके।
*अमेरा ओपन कास्ट खदान के प्रभावितों का भी 30 करोड़ मुवाजा तैयार*
एसईसीएल विश्रामपुर क्षेत्र की महत्वकांक्षी परियोजना अमेरा ओपन कास्ट भी परिवारिक जमीनी विवादों में होने के कारण यहां भी एसईसीएल भूमि अधिग्रहण करने व अधिकार प्राप्त कर पाने में हमेशा असमर्थ रही है।भूमि स्वामियों की परिवारिक विवाद एवं आम सहमति न बन पाने के कारण न तो भूमिस्वामियों को मुआवजा मिल पा रहा है और न ही नौकरी। महाप्रबंधक अमित सक्सेना ने अमेरा ओपन कास्ट खदान के अंतर्गत आने वाले भूमिस्वामियों से सीधी संवाद कर समस्या निराकरण हेतु एड़ी चोटी एक कर दी है। भू स्वामियों की 30 करोड़ मुआवजा बंद कर तैयार है ।भूमि स्वामी परिवारिक मतभेद भुलाकर एसईसीएल बिश्रामपुर प्रबंधन से अपना मुआवजा ले सकते हैं । यदि अमेरा आमगांव दोनों ओपन कास्ट की खदानों से कोयला का उत्पादन चालू हो गया तो विश्रामपुर क्षेत्र पुनः पटरी पर आ सकता है अन्यथा विश्रामपुर कोयला खदान क्षेत्र का कोई अस्तित्व नहीं रह पाएगा।