
अमेरिका ने भी पहचानी आतंक के खिलाफ भारत की ताकत को
दिल्ली: यूएस ब्यूरो ऑफ काउंटरटेरिज्म की रिपोर्ट कहती है कि आतंकवादियों के खात्मे को लेकर पाकिस्तान में चलाए जा रहे अभियान की चाल बहुत सुस्त है। यहां तक कि 2020 के मुकाबले पाकिस्तान में 2021 में आतंकी घटनाओं में इजाफा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में आतंकी हमलों और हताहतों की संख्या काफी अधिक थी। यूएस ब्यूरो ऑफ काउंटरटेरिज्म की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में, आतंकवाद ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर, पूर्वोत्तर राज्यों और मध्य भारत के कुछ हिस्सों को प्रभावित किया। लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन, आईएसआईएस, अल-कायदा, जमात-उल-मुजाहिदीन और जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश, भारत में सक्रिय आतंकवादी समूह हैं।वहीं 2021 में आतंकवादियों की रणनीति में एक बदलाव देखा गया। वे नागरिकों पर हमलों और IED पर अधिक निर्भरता की ओर बढ़ गए, जिसमें वायु सेना के अड्डे पर ड्रोन का उपयोग करके एक विस्फोटक हमला भी शामिल है। अक्टूबर 2021 में अमेरिका, भारत ने काउंटर टेररिज्म ज्वाइंट वर्किंग ग्रुप की 18वीं बैठक की और नवंबर 2021 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ दूसरे क्वाड काउंटर टेररिज्म टेबलटॉप अभ्यास की मेजबानी की। ‘कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म 2021: इंडिया’ रिपोर्ट के अनुसार, भारत आतंकवाद (india terrorism) की जांच से संबंधित जानकारी के लिए अमेरिकी अनुरोधों का तुरंत जवाब देता है और अमेरिकी सूचना के जवाब में खतरों को कम करने के प्रयास करता है। साझा प्रयास से आतंकवाद पर नकेल कसने में भारत हमेशा तत्पर रहा है।भारत ने आतंकवाद (terrorism) और आतंकी संगठनों से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। जिसमें आतंकवाद विरोधी कानूनों को मजबूत बनाना शामिल है। भारत ने आतंकवाद से अधिक प्रभावी ढंग से निपटने के लिए अपने आतंकवाद विरोधी कानूनों को मजबूत किया है। गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए), 1967 को 2019 में संशोधित किया गया था। भारत सरकार ने आतंकवादी गतिविधियों का पता लगाने और उन्हें रोकने के लिए अपनी खुफिया जानकारी एकत्र करने की क्षमताओं को बढ़ाया है। आतंकवाद से संबंधित मामलों की जांच और मुकदमा चलाने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) बनाई गई है।