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स्वशासन, गरिमा और स्वतंत्रता का उल्लेखनीय स्वदेशी उत्पाद है संविधान: प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़

स्वशासन, गरिमा और स्वतंत्रता का उल्लेखनीय स्वदेशी उत्पाद है संविधान: प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़

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मुंबई, भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी. वाई. चंद्रचूड़ ने शनिवार को कहा कि भारत का संविधान स्वशासन, गरिमा और स्वतंत्रता का एक उल्लेखनीय स्वदेशी उत्पाद है तथा कुछ लोग इसकी अत्यधिक प्रशंसा करते हैं, जबकि कई अन्य इसकी सफलता के बारे में संशयवादी हैं।.

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प्रधान न्यायाधीश ने नागपुर स्थित महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के प्रथम दीक्षांत समारोह में कहा, ‘‘भारत के औपनिवेशिक शासकों ने हमें संविधान नहीं प्रदान किया है।’’.

Ashish Sinha

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